Ashok Gehlot : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 5 बार विधायक होने के साथ साथ 5 बार सांसद भी रह चुके हैं. इसके साथ ही वो प्रदेश के तीसरी बार मुख्यमंत्री भी हैं. इस लिहाजा से क्या आप जानते है कि उन्हें कितनी सैलरी और पेंशन मिलती है. साथ ही अशोक गहलोत को रहने के लिए मुख्यमंत्री आवास भी मिला हुआ है. साथ ही उन्हें कुछ सुविधाएं भी मिली हुई है. जाने सब कुछ इस आर्टिकल में
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Ashok Gehlot : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सियासत के जादूगर कहलाते हैं. वो अपने सियासी जादूगरी के बदौलत ही दो बार प्रदेश के मुखिया बने. इसके साथ ही सीएम गहलोत पांच बार सांसद और केंद्र में इंदिरा गाँधी और नरसिम्हा सरकार के दौरान मंत्री रहे हैं. चलिए आज आपको बताते हैं कि आखिर ुख़्यमंत्री अशोक गहलोत को कितनी सैलरी और पेंशन मिलती है. साथ ही बतौर मुख्यमंत्री उनका सुरक्षा घेरा कैसा होता है.
मंत्रियों के वेतन (दूसरा संशोधन) विधेयक 2019 के अनुसार अशोक गहलोत को बतौर मुख्यमंत्री 75,000 रुपये सैलरी मिलती है. जबकि उन्हें विधायक के रूप में भी 35000 सैलरी मिलती है. इसके अलावा उन्हें मिलने वाले भत्ते मिलकर उन्हें तकरीबन महीने की 1 लाख 75 हजार रूपये वेतन मिलता है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत साल 2003 से लगातार राजस्थान विधानसभा के सदस्य हैं. इस दौरान वो तीन बार साल 1999–2003 2008 से 2013 और 2018 में मुख्यमंत्री लगातार अब तक मुख्यमंत्री रहे हैं. विधायक होने के नाते पहले टर्म के 35000 रूपये और फिर अगले चार टर्म के 32000 हजार रूपये पेंशन मिलती है. इसके अलावा 70 से अधिक उम्र होने के चलते इसपर 20 फीसदी अतिरिक्त मिलता है. यानि विधायक के तौर पर सीएम गहलोत को 80400 रूपये पेंशन मिलती है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 1980–84 के बीच 7th लोक सभा के सदय रहे, इस दौरान वो केंद्र की कई समितियों के सदस्य रहने के साथ साथ केंद्रीय राज्य मंत्री भी रहे. इसके बाद वो 1984–89 के बीच 8th लोक सभा के सदस्य रहे. इसके बाद अशोक गहलोत 9th 10th 11th और 12th लोक सभा के सदस्य चुने गए. 5 बार सांसद रहने के नाते उन्हें पहले कार्यकाल की 25000 हजार रूपये पेंशन मिलती है. इसके साथ ही बाकी चार टर्म मिलकर उन्हें 49000 पेंशन मिलती है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सुरक्षा के कई घेरे होते हैं. जब मुख्यमंत्री गहलोत किसी जिले के दौरे पर जाते हैं तो उनके साथ SP रैंक का अधिकारी मौजूद रहता है. साथ ही उनका काफिला प्रदेश के जिस भी विधानसभा क्षेत्र के थाने से गुजरता है, उन्हें वहां की थाना पुलिस एस्कॉट करती है, साथ ही उनके सुरक्षा घेरे में एडिशनल SP से लेकर IPS स्तर के अधिकारी तैनात रहते हैं. साथ ही इंटेलिजेंस के भी कुछ अधिकारी सादे कपड़ों में उनके साथ होते हैं. इसके अलावा सीएम गहलोत को आपने अकसर सफारी सूट पहने लोगों से घिरा हुआ देखा होगा. दरअसल वो लोग उनकी सुरक्षा घेरे का हिस्सा होते हैं. इसके अलावा संवेदनशील इलाकों के दौरे के दौरान उनका सुरक्षा घेरा और बड़ा कर दिया जाता है.
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