अतीक अहमद की मौत के बाद अशोक गहलोत का भी बदमाशों का अल्टीमेटम, सरेंडर करो नहीं तो खत्म कर दूंगा
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अतीक अहमद की मौत के बाद अशोक गहलोत का भी बदमाशों का अल्टीमेटम, सरेंडर करो नहीं तो खत्म कर दूंगा

Atiq Ahmed death: अतीक अहमद की मौत के बाद अशोक गहलोत ने भी बदमाशों का अल्टीमेटम दिया है. सीएम ने कहा कि सरेंडर करो नहीं तो खत्म कर दूंगा.

 

अतीक अहमद की मौत के बाद अशोक गहलोत का भी बदमाशों का अल्टीमेटम, सरेंडर करो नहीं तो खत्म कर दूंगा

Jaipur: राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस कार्यक्रम का आज आयोजन हुआ. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे. राजस्थान पुलिस दिवस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने RPA ( राजस्थान पुलिस अकादमी ) में मंच से राजस्थान पुलिस और आम आवाम को संबोधित किया.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान को शांत प्रदेश माना जाता है जिसमें पुलिस कर्मियों का अहम योगदान है. कोरोना में भी पुलिस ने संवेदनशील तरीके से काम किया. पुलिस के बेहतर काम के कारण ही अपराधियों को सजा मिली.

अपराधों में काफी कमी आई. सीएम ने कहा कि माफिया और गैंगस्टर को चेतावनी देता हूं  या तो सरेंडर कर दें नहीं तो उनको नेस्तनाबूद कर दिया जायेगा. पुलिस कर्मियों को अपनी इमेज क्या ध्यान रखना पड़ेगा. क्योंकि जनता सब जानती है इसलिए खाकी को बेदाग रखना हमारी जिम्मेदारी है. चुनाव के दौरान पुलिस को एक्टिव रहकर काम करना है. क्योंकि चुनाव के दौरान असामाजिक तत्व माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं.  राजस्थान में वित्तीय प्रबंधन शानदार होगा तो घोषणाओं को कोई रोक नहीं सकता.

सीएम ने कहा कि सरकार ने इतिहास बनाया कि हमारी योजनाओं का लाभ जनता को मिल रहा है. सीएम बोले कोविड के दौरान जैसे डॉक्टर्स ने अस्पतालों के अंदर लड़ाई लड़ी ठीक वैसे पुलिस ने अस्पतालों के बाहर शहर में कोरोना से लड़ाई लड़ी. पिछले 1 महीने में राजस्थान पुलिस ने झुकेगा नहीं तरीके से काम किया है और अपराधों में कमी आई है. फिल्म पुष्पा के फेमस डायलॉग को मंच से सीएम ने दोहराया.

राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस के मौके पर आज राजधानी जयपुर मे स्थित राजस्थान पुलिस अकादमी में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहुंचे.यहां पर आयोजित परेड का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निरीक्षण किया और मार्च पास्ट की सलामी ली. प्रशिक्षु आईपीएस शहीन सी के नेतृत्व में परेड में आरएसी, आयुक्तालय, निर्भया स्क्वायड, हाड़ी रानी बटालियन, मेवाड़ भील कोर, यातायात पुलिस, एसडीआरएफ की टुकड़ियां शामिल रही.

इस दौरान प्रदेश पुलिस के मुखिया उमेश मिश्रा सहित अन्य पुलिस अधिकारीयों , पुलिस परिवार और  बड़ी संख्या आम लोग मौजूद रहे. इस दौरान महानिदेशक राजस्थान पुलिस उमेश मिश्रा ने अपने स्वागत उद्बोधन में बताया कि 16 अप्रैल 1949 में राजस्थान पुलिस एकीकरण अध्यादेश जारी होने के साथ ही राजस्थान पुलिस की स्थापना हुई.

उन्होंने बताया कि वर्तमान में एक लाख 12 हजार फोर्स की राजस्थान पुलिस अपनी गौरवशाली परम्पराओं के अनुरूप प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाये रखने के साथ ही हिंसा व अपराध की रोकथाम के लिए तत्परता से कार्य कर रही है. उन्होंने पुलिस के आधुनिकीकरण व सुदृढ़ बनाने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा किये गए कार्यों हेतु आभार व्यक्त करते हुए प्रदेश की शान्ति व्यवस्था को बनाये रखने के लिए आश्वस्त किया. कार्यक्रम के अंत में आरपीए निदेशक डीजी राजीव शर्मा ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया. उन्होंने राजस्थान पुलिस की क्षमता बढ़ाने के लिये मुख्यमंत्री द्वारा किये प्रयासों के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त की.

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