विधानसभा सचिवालय ने राज्य सरकार (State Government) को सिक्योरिटी ऑडिट के आधार पर विधानसभा की सुरक्षा करने के लिए पत्र लिखा हैं.
Trending Photos
Jaipur: राजस्थान विधानसभा (Rajasthan Vidhan Sabha) के आसपास बनी ऊंची बिल्डिंग सुरक्षा की दृष्टि से बेहद खतरनाक है. गृह मंत्रालय (Home Ministry) की ओर से कराई गई सुरक्षा ऑडिट में भी विधानसभा की सुरक्षा के लिए एक दर्जन से ज्यादा सुझाव दिए गए हैं. विधानसभा सचिवालय (Assembly Secretariat) ने राज्य सरकार (State Government) को सिक्योरिटी ऑडिट के आधार पर विधानसभा की सुरक्षा करने के लिए पत्र लिखा हैं.
देश में महत्वपूर्ण भवनों में विधानसभा भवन को सुरक्षा की दृष्टि से 'ए' श्रेणी में रखा गया है. ए श्रेणी में रखे जाने के बाद गृह मंत्रालय से गठित संयुक्त समिति द्वारा समय-समय पर महत्वपूर्ण भवनों की सुरक्षा को लेकर दिशा निर्देश दिए गए हैं. इनके तहत 26 मार्च 2021 को विधानसभा भवन की सुरक्षा ऑडिट (Security Audit) करवाई गई. सिक्योरिटी ऑडिट रिपोर्ट में विधानसभा भवन के आसपास में निर्माण को सुरक्षा की दृष्टि से उचित नहीं माना गया.
यह भी पढ़ें- Rajasthan में Corona का कहर जारी, राज्य में कोविड एक्टिव केसेज की संख्या हुई 199
वहीं, एक दर्जन अन्य सुझाव भी दिए गए हैं. 27 जुलाई 2021 राज्य विशेष शाखा के एसपी शांतनु कुमार सिंह ने विधानसभा सचिव (Assembly secretary) को पत्र लिखा कि सिक्योरिटी ऑडिट रिपोर्ट मिलने के बाद विधानसभा सचिव प्रोमिल माथुर ने एक अक्टूबर को राज्य के मुख्य सचिव निरंजन आर्य को पत्र लिखकर विधानसभा की सुरक्षा पुख्ता करने की ओर ध्यान दिलाया.
यह भी पढ़ें- Rajasthan Weather Update: मौसम में जल्द होंगे बदलाव, इन जिलों में बारिश होने की संभावना
-सिक्योरिटी ऑडिट में कहा गया है कि विधानसभा भवन के आसपास में ऊंची इमारतों का निर्माण जारी है, जो सुरक्षा की दृष्टि से प्रतिकूल है
-दूसरी ओर विधानसभा सचिव ने इसके लिए जेडीए को जिम्मेदार ठहराया है
-विधानसभा सचिव ने लिखा कि जेडीए के नियमों में संशोधन करने से सुरक्षा की स्थित उत्पन्न हुई है
-दरअसल जेडीए ने विधानसभा भवन की सुरक्षा की दृष्टि से पूर्व में 500 मीटर से छोटे आवासीय भूखंडों में 12 मीटर की अधिकतम ऊंचाई की स्वीकृति दी थी
-6 दिसंबर 2012 को इसे संशोधित कर 15 मीटर किया गया, जो सुरक्षा की दृष्टि से कतई उचित नहीं है
-अब विधानसभा सचिव ने सुरक्षा ऑडिट का हवाला देते हुए विधानसभा भवन के आसपास मकानों की 15 मीटर ऊंचाई के बजाय 12 मीटर की अधिकतम ऊंचाई करने की मांग की है
-गृह मंत्रालय की सिक्योरिटी ऑडिट में विधानसभा की सुरक्षा को लेकर सुझाव भी दिए गए हैं
-सत्र के दौरान विधानसभा भवन के पश्चिम में दक्षिण दिशा में स्थित ऊंची इमारतों पर सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाने चाहिए
-विधानसभा के आंतरिक द्वार पर पूर्व पश्चिम एवं दक्षिण पर सत्रावसान तक हथियारबंद गार्ड की आवश्यकता है
-विधानसभा के ग्राउंड फ्लोर पर चारों दिशाओं में प्रवेश हेतु कांच के दरवाजे लगे हुए हैं जो सुरक्षा की दृष्टि से सही नहीं है
-ऐसे में अतिरिक्त सुरक्षा के लिए लोहे की जाली से बने ग्रिल गेट बनाया जाना उचित होगा
-विधानसभा परिसर में वाहनों के प्रवेश द्वार पर ट्रॉली मिरर लगाया जाना जरूरी है
-विधानसभा भवन के प्रवेश द्वारों पर एक्स-रे बेगेज मशीन आवश्यक है
-विधानसभा परिसर में पूर्व की ओर बने गेट नंबर 7 व 8 पर अन्य गेटों की भांति गुमटी बनाना जरूरी
-विधानसभा भवन के अंदर से पोस्ट ऑफिस, बैंक, अस्पताल, रेलवे आरक्षण को सुरक्षा की दृष्टि से भवन के बाहर स्थापित किया जाना उचित होगा
-विधानसभा में नियोजित सुरक्षा स्टाफ की प्रत्येक तीन महीने में मॉक ड्रिल करवाया जाना सुरक्षा की दृष्टि से उचित होगा
-वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए विधानसभा में आधुनिक तकनीक का जैमर लगाया जाना उचित है
-विधानसभा के उत्तरी और पूर्वी द्वार के समीप बने मंदिरों को विस्थापित करने की आवश्यकता है
-विधानसभा परिसर के दक्षिणी गेट से उतरी गेट तक चारदीवारी पर बार्बङ- वायर होना अति आवश्यक है
-विधानसभा परिसर में चारदीवारी के पास लगे ऊंचे वृक्षों की टहनियों को ट्रिमिंग किया जाना आवश्यक है जिसे विधानसभा परिसर के चारों ओर के रास्तों को सुगमता से देख सके