Rajasthan Cadre: केंद्र सरकार में राजस्थान कैडर के आईएएस-आईपीएस अफसरों का दबदबा बढ़ता जा रहा है. इस समय 42 आईएएस और आईपीएस अफसर केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर अलग-अलग विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
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Rajasthan Cadre: केंद्र की अफसर शाही में राजस्थान कैडर का जलवा है. राजस्थान के पांच आईएएस अफसर वहां सचिव रैंक में आ गए हैं. वहीं, 12 आईएएस अफसर एडिशनल सेकेट्री,ज्वाइंट सेकेट्री,डायरेक्टर और डिप्टी सेकेट्री के पर तैनात हैं.इतना ही नहीं सीबीआई से लेकर सेंट्रल इंटेलिजेंस,एनआईए, सीआईएसएफ,बीएसएफ,एनआईए में भी आईपीएस अफसरों का दबदबा बरकरार हैं.
केंद्र सरकार में आईएएस अधिकारियों की तरह आईपीएस अफसरों का भी बड़ा दबदबा है.राजस्थान कैडर के भारतीय प्रशासनिक और भारतीय पुलिस सेवा के 42 से ज्यादा अफसर दिल्ली में बैठकर आमजन को राहत देने वाले महकमों से लेकर सुरक्षा और खूफिया जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी इन अफसरों के पास हैं.
स्वास्थ्य से लेकर पेंशन, इन्टेलिजेन्स और सीबीआई,सीआईएसएफ में आईएएस-आईपीएस अफसर कमान संभाले हुए हैं.हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलात महकमे के एडीशनल सेक्रेटरी रजत कुमार मिश्र का एम्पैनलमेंट सेक्रेटरी पद के लिए हो गया है.
अब उन्हें किसी महकमे में सेक्रेटरी या समकक्ष पद मिलना तय है.ऐसे में केंद्र सरकार में राजस्थान कैडर के वे 5वें अधिकारी होंगे,जो सेक्रेटरी होंगे.वर्तमान में 4 आईएएस 5 महकमों में सेक्रेटरी है.इनमें राजस्थान कैडर के आईएएस वी.श्रीनिवास के पास दो महकमे हैं.मिश्र सहित 7 आईएएस वर्तमान में एडीशनल सेक्रेटरी हैं.इनके पास वित्त, हेल्थ, शिपिंग, पेंशनर्स, वन एवं पर्यावरण, उपभोक्ता और कैबिनेट सचिवालय की जिम्मेदारी है.
केंद्र सरकार के 55 महकमों में 68 पदों पर वर्तमान में आईएएस अधिकारी तैनात हैं.जो विभिन्न राज्यों से प्रतिनियुक्ति पर आए हैं.राजस्थान से मिश्र के नियुक्ति से अफसरों की संख्या पांच और महकमों की संख्या छह हो जाएगी.इस लिहाज से तमिलनाडू, महाराष्ट्र, गुजरात और एमपी राजस्थान से पीछे है.यूपी और कर्नाटक फिलहाल बराबर हैं.वहीं, बिहार एवं ओडिशा के अफसर राजस्थान से ज्यादा है.यहां से सात-सात आईएएस अफसर सेक्रेटरी हैं.
रोहित कुमार सिंह- उपभोक्ता मामलात
संजय मल्होत्रा- वित्त रेवेन्यू
वी. श्रीनिवास- प्रशासनिक रिफॉर्म व पेंशन एवं पेंशनर्स कल्याण
सुधांश पंत- पोर्ट, शिपिंग एवं वाटरवेज
रजत कुमार मिश्र- वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलात ( मिश्र का सेक्रेटरी के लिए एम्पैनलमेंट)
तन्मय कुमार- वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन
आलोक- गृह मंत्रालय में एनडीआरएफ
नरेशपाल गंगवार- वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन
रोली सिंह- हैल्थ एवं फैमिली वैल्फेयर
राजीव सिंह ठाकुर- प्रोमोशन ऑफ इंडस्ट्री एवं इंटरनल ट्रेड
रोहित कुमार- कैबिनेट सचिवालय
राजेश कुमार यादव-ज्वाइंट सेकेट्री, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, दिल्ली
मुग्धा सिन्हा-ज्वाइंट सेकेट्री, संस्कृति मंत्रालय, दिल्ली
प्रीतंब बी यशवंत-संयुक्त शासन सचिव, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, दिल्ली
सिद्धार्थ महाजन-संयुक्त सचिव, लोक सभा सचिवालय,दिल्ली
बिष्णु चरण मलिक-निदेशक, जनगणना कार्यक्रम- राजस्थान, गृह मंत्रालय, भारत सरकार (प्रतिनियुक्ति पर)
टीना सोनी-निदेशक, उर्वरक विभाग, दिल्ली
मुक्तानन्द अग्रवाल-निदेशक, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग,दिल्ली
अभिमन्यु कुमार-उप सचिव, वाणिज्य विभाग, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय,दिल्ली
आनन्दी-डिप्टी डायरेक्टर, LBSNAA, मसूरी (जल्द राजस्थान लौटेंगी)
देबाशीष पृष्टी-डिप्टी चीफ मिशन, भारतीय दूतावास, ब्रुसेल्स
अम्बरीश कुमार- प्रोजेक्ट डायरेक्ट, ईशा फाउंडेशन,कोयम्बटूर,तमिलनाडू
इसी तरह राजस्थान कैडर के आईपीएस अफसरों की बात करें तो सीबीआई से लेकर सेंट्रल इंटेलिजेंस,सीआईएसएफ, एनआईए तक की कमान संभाल रखी हैं.राज्य की पहली महिला डीजी नीना सिंह सीआईएसएफ में एडीजी के पद पर तैनात हैं.आईपीएस डीसी जैन सीबीआई में एडिश्नल डायरेक्टर तो राजेश निर्वाण बीएसएफ में बतौर एडीजी तैनात हैं.आईपीएस सत्यप्रिया सिंह के पास केंद्र सरकार में इंटेलिजेंस ब्यूरो में ज्वाइंट डायरेक्टर का जिम्मा है.वहीं, डीआईजी केबी वंदना एनआईए में तैनात हैं.
नीना सिंह-अतिरिक्त महानिदेशक, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल,(CISF) दिल्ली
डीसी जैन-एडिशनल डायरेक्टर, केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) दिल्ली
राजेश निर्वाण-एडिशनल डायरेक्टर, सीमा सुरक्षा बल, (BSF)दिल्ली
राजेश आर्य-एडिशनल सेकेट्री, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (NSCS)दिल्ली
सत्याप्रिया सिंह-ज्वाइंट डायरेक्टर, इंटेलिजेंस ब्यूरो, दिल्ली
जोस मोहन-आईजी, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, (CISF) दिल्ली
नितिन दीप ब्लग्गन-डीआईजी,केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI), नई दिल्ली
सी. संतोष कुमार तुकाराम-डीआईजी, केन्द्रीय ओद्योगिक सुरक्षा बल (CISF)दिल्ली
केवी वंदना-डीआईजी, राष्ट्रीय निवेश एजेंसी, (NIA),दिल्ली
दीपक कुमार-डिप्टी डायरेक्टर, इंटेलिजेंस ब्यूरो, दिल्ली
ममता राहुल-उप महानिरीक्षक, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, (CISF)दिल्ली
डॉ.अमन दीप सिंह कपूर-डायरेक्टर, सेंट्रल डिटेक्टिव इंस्टीट्यूट
सत्येन्द्र कुमार-डायरेक्टर,पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय,दिल्ली
लवली कटियार-एसपी, केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो, (CBI) दिल्ली
डॉ.राहुल जैन-उप महानिरीक्षक, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, (CISF)दिल्ली
प्रीति जैन-डिप्टी सेकेट्री, आर्थिक मामलात विभाग, वित्त मंत्रालय, दिल्ली
राठौड विनीत कुमार त्रिकमलाल-ज्वाइंट डिप्टी डायरेक्टर,इन्टेलिजेन्स ब्यूरो, दिल्ली
दीपक यादव- अंडर सेकेट्री, मंत्रीमण्डल सचिवालय, दिल्ली
डॉन के. जोस-फर्स्ट सेकेट्री,भारतीय दूतावास, मॅास्को, रूस
बारहट राहुल मनहर्दन-प्रोटेक्टर ऑफ इमिग्रेंट्स, पीओई, मुबंई
बहरहाल,ब्यूरोक्रेसी के जानकारों का मानना हैं की केंद्र में तैनात सचिव और अन्य सभी स्तर के अफसरों की भागीदारी ज्यादा होनी चाहिए.केंद्र में वरिष्ठ आईएएस जब संयुक्त सचिव या ऊपर के पद पर होते हैं.तो उनके पास अहम फैसले लेने या उनमें भूमिका निभाने के बेहतर अवसर होते हैं.वे अपने कैडर राज्य के विषयों में अहम भूमिका निभाते भी हैं.
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