Ashok Gehlot : राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की कानून व्यवस्था और क्राइम की स्थिति को लेकर पुलिस अफसरों की बैठक ली. मुख्यमंत्री प्रदेश में क्राइम कंट्रोल के लिए अफसरों को खरी खरी सुनाते हुए कहा कि प्रदेश में किसी भी सूरत में क्राइम बर्दाश्त नहीं होगा.
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Ashok Gehlot : राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की कानून व्यवस्था और क्राइम की स्थिति को लेकर पुलिस अफसरों की बैठक ली. मुख्यमंत्री प्रदेश में क्राइम कंट्रोल के लिए अफसरों को खरी खरी सुनाते हुए कहा कि प्रदेश में किसी भी सूरत में क्राइम बर्दाश्त नहीं होगा. पुलिस के अपराधियों से गठजोड़ को लेकर कहा कि अपराधियों के सम्पर्क में रहने वाले पुलिस अधिकारियों और अफसरों को बर्खास्त किया जाएगा, वहीं गैंगवार की घटनाओं पर चिंता जताते हुए माफिया पर कार्रवाई के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में पुलिस अफसरों की मैराथन बैठक ली. बैठक में पुलिस अफसरों के साथ ही मुख्य सचिव उषा शर्मा, प्रमुख सचिव गृह आनंद कुमार सहित सीएमओ और गृह विभाग के अफसर मौजूद थे. बैठक के बाद पत्रकारों से वार्ता में सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान पुलिस में कई नवाचार किए हैं जिसमें अनिवार्य एफआईआर लागू की है. इससे प्रदेश में मुकदमों की संख्या बढ़ी है जो लाजिमी है, लेकिन फरियादी, आम नागरिकों को न्याय मिला है. पहले शिकायत आती थी कोई न कोई बहाना कर टाल दिया जाता था, लेकिन अब दर्ज हो रही है. महिलाओं पर अत्याचारों पर एएसपी लगाए गए, वहीं गंभीर अपराधों की जांच के लिए अलग से विंग बनाई गई है.
गहलोत ने कहा कि प्रदेश में क्राइम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगा, चाहे महिला, एससी, एसटी या गरीब या फिर किसी भी नागरिक के खिलाफ अपराधा हो. फरियापदी की सुनवाई के लिए हमने थानों में स्वागत कक्ष तक बनाए हैं. प्रदेश में तीन चार जिलों को छोडकर सभी जगह स्वागत कक्ष बन गए हैं. इसका मतलब ही कि हम फरियादी का स्वागत करत रहे हैं. पहले इस्तगासे मुकदमें दर्ज होते थे. , लेकिन मोटे तौर से इन मुकदमो की संख्या कम हो गई. इसी तरह तफ्तीश का समय कम किया है. पहले एससी एसटी में 2018 में 231 दिन लगते थे, लेकिन अब 79 दिन में जांच पूरी हो रही है, वहीं महिला अत्याचार में पहले 168 दिन जांच का समय था जो अब 79 दिन रह गया है. यह हमारे लिए बडी उपलब्धि है.
NCRB में आंकड़े बढ़ाचढ़ाकर, राष्ट्रीय औसत में हम अच्छे - गहलोत
सीएम गहलोत ने कहा कि एनसीआरबी की किताब में आंकडे बढ़चढकर आते हैं . सबको किताब का वह पैरा पढना चाहिए जिसमें लिखा कि तुलना नहीं की जा रही है. गहलोत ने दावा किया कि अपराध के राष्ट्रीय औसत से राजस्थान की स्थिति बेहतर है. आकंडे ऐसे आते हैं कि पता नहीं क्या हो गया. ओवर ऑल समीक्षा करें तो रार्ष्टीय औसत से बहुत अच्छी स्थिति में है राजस्थान .
...तो बर्खात होंगे पुलिस अफसर
गहलोत ने पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को चेताया कि जो पुलिस अधिकारी कर्मचारी अपराधियों से सम्पर्क रखेगा उसे बर्खास्त करेंगे, अनिवार्य रिटायरमेंट और गिरफ्तार भी करेंगे. जीरो टॉलरेंस के तहत उसे बख्शेंगे नहीं. ऐसी स्थिति नहीं हो कि बाड ही खेत को खाने लग जाए तो क्या कर सकते हैं. पुलिस रक्षक है अपराधी से मिल जाए तो क्या होगी उस पर कार्रवाई करेंगे.