सहायक अभियंता ने पत्र में हवाला दिया है कि जलदाय विभाग में कचरा एकत्र करने से शहर में दूषित पानी की सप्लाई हो सकती है और दूषित पानी पीने से लोग बीमारियों से ग्रसित हो सकते हैं.
Trending Photos
Chomu: राजधानी जयपुर चौमूं (Chomu News) शहर में इन दिनों शहर का कचरा नगरपालिका के लिए आफत बना हुआ है. नगर पालिका चेयरमैन विष्णु सैनी (Vishnu Saini) की जिद्द के चलते कचरा निस्तारण की व्यवस्था नहीं हो पा रही है. चेयरमैन कचरा निस्तारण की समस्या का हल करने में फेल नजर आ रहे हैं.
दरअसल यहां पहले अस्थाई कचरा डिपो चल रहा था और उसका टेंडर पूरा होने के बाद अवधि बढ़ाई नहीं गई. नई जगह कचरा डिपो संचालित करने का टेंडर जारी कर दिया गया लेकिन लोगों ने नई जगह का विरोध शुरू कर दिया. लोगों के विरोध के बाद नगर पालिका प्रशासन ने शहर के बीचो बीच जलदाय विभाग कार्यालय में शहर का कचरा संग्रहण करने का प्लान कर लिया है. 2 दिन से जलदाय विभाग में कचरा डलवाया जा रहा है. इसके विरोध में जलदाय विभाग के सहायक अभियंता ने नगरपालिका को पत्र लिखकर आपत्ति भी दर्ज करा दी है लेकिन चौमूं नगरपालिका शहर की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने पर तुली हुई है.
यह भी पढ़ेंः Chomu की तीसरी आंख देखरेख के अभाव में हुई बंद, व्यापारियों को भी सताने लगी चिंता
सहायक अभियंता ने पत्र में हवाला दिया है कि जलदाय विभाग में कचरा एकत्र करने से शहर में दूषित पानी की सप्लाई हो सकती है और दूषित पानी पीने से लोग बीमारियों से ग्रसित हो सकते हैं, जहां एक और स्वच्छता के लिए लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं तो वहीं दूसरी ओर नगर पालिका लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है.
इतना ही नहीं जलदाय विभाग में कचरा डालने के मामले को लेकर अब कांग्रेस के पार्षद भी नगर पालिका चेयरमैन विष्णु सैनी के खिलाफ खुलकर सामने आने लगे हैं, जबकि नगर पालिका में बोर्ड भी कांग्रेस (Congress) का ही बना हुआ है. कांग्रेस पार्षद प्रतिनिधि शैलेंद्र चौधरी (Shailendra Choudhary) ने चेयरमैन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शैलेंद्र चौधरी ने कहा कि यदि जलदाय विभाग में कचरा डालने पर रोक नहीं लगी तो वह जन आंदोलन करेंगे.
इधर, बीजेपी (BJP) पार्षद ने भी नगरपालिका के खिलाफ हमला बोलना शुरू कर दिया है और बीजेपी ने कचरे को बड़ा मुद्दा बना लिया है. बीजेपी पार्षद गजेंद्र यादव (Gajendra Yadav) ने कहा लोगों की स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. चेयरमैन मनमानी कर रहे है. अब सवाल यह खड़ा होता है कि जिस नगरपालिका के जिम्मे शहर के साफ-सफाई की व्यवस्था और शुद्ध पानी मुहैया करवाने की है. वहीं, नगर पालिका अब कचरा व्यवस्था करने में फेल नजर आ रही है. इतना ही नहीं अपनी नाकामी छिपाने के लिए लोगों को गंदा पानी पिलाने का काम भी कर रही है.