मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जब मुख्यमंत्री बनना था, 20 साल पहले पहली बार पत्रकार कल्याण कोष बनाया गया था. अब चाहे पत्रकारों के एक्रीडेशन की बात हो, उसकी आवास योजना का मसला हो या कोरोना में मृत पत्रकारों की परिजनों को राहत देने का मसला हो सरकार लगातार काम कर रही है.
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Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने कहा है कि राजस्थान ने पत्रकारों समस्याओं के समाधान के लिए सरकार गंभीर है. सरकार ने इसके लिए अलग कमेटियां बनाई है. कमेटियों की रिपोर्ट के आधार पर सरकार समाधान की दिशा में काम करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं जब मुख्यमंत्री बनना था, 20 साल पहले पहली बार पत्रकार कल्याण कोष बनाया गया था. अब चाहे पत्रकारों के एक्रीडेशन की बात हो, उसकी आवास योजना का मसला हो या कोरोना में मृत पत्रकारों की परिजनों को राहत देने का मसला हो सरकार लगातार काम कर रही है.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रेस से मेरा बड़ा पवित्र रिश्ता रहा है. मैंने कभी भी पत्रकारों को दारू नहीं दिलाई, मुझे चाय भी पत्रकारों ने ही पिलाई थी. मुख्यमंत्री ने चुटीले अंदाज में कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री नहीं था, प्रेस क्लब का सदस्य बनने के लिए भी आग्रह किया था लेकिन कहा गया कि केवल मुख्यमंत्री को ही मानद सदस्य बनाया जाता है इसलिए मैं मुख्यमंत्री बना था कि प्रेस क्लब का सदस्य बन सकूं.
मुख्यमंत्री ने कहा पत्रकारों का जीवन कठिन होता है, उनके सामने बहुत चुनौतियां होती हैं लेकिन अब आपको सरकार की आलोचना करनी चाहिए ताकि पार्टी सरकार सुधार पर समाधान की दिशा में काम कर सके.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा मैंने जीवन में कुछ अलग तरह की राजनीति की है, जब भी फैसला किया है आमजन के हित में ही किया है. मैं जब भी प्रार्थना करता हूं कि मानव कल्याण के लिए ही प्रार्थना करता हूं. तीसरी बार मुख्यमंत्री बना हूं आगे क्या होगा कोई नहीं जानता. मुझे राजनीति का चाणक्य कहा जाता है लेकिन असल में मैं सत्य का पुजारी हूं.