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जयपुर: राजस्थान कांग्रेस की सियासत में मचे घमासान और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस नेता जनता से सीधे जुड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाद अब सचिन पायलट लोगों से संवाद करते नजर आए हैं. रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर के विद्याधर नगर के किशनबाग पार्क पहुंचे. इस दौरान उन्होंने वहां घूमने आए लोगों से संवाद किया. वहीं, आज सचिन पायलट झालावाड़ दौरे में ट्रेन से यात्रा के दौरान यात्रियों के साथ सेल्फी खिंचवाते दिखे.
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के गढ़ झालावाड़ में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए सचिन पायलट बाई रोड या हवाई मार्ग की बजाए ट्रेन से यात्रा करते दिखे. सचिन पायलट आज सुबह जयपुर से कोटा के लिए ट्रेन के ज़रिए रवाना हुए. ट्रेन में पायलट को अपने बीच देखकर यात्री उत्साहित नज़र आए. सचिन पायलट के साथ सेल्फी खिंचवाई और उनसे बातचीत की. ट्रेन में यात्रियों के बीच सचिन पायलट की सहजता की अब चर्चा हो रही है. कोटा पहुंचने पर स्टेशन के बाहर सचिन पायलट का कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया तो सचिन पायलट ने भी हाथ जोड़कर अभिवादन किया.
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राजे के गढ़ में पायलट की दहाड़
दरअसल एक तरफ़ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बीकानेर और सरदार शहर के दौरे पर रहीं. वहीं, उनकी अनुपस्थिति में सचिन पायलट का झालावाड़ द्वारा सियासी तौर पर बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. झालावाड़ में सचिन पायलट ने यादव अहीर समाज के कार्यक्रम में शिरकत की. झालावाड़ में यादव अहीर समाज के प्रतिभा सम्मान समारोह में सचिन पायलट शामिल हुए. सियासी हलकों में चर्चा है कि कांग्रेस पार्टी में राजस्थान को लेकर कोई भी निर्णय अध्यक्ष पद के चुनाव के बाद होगा, लेकिन उससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी CM सचिन पायलट की सक्रियता कई सियासी संकेत दे रही है.
On the train this morning from Jaipur to kota. Spend some time with my
co-passengers.
Always enjoy my train travels!! pic.twitter.com/YQB1JZbJ7n— Sachin Pilot (@SachinPilot) October 10, 2022
विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे गहलोत और पायलट
दोनों नेता अपने-अपने तरीक़े से मिशन 2023 की तैयारी में जुटे हैं और इसके लिए सबसे बेहतर तरीक़ा लोगों से सीधे जुड़ने का है. दोनों नेता लोगों से सीधे संवाद के लिए अलग अलग तरीक़े अपनाते हुए दिखाई दे रहे हैं. आने वाले दिनों में हो सकता है दोनों नेताओं की आम नागरिकों के बीच मौजूदगी और अधिक प्रमुखता से दिखाई दे.