Rajasthan University में कब होंगे छात्रसंघ चुनाव? सामने आ रही है यह खबर...
Advertisement

Rajasthan University में कब होंगे छात्रसंघ चुनाव? सामने आ रही है यह खबर...

मुख्य राजनीति में प्रवेश की पहली सीढ़ी छात्र राजनीति को माना जाता है और यह छात्र राजनीति शुरू होती है कॉलेज और यूनिवर्सिटी स्तर से. 

फाइल फोटो

Jaipur : मुख्य राजनीति में प्रवेश की पहली सीढ़ी छात्र राजनीति को माना जाता है और यह छात्र राजनीति शुरू होती है कॉलेज और यूनिवर्सिटी स्तर से. देश और प्रदेश की राजनीति में आज कई बड़े चेहरे ऐसे हैं जो राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan University) की छात्र राजनीति से निकलकर यहां तक पहुंचे हैं. छात्र राजनीति की इस सीढ़ी पर चढ़कर युवा छात्र नेता मुख्य राजनीति की मुख्यधारा में आने की कोशिशों में जुटा रहता है, लेकिन कोरोना महामारी (Coronavirus) के चलते पिछले 2 सालों से छात्र राजनीति को भी जंग लगी है.

राजस्थान विश्वविद्यालय में होने वाले छात्र संघ चुनाव (Rajasthan University Election) को एक प्रकार से मुख्य राजनीति की प्रवेश परीक्षा के रूप में देखा जाता है. राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र राजनीति से निकलकर आज कई बड़े चेहरे केंद्र और प्रदेश की महत्वपूर्ण राजनीतिक सीटों पर काबिज है. वर्तमान में मंत्री की महत्वपूर्ण पदों पर काबिज कई नेता इस राजस्थान विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति से ही निकले हुए हैं. कोरोना महामारी ने छात्र राजनीति पर भी एक बड़ा असर डाला है. महामारी के चलते साल 2020 में जहां प्रदेश के किसी भी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव (Election in Rajasthan University) नहीं हो पाए, तो इस साल की छात्र संघ चुनाव (Rajasthan University Election Date) होते हुए नजर नहीं आ रहे हैं.

यह भी पढ़ें- Jaipur News : आपके घर अवैध पानी का कनेक्शन है तो संभल जाईए, जाना पड़ेगा Jail

कोरोना महामारी ने रोके छात्र राजनीति के पहिये !
कोरोना महामारी के चलते 2020 में नहीं हो पाए थे छात्र संघ चुनाव 
हर साल अगस्त माह में आयोजित होते हैं प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव 
लेकिन इस साल भी छात्र संघ चुनाव को लेकर संशय की स्थिति बरकरार 
उच्च शिक्षा विभाग और सरकार छात्र संघ चुनाव नहीं करवाने के मूड में 
तो वही अब पंचायत राज चुनाव की घोषणा के साथ छात्र करने लगे मांग 
राविवि सहित प्रदेश के सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव करवाने की मांग

राजस्थान विश्वविद्यालय की अगर बात की जाए तो विश्वविद्यालय में हर साल करीब 25 हजार से 26 हजार छात्र मतदाता होते हैं. और विश्वविद्यालय में हर साल मतदान का फीसदी भी करीब 50 फीसदी तक रहता है. 2017 में जहां राजस्थान यूनिवर्सिटी (Rajasthan University Student Election News) में 51.58 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं, 2018 में 50.76 फीसदी ही मतदान हो पाया था. साल 2019 में तो मतदान घटकर महज 49.73 फीसदी ही रह गया था.

राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव करवाने की मांग होने लगी थी
राविवि और संघटक कॉलेजों में करीब करीब 26 हजार छात्र मतदाता
हर साल करीब 50 फीसदी ही रहता यूनिवर्सिटी में मतदान का प्रतिशत
2017 में राजस्थान यूनिवर्सिटी में 51.58 फीसदी हुआ मतदान 
तो वहीं 2018 में 50.76 फीसदी ही मतदान हो पाया 
साल 2019 में तो मतदान घटकर महज 49.73 फीसदी ही रह गया

पिछले दिनों पंचायत राज चुनाव की घोषणा के साथ ही प्रदेश के छात्र संगठनों ने सरकार से छात्र संघ चुनाव की मांग करना शुरू कर दिया है. राजस्थान कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष महेंद्र देगड़ा और राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रनेता अमरदीप का कहना है कि "छात्र राजनीति काफी महत्वपूर्ण होती है. आने वाले समय में मुख्य राजनीति में छात्रों का भविष्य इसी से तय होता है. इसके साथ ही प्रवेश और परीक्षाओं के समय विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा समस्या होती है तो उन समस्याओं का निराकरण छात्र नेताओं द्वारा ही किया जाता है. विद्यार्थियों को कोई भी समस्या होने पर वह छात्र कार्यकारिणी के पास पहुंचते हैं. क्योंकि उनको यकीन होता है कि छात्र नेता पदाधिकारी ही उनकी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं, लेकिन पिछले साल चुनाव नहीं होने के चलते विद्यार्थी अपनी समस्याओं को लेकर दर-दर भटकते हैं और उसकी समस्याओं का निराकरण नहीं होता. सरकार पंचायत राज चुनाव करवा रही है, तो ऐसे में राजस्थान विश्वविद्यालय और कॉलेजों के चुनाव आयोजित करवाने का फैसला सरकार को लेना चाहिए."

कांग्रेस का माने जाने वाला छात्र संगठन NSUI भी छात्र संघ चुनाव करवाने के पक्ष में दिखाई दे रही है. एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता रमेश भाटी का कहना है कि "प्रदेश की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी राजस्थान विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों का सबसे ज्यादा मूमेंट होता है. ऐसे में इन विद्यार्थियों की मदद के लिए छात्र पदाधिकारी की सबसे उपयोगी साबित होते हैं. इसके साथ ही यूनिवर्सिटी द्वारा की जाने वाली मनमानी के खिलाफ भी छात्र कार्यकारिणी की आवाज उठाती है,  लेकिन पिछले साल चुनाव (Rajasthan University Student Election Update) नहीं होने के चलते कार्यकारिणी का गठन नहीं हो पाया और इसी का फायदा उठाकर पिछले 1 साल से यूनिवर्सिटी में कई प्रकार की मनमानी देखने को मिली है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह राजस्थान विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव का आयोजन करवाए.

यह भी पढ़ें- Rajasthan के 9 जिलों में दूर होगा पेयजल संकट, सरकार ने दी 50-50 लाख रुपये की मंजूरी

Trending news