कोटपुतली को नया जिला बनाने के संबंध में मांग का परीक्षण करने और निर्धारित मापदंडों पर विचार विमर्श करने को लेकर संभागीय आयुक्त कार्यालय में 9 जून को प्रस्तावित बैठक के बीच शाहपुरा को जिला बनाने की मांग भी जोर-पकड़ रही है.
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Shahpura: प्रदेश में नए जिलों के गठन के संबंध में प्रस्तावों और जनता की मांग को लेकर मापदंड़ो के परीक्षण की कवायद शुरू हो चुकी है. कोटपुतली को नया जिला बनाने के संबंध में मांग का परीक्षण करने और निर्धारित मापदंडों पर विचार विमर्श करने को लेकर संभागीय आयुक्त कार्यालय में 9 जून को प्रस्तावित बैठक के बीच शाहपुरा को जिला बनाने की मांग भी जोर-पकड़ रही है.
शाहपुरा को नया जिला बनाने की मांग को लेकर शाहपुरा जिला बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष और राज्य सरकार की राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष रामसहाय बाज्या ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है.
सैनिक कल्याण सलाहकार समिति उपाध्यक्ष बाज्या ने उच्च स्तरीय समिति अध्यक्ष, संभागीय आयुक्त व जिला कलक्टर को भी पत्र लिखकर शाहपुरा को जिला बनाने की मांग रखी है. बाज्या ने पत्र में अवगत कराया कि वर्ष 1989 से लगातार शाहपुरा क्षेत्र एवं आसपास के लोग शाहपुरा को नया जिला घोषित करने की मांग करते आ रहे हैं. इस बाबत पूर्व में प्रशासनिक तौर पर जांच भी हो चुकी है.
शाहपुरा आसपास की तहसील क्षेत्रों के केन्द्र बिंदू पर होने से जिले के सभी मापदण्ड पूरे करता है. समिति उपाध्यक्ष बाज्या ने सीएम व अधिकारियों को लिखे पत्र में अवगत कराया कि हाल ही में छह माह के लिए गठित समिति की ओर से इस अवधि में रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी, उसमें शाहपुरा को शामिल किया जाए. उन्होंने बताया कि 1989 में जयपुर जिले पर अत्यधिक प्रशासनिक भार को हल्का करने के लिए अतिरिक्त जिला शाहपुरा को बनाने का विचार तत्कालीन सरकार ने बनाया था, लेकिन कुछ दिनों बाद ही चुनाव हो गए और सत्ता परिवर्तन हो गया.
इसके चलते उस समय नए जिले के मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. भौगोलिक दूष्टि से देखा जाए तो शाहपुरा केन्द्र बिन्दू पर स्थित है, जिसके उत्तर में पावटा, कोटपूतली, पूर्व में विराटनगर, जमवारामगढ़, आंधी, दक्षिण में चंदवाजी, मनोहरपुर तथा पश्चिम में अमरसर और अजीतगढ़ आते हैं. शाहपुरा को जिला बनाने के लिए उक्त कई कस्बों के जनप्रतिनिधियों और आम जनता ने सहमति पत्र लिखकर भिजवाएं हुए हैं.
इसके अलावा शाहपुरा में जिला स्तरीय सभी विभागीय कार्यालय मौजूद है. शिक्षा के क्षेत्र में शाहपुरा, चिमनपुरा, राडावास व मनोहरपुर में महाविद्यालय और कृषि महाविद्यालय, चिकित्सा के क्षेत्र शाहपुरा उप जिला चिकित्सालय सहित चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कृषि मंडी, रीको औद्योगिक क्षेत्र, पीडब्लूडी और कृषि विभाग के कार्यालय मौजूद रहे.
करीब चार सौ बीघा सरकारी भूमि को शाहपुरा के आस पास आरक्षित भी रखा गया हैं, जो की जिला स्तर पर सरकारी कार्यालय स्थापित करने के लिए पर्याप्त है। शाहपुरा में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का कार्यालय भी स्थित है। उक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए शाहपुरा जिला बनाने के सभी मापदंड पूरा करता है। उन्होंने उक्त तथ्यों को देखते हुए शाहपुरा को जिला बनाने की मांग की है। ताकि जनता की मांग पूरी होने के साथ ही क्षेत्र का चहुंमुखी विकास हो और रोजगार के अवसर बढें।
इधर, कस्बे की रणवीर सेवा समिति की ओर से भी शाहपुरा केा जिला बनाने की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया. वहीं, आर के ग्रुप और जय श्रीराम सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने शाहपुरा को जिला बनाने की मांग को लेकर धरना देने का निर्णय लिया है.
Reporter- Amit Yadav
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