मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ने 13 विभागों की 26 योजनाएं जो आमजन से सीधे जुड़ी हुई है. उनका लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए रैंकिंग सिस्टम शुरू किया, जिसकी मार्च तक की रिपोर्ट को आधार मानकर दूसरी रिपोर्ट जारी कर दी है.
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Jaipur: सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सरकार की ओर से कलेक्टरों के लिए जारी किए गए रैंकिंग सिस्टम की दूसरी रिपोर्ट सरकार ने जारी कर दी है. इसमें कई जिला कलेक्टरों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया तो कई नीचे के पायदान पर पहुंच गए हैं.
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मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ने 13 विभागों की 26 योजनाएं जो आमजन से सीधे जुड़ी हुई है. उनका लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए रैंकिंग सिस्टम शुरू किया, जिसकी मार्च तक की रिपोर्ट को आधार मानकर दूसरी रिपोर्ट जारी कर दी है. इसमें शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में सिरोही ने पहला नंबर बरकरार रखा. राजसमंद दूसरे से 26वें नंबर पर पहुंच गया.
झालावाड़ पहले नंबर पर पहुंचा
निशुल्क दवा योजना में बीकानेर दूसरे से पहले नंबर पर पहुंचा. निशुल्क जांच योजना में झालावाड़ आखिरी से पहले पायदान पर पहुंचा. मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में 5 जिले पहले पायदान पर. भीलवाड़ा दूसरे नंबर से आखिरी नंबर पर पहुंचा. सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में पहले 8 जिले पहले पायदान पर थे. अब 100 प्रतिशत आवेदनों का निस्तारण कर 18 जिले पहले पायदान पर हैं. सिलिकोसिस नीति के तहत आवेदनों के निस्तारण में 6 से बढ़कर 10 जिले पहले पायदान पर पहुंचे. मुख्यमंत्री संबल योजना में टोंक पहले से फिसलकर 13वें नंबर पर पहुंचा. झालावाड़ पहले नंबर पर पहुंचा.
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान (जनवरी से मार्च 2022 के आंकड़ों के आधार पर)
- सभी जिलों ने अपना टारगेट पूरा किया.
- सबसे ज्यादा सैंपल कलेक्ट करने में सिरोही पहले नंबर पर बना हुआ.
- राजसमंद 2 से 26 नंबर पर पहुंचा.
- जयपुर भी 5वें से 8वें नंबर पर पहुंचा.
- सैंपल कलेक्ट करने में कोटा दूसरे पर, जालोर आखिरी पायदान पर.
- पहली रैंकिंग में पाली आखिरी पायदान पर था इस बार 23वें पर पहुंचा.
निरोगी राजस्थान ( मार्च 2022 तक की रिपोर्ट)
- स्वास्थ्य मित्रों के चयन और ट्रैनिंग की रिपोर्ट, पहली और दूसरी रैंकिंग एक समान
- सभी जिलों ने लक्ष्य हासिल किया, 98.72 प्रतिशत लक्ष्य हासिल
- 7 जिलों को मिली 1 रैंक, जिसमें भीलवाड़ा, डूंगरपुर, कोटा, नागौर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही
- आखिरी पायदान पर 5 जिले, जिसमें बांसवाड़ा, सवाईमाधोपुर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर
मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना ( मार्च 2022 तक की रिपोर्ट)
- निशुल्क दवा वितरण में बीकानेर जिला पहले नंबर पर, दूसरे नंबर से आया पहले नंबर पर
- झुंझुनूं पहले नंबर से दूसरे पर पहुंचा, हनुमानगढ़ तीसरे, गंगानगर चौथे और भीलवाड़ा पांचवें पर
- निशुल्क दवा वितरण में बाड़मेर दूसरी रैंकिंग में भी आखिरी पायदान पर, चुरू, झालावाड़ भी आखिरी में
मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना ( मार्च 2022 तक की रिपोर्ट)
- निशुल्क जांचें करने में झालावाड़ पहले पायदान पर, जालौर पहले से 30वें नंबर पर पहुंचा
- जैसलेर दूसरे से 26 नंबर पर पहुंचा, अब दूसरे नंबर पर कोटा
- दौसा तीसरे से 11वें नबर पर पहुंचा, अब जोधपुर तीसरे नंबर पर पहुंचा
- झालावाड़ आखिरी से पहले पायदान पर पहुंचा, अब डूंगरपुर आखिरी पायदान पर, सिरोही, बारां भी आखिरी में
चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना ( मार्च 2022 तक की रिपोर्ट)
- परिवारों के नाम जोड़ने में जयपुर दूसरी रैंकिग में भी पहले पायदान पर, डूंगरपुर की जगह अब जालौर आखिरी पायदान पर
1 रुपये किलो गेहूं वितरण ( मार्च 2022 तक की रिपोर्ट)
- परिवारों को राशन वितरण में डूंगरपुर पहले नंबर पर, बांसवाड़ा दूसरे नंबर पर बना हुआ
- 93 प्रतिशत से नीचे राशन वितरण में करौली, जयपुर, बीकानेर शामिल
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना ( मार्च 2022 तक की रिपोर्ट)
- आवेदनों के निस्तारण में 5 जिले पहले पायदान पर, अजमेर, बीकानेर, हनुमानगढ़, कोटा, प्रतापगढ़, पहले नंबर पर
- आवेदनों के निस्तारण में भीलवाड़ा दूसरे से आखिरी पायदान पर पहुंचा.
सामाजिक सुरक्षा पेंशन ( मार्च 2022 तक की रिपोर्ट)
- पेंशनों के आवेदन और उन्हें वेरिफाई कर जिलों की निस्तारण की गति बढ़ी, पहले पायदान पर 18 जिले, जहां 100 प्रतिशत निस्तारण
- पहली रैंकिंग में 8 जिले पहले नंबर पर थे
- अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, चूरू, कोटा, पाली, गंगानगर, बीकानेर, नागौर, प्रतापगढ़, हनुमानगढ़, सवाई माधोपुर, उदयपुर, झुंझुनूं, टोंक, करौली, डूंगरपुर, जोधपुर पहले पायदान पर
- जयपुर कलक्टर 99.81 प्रतिशत आवेदनों को वेरिफाई कर आखिरी पायदान पर
पालनहार योजना ( मार्च 2022 तक की रिपोर्ट)
- 100 प्रतिशत आवेदनों का निस्तारण कर 6 जिले पहले नंबर पर, पहले केवल बूंदी जिला था पहले नंबर पर
- पहले पायदान पर अलवर, बूंदी, हनुमानगढ़, जैसलमेर, करौली, कोटा
- आवेदनों के निस्तारण में डूंगरपुर, सिरोही, जयपुर आखिरी पायदान पर
सिलिकोसिस नीति 2019 के तहत लाभार्थी ( मार्च 2022 तक की रिपोर्ट)
- 100 प्रतिशत आवेदनों के निस्तारण के साथ 10 जिले पहले पायदान पर,
- पहली रैंकिंग में 6 जिले थे पहले नंबर पर
- बांसवाड़ा, बारां, चित्तौड़गढ़, चूरू, डूंगरपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाईमाधोपुर
- आवेदनों के निस्तारण में डूंगरपुर की जगह भीलवाड़ा सबसे फिसड्डी, उससे पहले पाली, सीकर का नंबर
मुख्ममंत्री युवा संबल योजना
- बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन और इंटर्नशिप कराने में झालावाड़ पहले नंबर पर
- टोंक जिला पहले से पहुंचा 13वें नंबर पर
- पाली जिला आखिरी नंबर पर
क्या कहना है कलेक्टरों का
मुख्य सचिव की ओर से जारी रैंकिंग सिस्टम की अब जिला कलक्टर भी तारीफ कर रहे हैं. कलेक्टरों का कहना है कि काम की मॉनिटरिंग होने से काम करने का उत्साह बढ़ता है. कई जिला कलेक्टरों ने कहा है कि जहां हम फिसड्डी हैं, उनको सुधार करने का काम करेंगे.