शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसान नेताओं ने नारे बाजी कर मनाया जश्न
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शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसान नेताओं ने नारे बाजी कर मनाया जश्न

आज से जयपुर दिल्ली नेशनल हाईवे (Jaipur Delhi National Highway) से पूरी तरह हट जाएंगे आंदोलनकारी किसान.

आंदोलन खत्म कर रहे हैं किसान

Alwar: तीनों कृषि कानून (Agricultural Law) वापिस लिए जाने बाद आंदोलनकारियों में उत्साह शाहजहांपुर बॉर्डर (Shahjahanpur Border) पर किसान नेताओं ने नारेबाजी के साथ मनाया जश्न.आज से जयपुर दिल्ली नेशनल हाईवे (Jaipur Delhi National Highway) से पूरी तरह हट जाएंगे आंदोलनकारी किसान.

आंदोलन खत्म कर रहे हैं किसान 
तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद शाहजहांपुर-हरियाणा बॉर्डर (Shahjahanpur-Haryana Border) से भी टेंट खुल चुके हैं. शाम तक पूरी तरह से बॉर्डर खाली हो जाएगा. किसानों की झोपड़ी हो या तम्बू सब हटा लिए जाएंगे. आज सुबह किसान नेताओं (Farmer Leaders) का बॉर्डर पर माला पहना कर स्वागत किया गया. किसान नेताओं का कहना है कि उनकी मांगों को मान लिया गया है. एमएसपी (MSP) को लेकर कमेटी गठित हो चुकी है इस कारण किसान आंदोलन खत्म कर रहे हैं.

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अलवर जिले के शाहजहांपुर बॉर्डर पर सभी किसानों स्वागत
किसान यूनियन (Farmers Union) के प्रदेशाध्यक्ष राजाराम मील द्वारा किसानों का फूल मालाओं से स्वागत किया जाएगा. इसके बाद सबको सम्मान सहित रवाना किया जाएगा. यहां काफी किसान एक वर्ष से रुके हुए हैं तो कुछ लगातार साल भर से आते-जाते रहे हैं. किसान नेताओं का कहना था कि लम्बें समय तक तम्बू और टेंट में रुके रहे किसानों की बदौलत ही यह आंदोलन चला है और जीत मिली है. जिसके दबाव में आकर सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया है. आंदोलन का मकसद पूरा होने के बाद ऐसे किसानों को नहीं भूला जा सकता. उनका सम्मान करने के बाद ही उन्हें भेजा जाएगा. इस दौरान किसान नेता राजाराम मील, रणजीत सिंह, पेमाराम, तारा सिंह, पवन दुग्गल, अमराराम सहित जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर और काफी किसान मौजूद रहे.

किसान नेताओं का कहना है कि यह किसानों की बड़ी जीत है. करीब एक साल से किसान संघर्ष कर रहे थे और आखिर सरकार को तीनों कृषि बिल वापिस लेने ही पड़े है. इसलिए अब यह आंदोलन खत्म किया जा रहा है.

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