राज्य महिला आयोग ने राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर स्थित माही हॉस्टल का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण में सामने आया कि गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों को आधा कच्चा आधा पका हुआ खाना दिया जा रहा था.
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जयपुरः राज्य महिला आयोग ने राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर स्थित माही हॉस्टल का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण में सामने आया कि गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों को आधा कच्चा आधा पका हुआ खाना दिया जा रहा था. वहीं, हॉस्टल में पर्याप्त रोशनी के साथ ही सफाई व्यवस्था का भी अभाव मिला. आयोग ने हॉस्टल वार्डन और विश्वविद्यालय प्रशासन को तलब किया है. राजस्थान राज्य महिला आयोग की टीम ने गुरुवार को राजस्थान विश्वविद्यालय परिसर स्थित माही हॉस्टल का निरीक्षण किया. आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज के नेतृत्व में टीम अचानक माई हॉस्टल पहुंची.
टीम में अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती, सदस्य सचिव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्रपाल सिंह, रजिस्ट्रार सह विशेषाधिकारी अयुब खान व उप सचिव कमल सिंह यादव शामिल थे.
भोजन में चावल आधे कच्चे
इस दौरान टीम भोजन कक्ष का निरीक्षण करने पहुंची तो पाया कि चार वॉसवेशन में से तीन खराब तथा मात्र एक ही सही पाया गया. भोजन कक्ष में प्रकाश की कमी पायी गई. भोजन की गुणवत्ता निर्धारित मानको के अनुरूप नही पाई गई. अध्यक्ष रेयाज ने आज बने हुए भोजन को टेस्ट किया तो सब्जी के अलावा चावल भी सही ढंग से पके हुऐ नहीं पाए गए. इसके संबंध में कार्यवाहक वार्डन ने अवगत करवाया की वें शीघ्र ही भोजन की गुणवत्ता में सुधार करेंगी. कक्ष में तीन पंखे व चार ट्यूब लाईट लम्बे समय से खराब चल रही हैं.
निरीक्षण के दौरान हॉस्टल में साफ-सफाई भी ठीक ढंग से नहीं पाई गई. लचर सफाई व्यवस्था के संबंध में कार्यकारी मुख्य वार्डन ने स्पष्टीकरण दिया कि उनके पास सफाई व्यवस्था को बनाये रखने हेतु पर्याप्त सफाईकर्मी उपलब्ध नही हैं.
विश्वविद्यालय प्रशासन कर रहा अनदेखी.
मुख्य कार्यकारी वार्डन ने बताया कि उन्होने अस्थायी प्रभार 15 दिवस पहले ही ग्रहण किया हैं और वे विश्वविद्यालय प्रशासन को इन समस्याओ से अवगत करवा चुकी हैं. इस पर अध्यक्ष रेहाना रेयाज ने अब तक छात्रावास की ओर से विश्वविद्यालय प्रशासन को लिखे पत्रों की फोटो प्रतियां ली. महिला आयोग में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार (प्रशासन) मुख्य कार्यकारी वार्डन व छात्रावास के अन्य अधिकारियों को 21 सितम्बर को बालिकाओं की समस्याओं का निराकरण करने के लिए नोटिस द्वारा तलब किया है.
छात्रावास की छात्राओं के साथ बातचीत के दौरान अध्यक्ष रेयाज ने छात्राओं को आश्वस्त किया की वें किसी भी प्रकार की समस्या होने पर राजस्थान राज्य महिला आयोग में सम्पर्क कर सकती हैं. आयोग अन्य बालिका छात्रावासों का शीघ्र औचक निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट सरकार को भेजेगा.
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