Jaipur News: हिंगोनिया गौशाला का किया मेयर मुनेश गुर्जर ने निरीक्षण, गर्मी में छांव नहीं मिलने से खुले में गौवंश रहने को मजबूर
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Jaipur News: हिंगोनिया गौशाला का किया मेयर मुनेश गुर्जर ने निरीक्षण, गर्मी में छांव नहीं मिलने से खुले में गौवंश रहने को मजबूर

Jaipur News: हिंगोनिया गौशाला का मेयर मुनेश गुर्जर ने निरीक्षण किया. गर्मी में छांव नहीं मिलने से खुले में गौवंश रहने को मजबूर इस दौरान गुर्जर को दिखाई दिए. जिस पर उन्होंने जरूरी निर्देश दिए.

Jaipur News: हिंगोनिया गौशाला का किया मेयर मुनेश गुर्जर ने निरीक्षण, गर्मी में छांव नहीं मिलने से खुले में गौवंश रहने को मजबूर

Jaipur News: हिंगोनिया गौशाला में भीषण गर्मी में खुले में रहने को मजबूर गायों की सुध लेने के लिए अब निगम प्रशासन जागा है. नगर निगम ग्रेटर की मेयर के निरीक्षण के बाद आज निगम हैरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर ने गौशाला का निरीक्षण कर गायों की चारा, पानी, छांव की व्यवस्था का जायजा लिया. 

जयपुर नगर निगम हैरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर ने आज हिंगोनिया गौशाला का निरीक्षण किया. यहां गायों को गर्मी में दिए जा रहे सूखे चारे को देख उन्होंने गौशाला का संचालन देख रहे बलरमा ट्रस्ट के पदाधिकारियों और निगम अधिकारियों पर नाराजगी जताई. उन्होंने गायों को पर्याप्त मात्रा में हरा चारा देने के साथ निगम अधिकारियों को यहां नए बाड़े बनवाने, छांव के लिए शेड लगाने के निर्देश दिए.

इसके साथ ही बलराम ट्रस्ट के पदाधिकारियों को गौशाला में बड़ी संख्या में पौधारोपण करने और गर्मी के समय गायों के बाड़ों में दिन में दो बार पानी का छिड़काव करने के निर्देश दिए. जिससे गायों को गर्मी से राहत मिले. मेयर ने जब गायों के बाड़ों में जाकर चारा देखा तो दंग रह गई. बिल्कुल सूखा चारा देख उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि आप इन्हें क्या खिला रहे है? गर्मी क्या इतना सूखा चारा गाय या अन्य दूसरे पशु खा सकते है क्या? इसमें हरा चारा या बाट क्यों नहीं मिलाया गया.

मैनेजमेंट देख रहे लोगों ने बताया कि इसमें पर्याप्त मात्रा में बाट मिलाया है, लेकिन नीचे गिर गया? इस जवाब पर मेयर ने खुद हाथ से चारा उठाया और कहा मुझे बताओ कि इसमें कितना बाट तुम्हे दिख रहा है.

मेयर की इस नाराजगी पर अधिकारी चुप हो गए. वहीं उन्होंने नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों को भी इस मामले पर फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि जब निगम की तरफ से पूरा पैसा दिया जा रहा है तो गायों को पर्याप्त हरा चारा क्यों नहीं दिया जा रहा ?

उधर मेयर मुनेश गुर्जर ने गौशाला में बढ़ती गायों की संख्या और उनके लिए कम पड़ते बाड़ों को देखते हुए 7-8 नए बाड़े तैयार करने के निर्देश दिए. ताकि गायों को गर्मी में अच्छे से खुले में रखा जा सके. इसके साथ ही उन्होंने निगम अधिकारियों को गौशाला का प्रबंध देख रहे पदाधिकारियों से कहा कि गौशाला परिसर में बाड़ों के चारों ओर और उसके आसपास बड़ी संख्या में पेड़-पौधे लगाए, ताकि यहां तापमान नियंत्रित रहे और गायों को गर्मी से परेशान न होना पड़े. मेयर ने गायों पर पानी का छिड़काव दिन में कम से कम दो बार करवाने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि गायों को गर्मी से बचाने के लिए इतना प्रयास करना जरूरी है. ताकि वे अच्छे से रह सके.

बहरहाल, सवाल ये है कि जब दोनों निगमों की ओर से हर माह 3 करोड़ से ज्यादा का भुगतान किया जा रहा है तो फिर क्यों इस गर्मी में गौवंश को हरे चारे की जगह सूखा चारा खिलाया जा रहा है. क्यों इस गर्मी मे गौमाता को बिना छांव रखा जा रहा है. क्यों गऊ माता की सेवा में हरे कृष्ण मूवमेंट प्रबंधन लापरवाही बरत रहे हैं. जबकि निगम से अनुदान मिलने के अलावा प्रबंधन दूध, घी भी बेचता है साथ में दानदाता भी खूब दान करते है. 

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