राजस्थान के लापरवाह अफसर, बिना किसी तैयारी बैठक में पहुंचे, जवाब नहीं मिला तो नेता नाराज
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राजस्थान के लापरवाह अफसर, बिना किसी तैयारी बैठक में पहुंचे, जवाब नहीं मिला तो नेता नाराज

जयपुर न्यूज: अल्पसंख्यक आयोग की बैठक में बिना तैयारी के अफसर पहुंचे. बैठक में खफा अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष रफीक खान ने बैठक में बिना तैयारी के पहुंचे अधिकारियों को लताड़ लगाई. वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को लताड़ लगाई गई.

राजस्थान के लापरवाह अफसर, बिना किसी तैयारी बैठक में पहुंचे, जवाब नहीं मिला तो नेता नाराज

Jaipur: अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रफीक खान ने जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में पंद्रह सूत्रीय कार्यक्रम को लेकर बैठक ली. बैठक में अफसर बिना तैयारी पहुंचे. शिक्षा विभाग के सीडीओ और आईटीआई के प्रिंसिपल को गलत आंकड़े बताने पर रफीक खान ने नाराजगी जाहिर करते हुए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए. पन्द्रह सूत्रीय बैठक में अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर खान ने नाराजगी व्यक्त की.

साथ ही लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को लेकर सख्त निर्देश दिए. बैठक में बिना तैयारी के पहुंचे अधिकारियों को आगे से पूर्ण तैयारी के साथ बैठक में पहुंचने के निर्देश दिए. खान ने कहा कि अधिकारियों को अपना दायित्व निभाना होगा. जो भी कार्य उनको दिये गए हैं उसमें लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की जाएगी. रफीक खाने ने कहा कि मुख्यमंत्री की कोशिश है पूरे प्रदेश में आम आदमी को योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा फायदा मिले. उन्होंने कहा कि कुछ सेक्टर में कार्य तेजी से हुए हैं लेकिन कुछ क्षेत्रों में कार्य धीरे चल रहे हैं. इसमें तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

बैठक में गलत आंकड़े पेश करने पर जताई नाराजगी

एजुकेशन लोन, बिजनेस लोन अच्छे से दिए जा रहे हैं. छात्रृवतियां मिल रही हैं. इंडस्ट्रियल क्षेत्र में इंडस्ट्री लगे इसके लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को मनरेगा से जोड़ा जाए और इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना के तहत भी इन्हें लाभान्वित करने की रूपरेखा तैयार की जाए. उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पर्याप्त संख्या में आवास स्वीकृत करने के निर्देश दिए.अल्पसंख्यक समुदाय की बस्तियों में आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए नगर निगम और जेडीए को निर्देशित किया.

जिला कलेक्टर को दिए कार्रवाई करने के निर्देश

वर्तमान में अल्पसंख्यक समाज के लिए शिक्षा एवं रोजगार दो बड़ी प्राथमिकताएं हैं ऐसे में विभागीय अधिकारी शिक्षा और रोजगार से जुड़े प्रकरणों को प्राथमिकता से निस्तारित करें. उन्होंने उर्दु शिक्षण के लिए अधिक संसाधन जुटाने और अल्पसंख्यक समुदाय के मेधावी विद्यार्थियों के लिए छात्रवृति आवेदनों के समयबद्ध निस्तारण करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों के नैसर्गिक विकास के लिए अल्पसंख्यक आबादी बहुल इलाकों में आंगनबाड़ी केन्द्रों की संख्या में बढ़ोतरी की जाए.

साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी और साथिन के संवर्ग में भी अल्पसंख्यक समाज की महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करें.बैठक में आयोग अध्यक्ष ने मदरसों के आधुनिकीकरण पर जोर देते हुए कहा कि मदरसों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले इसके लिए ना केवल मदरसों में पर्याप्त सुविधाएं मुहैया करवाने की जरूरत है बल्कि प्रशिक्षित शिक्षकों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए.खान ने कहा कि आईटी के जमाने में तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास से अल्पसंख्यक समुदाय की तस्वीर-तकदीर बदलेगी.सलिए विभागीय अधिकारी समुदाय के युवाओं के लिए तकनीकी प्रशिक्षण की व्यवस्था करें.

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