जयपुर न्यूज: फर्जी कॉल सेंटर पर दबिश देकर अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा, 32 गिरफ्तार
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जयपुर न्यूज: फर्जी कॉल सेंटर पर दबिश देकर अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा, 32 गिरफ्तार

जयपुर न्यूज: फर्जी कॉल सेंटर पर दबिश देकर अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा पुलिस ने किया है. मामले में पुलिस ने 32 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस की टीम मामले की जांच में जुट गई है.

 

जयपुर न्यूज: फर्जी कॉल सेंटर पर दबिश देकर अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा, 32 गिरफ्तार

Jaipur: राजधानी की चित्रकूट थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक फर्जी कॉल सेंटर पर दबिश देकर ठगी की वारदातों को अंजाम देने वाले एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का खुलासा करते हुए 32 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

गिरफ्तार किए गए लोगों में ज्यादातर लोग नॉर्थ ईस्ट के रहने वाले हैं. आरोपियों द्वारा यूएस के 60 साल से अधिक उम्र के नागरिकों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा था और डॉलर में राशि ठगी जा रही थी. गिरोह से जुड़े हुए कई लोग राजस्थान से बाहर और कुछ लोग विदेश में भी मौजूद हैं. जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. साथ ही इस कार्रवाई को लेकर भारतीय दूतावास, इंटरपोल व अन्य सुरक्षा एजेंसियों को भी सूचित किया गया है.

चित्रकूट मार्ग स्थित जानकी टावर में जनवरी माह के अंत से एक फर्जी कॉल सेंटर का संचालन किया जा रहा था, जिसकी भनक पुलिस तक को नहीं लग सकी. कॉल सेंटर में बैठ कर युवाओं द्वारा यूएस के सीनियर सिटीजन को निशाना बनाया जा रहा था. पुलिस मुख्यालय की इंटेलिजेंस विंग की सूचना पर चित्रकूट थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कॉल सेंटर पर दबिश दी.

जहां बड़ी तादाद में युवक-युवतियां कंप्यूटर पर काम करते और हेडफोन लगा अंग्रेजी में लोगों से बात करते हुए मिले. पुलिस टीम को देख कॉल सेंटर में मौजूद आरोपियों से भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने सभी को घेर कर पकड़ लिया.

पुलिस ने कॉल सेंटर में टेक्निकल सपोर्ट का काम करने वाले दीपक शॉह और मैनेजमेंट का काम देखने वाले अमन से पूछताछ की तब जाकर ठगी का एक बडा नेटवर्क सामने आया. पुलिस ने बताया कि कॉल सेंटर से यूएस के 60 साल से अधिक उम्र के नागरिकों को उनके कंप्यूटर पर वायरस या बग आने की जानकारी दी जाती, साथ ही सिस्टम हैक होने के मैसेज भेजे जाते.

साथ ही इस समस्या का निदान करने के लिए कंप्यूटर स्क्रीन पर एक टोल फ्री नंबर डिसप्ले किया जाता. जैसे ही यूएस का कोई भी नागरिक उक्त नंबर पर संपर्क करता तो उसे अपनी बातों के जाल में फंसा और कानूनी पेचीदगी में फंसाने की धमकी दे डॉलर में ट्रांजेक्शन कराया जाता. इस पूरे प्रकरण में कुछ अन्य लोगों को भी पुलिस ने नामजद किया है जिनकी तलाश की जा रही है. गिरफ्त में आए आरोपियों में मेघालय, नागालैंड, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के लोग शामिल हैं.

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