Jaipur News: नगर निगम ग्रेटर के 'ग्रेट' इंजीनियर्स की रिपोर्ट जांच में पाई गई धांधली! कार्यशैली पर उठाए गए सवाल
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Jaipur News: नगर निगम ग्रेटर के 'ग्रेट' इंजीनियर्स की रिपोर्ट जांच में पाई गई धांधली! कार्यशैली पर उठाए गए सवाल

Jaipur News: नगर निगम ग्रेटर के ग्रेट इंजीनियरों और ठेकेदारों ने जिन कामों को क्वालिटी वर्क बताया था, उन कामों को एमएनआईटी ने अपनी जांच में घटिया बता दिया है. अब  इंजीनियर्स के काम पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है.

Jaipur News: नगर निगम ग्रेटर के 'ग्रेट' इंजीनियर्स की रिपोर्ट जांच में पाई गई धांधली! कार्यशैली पर उठाए गए सवाल

Jaipur News: नगर निगम ग्रेटर के ग्रेट इंजीनियरों और ठेकेदारों ने जिन कामों को क्वालिटी का बताया उन कामों को एमएनआईटी ने अपनी जांच में फेल बता दिया. जयपुर नगर निगम ग्रेटर में रोड, फुटपाथ, रोड लाइट के जो काम करवाए जा रहे है उनकी गुणवत्ता जांच में बेहद घटिया निकली.

एमएनआईटी ने जारी की रिपोर्ट

एमएनआईटी की रिपोर्ट अब नगर निगम के उन इंजीनियरों की कार्यशैली पर भी सवाल उठा रही हे, जिनके एरिया में ये काम हुए और उन कार्यो को इंजीनीयरों ने अपनी रिपोर्ट में गुणवत्तापूर्ण बताया. नगर निगम ग्रेटर के इंजीनियरों की सिविल वर्क की परफेक्ट रिपोर्ट एमएनआईटी की जांच में फेल हो गई. ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से सड़कों की गुणवत्तापूर्ण और वर्क ऑर्डर के अनुरूप सड़कें नहीं बनाए जाने की शिकायतों के बाद थर्ड पार्टी से जांच करवाई गई.

काम की गुणवत्ता बेहद घटिया मिली

थर्ड पार्टी जांच में रोड, फुटपाथ, रोड लाइट के जो काम करवाए जा रहे है, उनकी गुणवत्ता बेहद घटिया मिली. पिछले महीने नगर निगम ग्रेटर कमिश्नर ने अलग-अलग वार्डो में करवाए गए कार्यो की रेंडम जांच जब एमएनआईटी से करवाई तो उसमें इसका खुलासा हुआ.  

नगर निगम कमिश्नर रूकमणी रियाड़ ने लिखा था पत्र

दरअसल नगर निगम कमिश्नर रूकमणी रियाड़ ने मार्च में एक एमएनआईटी को पत्र लिखकर शहर में 9 अलग-अलग वार्डो में हुए कार्यो की जांच करवाई. इस जांच की जब रिपोर्ट एमएनआईटी ने पिछले महीने नगर निगम ग्रेटर को मुहैया करवाई तो उसमें 6 जगहों पर किया गया काम घटिया गुणवत्ता का मिला. एमएनआईटी की रिपोर्ट मिलने के बाद कमिश्नर ने इस पर कार्यवाही के लिए एक कमेटी बनाई, जिसमें उपायुक्त कार्मिक कविता चौधरी, अधीक्षक अभियंता मुख्यालय नितिन शर्मा, अधिशाषी अभियंता उमंग राजवंशी और सीनियर एकाउंटेंट रोहित पाराशर को शामिल किय.  इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में 33 लाख 39 हजार 131 रुपए का जुर्माना लगाने की सिफारिश की है.

इतनी लगेगी पेनल्टी

1- वी.के कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से मानसरोवर जोन के वार्ड 70 में मध्यम मार्ग पर वरूण पथ चौराहे से स्वर्ण पथ चौराहे तक नाले की मरम्मत एवं कवरिंग का काम किया. इस काम में खामिया पाए जाने पर निगम प्रशासन ने 30 हजार 23 रुपए का जुर्माना लगाया है.

2- मैसर्स श्री बालाजी कन्सट्रक्शन की ओर से वार्ड नं. 52, 54, 55 एवं 57 में वार्षिक रखरखाव निविदा के तहत किए विकास कार्य, जिस पर 7 लाख 8 हजार 056 का जुर्माना लगाया.

3- मैसर्स आर.सी. एंटरप्राइजेज की ओर से झोटवाड़ा, मुरलीपुरा, विद्याधर नगर और मानसरोवर जोन में टूटे हुए पोल की जगह नए पोल लगाने और फीडर पैनल पिल्लरों की रिपेयरिंग एसेसरिज का काम किया गया, जिस पर 6 लाख 862 रुपए की पेनल्टी लगाई.

4- श्रीजी बिल्डर्स एंड कॉन्ट्रेक्टर्स ने वार्ड 16, 17, 18 की विभिन्न कॉलोनियों में फुटपाथ टाइल और डामर सड़कों का काम वार्षिक रखरखाव निविदा के तहत किया था, जिस पर 11 लाख 43 हजार 753 रुपए का जुर्माना लगाया.

5- मैसर्स दीपक कंस्ट्रक्शन की ओर से वार्ड नं. 58, 61, 62 एरिया में वार्षिक रखरखाव निविदा के तहत विकास कार्य किया था, जिस पर 8 लाख 20 हजार 181 का जुर्माना लगाया.

6- मैसर्स वैभव लक्ष्मी एंटरप्राइजेज ने वार्ड नं. 69 में केएल सैनी स्टेडियम में पाथ-वे की मरम्मत का काम किया था, जिस पर 36 हजार 256 रुपए का जुर्माना लगाया.

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