Jaipur News : राजस्थान में पीने के पानी की बहुत ज्यादा समस्या रहती है. लेकिन जल स्रोतों का उपयोग कर इस समस्या को खत्म किया जा सकता है.जल जीवन मिशन और अमृत 2 योजना के जरिए गांव,शहरों तक पेजयल की राहत पहुंचाई जा रही है.
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Jaipur News : राजस्थान में पीने के पानी की बहुत ज्यादा समस्या रहती है. लेकिन जल स्रोतों का उपयोग कर इस समस्या को खत्म किया जा सकता है.जल जीवन मिशन और अमृत 2 योजना के जरिए गांव,शहरों तक पेजयल की राहत पहुंचाई जा रही है.आखिरकार जलदाय विभाग का ऐसा, कितना बेमिसाल रहा,देखें इस रिपोर्ट में...
भ्रष्टाचार के बाद बड़ी चुनौती
राजस्थान में जब बीजेपी की सत्ता सरकार में आई तो मालपुरा के विधायक कन्हैयालाल चौधरी को जलदाय मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी थी.जब जिम्मेदारी संभाली तो जल जीवन मिशन के 21000 हजार करोड के भ्रष्टाचार का बडा दाग लगा था.लेकिन इस दाग के बीच नई सरकार को जलदाय विभाग से जनता को राहत भी देनी थी.सरकार ने जल जीवन मिशन के जरिए गांव गांव तक पीने का पानी पहुंचाने का काम किया.
हर घर नल योजना के जरिए पानी पहुंचाया-
15 दिसंबर 2023 से 31.03.2024 तक लगभग 3.00 लाख ग्रामीण परिवारों को नल से जल उपलब्ध कराया गया. इन योजनाओं पर लगभग 2018 करोड़ की राशि खर्च की.इस वित्तीय वर्ष में लगभग 7.22 लाख ग्रामीण परिवारों को नल से जल उपलब्ध कराया गया.इन योजनाओं पर लगभग 3239 करोड़ की राशि का व्यय किया गया.वृहद परियोजनाओं में 22660 करोड की 54 निविदायें और वृहद परियोजनाओं के अतिरिक्त परियोजनाओं 1683 करोड की 479 निविदाएं आमंत्रित की गई.
नए पुराने हैंडपंप चालू करवाएं-
राज्य के विभिन्न जल प्रदाय योजनाओं में 1950 नये नलकूप लगाकर चालू किये गये है.2561 नये हैण्डपम्प लगाकर चालू किये गये है.2,34,273 खराब पाए गये हैण्डपम्पों को सुधार कर फिर शुरू किए गए.राज्य के कई जल प्रदाय योजनाओं पर दिनांक 15 दिसंबर 2023 से 31 मार्च 2024 तक 14303 अवैध जल संबंधों का चिन्हीकरण कर 11922 अवैध जल संबंधों का विच्छेदन किया गया. 1942 अवैध जल संबंधों का नियमितीकरण किया गया. इस वित्तीय वर्ष में 49975 अवैध जल संबंधों का चिन्हीकरण कर 46530 अवैध जल संबंधों का विच्छेदन किया गया और 3397 अवैध जल संबंधों का नियमितीकरण किया गया.
वाटर क्वालिटी का ध्यान रखा
वाटर क्वालिटी के तहत सरकार के शुरुआत के तीन महीने में राज्य के 3984 विद्यालयों, 2375 आंगनबाड़ियों, 3364 गाँवों के पेयजल स्त्रोतों का रासायनिक परीक्षण किया गया और 8452 गाँवों में महिलाओं को फील्ड टेस्ट किट से जल गुणवत्ता जांच के लिए प्रशिक्षित किया गया. इस वित्तीय वर्ष में वाटर क्वालिटी के तहत 20359 विद्यालयों, 15506 आंगनबाड़ियों, 30824 गाँवों के पेयजल स्त्रोतों का रासायनिक परीक्षण किया गया और 40464 गाँवों में महिलाओं को फील्ड टेस्ट किट से जल गुणवत्ता जांच के लिए प्रशिक्षित किया गया.जल जीवन मिशन के तहत जल गुणवत्ता जांच, निगरानी के लिए फील्ड टेस्ट किट और बैक्टीरियोलॉजिकल टेस्ट किट की खरीद के लिए निविदा आमंत्रित की गई.
अमृत 2.0 का रास्ता साफ
दो साल से अटके हुए अमृत 2.0 का रास्ता साफ किया गया.इस योजना के लिए डीपीआर बनवाई और अब जल्द ही इसके टैंडर लगाए जाएंगे.शहरी इलाकों में पानी की लाइन सुधारी जाएगी.पाइप लाइन बदली जाएगी.पिछली सरकार में डीपीआर तक नहीं बन पाई थी.
पदोन्नति और नियुक्तियों का तोहफा दिया-
अराजपत्रित संवर्ग में कुल 113 अभ्यर्थियों को अनुकम्पात्मक नियुक्ति दी गई,जिसमें कनिष्ठ अभियंता-01, कनिष्ठ सहायक-99 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी-11, कनिष्ठ प्रयोगशाला सहायक-02 शामिल है.इसके अलावा राजपत्रित संवर्ग में 251 अधिकारियों को, अराजपत्रित वर्ग में 97 कार्मिको तथा तकनीकी संवर्ग में 53 कार्मिको को पदोन्नति दी गई.