Rajasthan Politics: राठौड़ का राहुल गांधी पर हमला, बोले- राजनीति का ज्ञान नहीं, बीजेपी नेताओं से सीखें...
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Rajasthan Politics: राठौड़ का राहुल गांधी पर हमला, बोले- राजनीति का ज्ञान नहीं, बीजेपी नेताओं से सीखें...

Jaipur News: बीजेपी के 'एक रहोगे सेफ रहोगे' नारे पर राजस्थान में भी सियासत गरमाई हुई नजर आ रही है. इसी बीच 'एक रहोगे सेफ रहोगे' नारे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा दिए बयान पर पलटवार करते हुए मदन राठौड़ ने जमकर निशाना साधा.

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Rajasthan News: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. राठौड़ ने यहां तक कह दिया कि राहुल को राजनीति का ज्ञान नहीं है, बिना सोचे समझे कुछ भी बोल देते हैं, उन्हें हमारे वरिष्ठ नेताओं से बात करना चाहिए, सब समझ में आ जाएगा. राठौड़ ने आरोप लगाया कि महात्मा गांधी ने भी जवाहरलाल नेहरू के लिए देश को तोड़ने का काम किया.

बीजेपी के 'एक रहोगे सेफ रहोगे' नारे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तिजोरी सेफ को दिखाते हुए उसमें अडाणी को रखने को लेकर कटाक्ष किया है. इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पलटवार करते हुए कहा कि उनके पास विपक्ष के नेता का पद है, उन्हें समाज को तोड़ने का नहीं जोड़ने का काम करना चाहिए, जिसके मन में चोर होता है वो वैसा ही सोचता है. हमारे मन में साफ है कि देश एक रहे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने साफ कहा किसी की पूजा पद्धति कोई भी हो, मस्जिद में नमाज पढ़े या मंदिर में प्रार्थना करें. इससे किसी को एतराज नहीं है, लेकिन देश के प्रति समर्पण का राष्ट्रीय भाव चाहिए, देश के कण कण के प्रति आत्मीयता का भाव चाहिए.

मदन राठौड़ ने यहां तक कह दिया कि राहुल गांधी को राजनीति का ज्ञान नहीं है. राहुल गांधी ने सुरक्षा कवच में घर में बैठकर पढ़ाई की. मास्टर ने जो कुछ भी ज्ञान दिया वह लिया, उसके आधार पर राजनीति कर रहे हैं. उन्हें धरातल पर आना चाहिए, किस परिप्रेक्ष्य में शब्दावली या बात कही गई है. समग्र राष्ट्र को एक रखने की बात कही है कि देश का प्रत्येक समाज संगठित रहे, एक रहे, सुरक्षित रहेगा तो इसमें एक व्यापारी की बात कहां से आ गई ?

राठौड़ ने कहा कि राहुल गांधी की बुद्धि पर मैं क्या जवाब दूं. कभी भी कुछ भी बोल देते हैं. कभी फैक्ट्री में जलेबी बनवाते हैं, तो कभी वो आलू से सोना कैसे बनाते हैं. वहीं लाल मिर्च और हरी मिर्च में अंतर को देखते हुए लाल मिर्च की खेती की बात करते हैं. वो कहीं भी किसी भी बात पर चर्चा कर लेते हैं, जिसका कोई अर्थ नहीं है. राहुल गांधी को हमरे वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठ कर इस बारे में समझना चाहिए, समझ में आ जाएगा, लेकिन समझने की कोशिश ही नहीं करें तो क्या किया जा सकता है. 'एक रहोगे सेफ रहोगे' को भी कहां मोडकर ले गए, एक उद्योगपति को ले जाए जबकि कई दूसरे उद्योगपति भी हैं. उन्हें राजनीति को समझने की जरूरत है.

बीजेपी अध्यक्ष राठौड़ ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस आजादी के समय से देश को तोड़ते हुए आई है. आजादी के समय महात्मा गांधी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू के लिए देश को तोड़ दिया. कांग्रेस तुष्टीकरण के आधार पर देश को तोड़ रही है. राहुल गांधी और कांग्रेस के नेता ने कभी नहीं विरोध किया कि हैदराबाद या सिकंदराबाद का कोई नेता यह कहता है 15 मिनट दे दो हम सब सलट लेंगे, उस पर क्यों नहीं प्रतिक्रिया करते हैं. इसी तरह पूर्व सीएम की मौजूदगी में जयपुर में भी मौलवी बोल गए कि हम सड़कों पर आ गए तो ...वोट बैंक की खातिर कांग्रेस नेता क्यों नहीं कुछ बोलते हैं। लगता है हम राजनीति को किस दिशा में और कहां लेकर जा रहे हैं ।

कांग्रेस नेता धीरज गुर्जर के काम नहीं करने पर अधिकारियों को जूते मारने के बयान पर बीजेपी अध्यक्ष राठौड़ ने आक्रोश व्यक्त किया. राठौड़ ने कहा कि यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. ऐसे लोगों को बेनकाब करना चाहिए। राजनीति को किस दिशा में ले जा रहे हैं ? क्या दादागिरी, गुंडागर्दी की राजनीति चलेगी क्या ? पुलिस संरक्षण से किसी अपराधी को छुड़कार ले जाएं गुंडागर्दी का राज राजस्थान में पैदा करना चाहते हैं. बाहुबलियों का राज चलेगा क्या या नीतिगत राज चलेगा. राजस्थान की जनता को भी निर्णय करना चाहिए राजनेताओं का व्यक्तित्व कृतित्व ये सब कैसा होना चाहिए. ऐसे लोगों को बेनकाब करने की जरूरत है, इनको संरक्षण देने की जरूरत नहीं है. अपने आप लाइन पर आ जाएंगे. बाहुबलियों का राज पैदा कर दिया तो सभ्य राजनीति कैसे कर सकेंगे. हमारे मतदाताओं को ऐसा फैसला करना चाहिए.

इधर बीजेपी अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पार्टी के संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी. साथ ही नगर निगम हैरिटेज और ग्रेटर के अलग-अलग जयपुर स्थापना समारोह करने पर राठौड़ ने कहा कि अलग अलग संस्थाएं हैं, तो कार्यक्रम भी अलग कर रहे हैं. इसमें किसी प्रकार की कोई बुराई नहीं है. 

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