राजधानी जयपुर में भी कुछ मौके पर ही नाइट ट्यूरिज्म देख पा रहे है. यदि नाइट ट्यूरिज्म की संख्या में इजाफा हो तो रात्रि में पर्यटक रूक तो पर्यटन उधोग को भी बढावा मिलेगा. पर्यटन को बढाने के लिए पर्यटन विभाग की योजना धरातल पर नजर नहीं आ रही.
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Jaipur News: राज्य सरकार प्रदेश में पर्यटकों को बढाने के लिए प्रयासरत है, लेकिन पर्यटन विभाग की ओर से प्रदेश में नाइट ट्यूरिज्म नहीं होने से पर्यटक प्रदेश में नहीं रूक पा रहा. पर्यटन विभाग प्रदेश में कुछ खास मौकों पर ही कुछ कार्यक्रमों के जरिये नाइट ट्यूरिज्म को समीति कर दिया है. राजधानी जयपुर में भी कुछ मौके पर ही नाइट ट्यूरिज्म देख पा रहे है. यदि नाइट ट्यूरिज्म की संख्या में इजाफा हो तो रात्रि में पर्यटक रूक तो पर्यटन उधोग को भी बढावा मिलेगा.
देश- दुनिया में पिंकसिटी अपनी अलग पहचान रखते हुए विश्व विरासत में शामिल है. जहां आमेर फोर्ट, हवामहल, अल्बर्ट हॉल, नाहरगढ फोर्ट, जयगढ फोर्ट, जंतर-मंतर समेत अन्य पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है. इसके अलावा पर्यटन में इजाफा करने के लिए पर्यटन विभाग को नया पर्यटन दिखाने की आवश्यकता है. ताकि देश-दुनिया से आने वाला पर्यटक बार-बार राजस्थान आने की चाह रखे.
पर्यटन अधिकारियों की माने तो सरकार पर्यटन को बढाने के लिए पर्यटन के लिए सर्किट बनाने जा रही है जिसमें ग्रामीण पर्यटन, फिल्म पर्यटन जैसे अन्य पर्यटन सर्किट बनाने जा रही उसके लिए अभी ओर इंतजार करना होगा. राज्य सरकार लगातार हर वर्ष बजट में पर्यटन बजट में भी इजाफा कर रही है, लेकिन पर्यटन को बढाने के लिए पर्यटन विभाग की योजना धरातल पर नजर नहीं आ रही.
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पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि नाईट टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार कार्यरत है. समय समय पर म्यूजिकल नाईट, मेले, नाईट मार्केट के आयोजन किये जाते है. जिससे की टूरिस्ट रात में भी भ्रमण कर सके. पिंकसिटी को नाईट में पर्यटक निहार सके. अब सरकार कार्यक्रमों तक सिमित नहीं रहेगी. नए प्रयास विभाग की ओर से किए जा रहे है.
विभाग नाईट टूरिज्म को एक नया आयाम देगा. वहीं गाईड महेश शर्मा का कहना है कि हर बार पर्यटक राजस्थान समेत जयपुर में महल, किले ही नहीं देखना चाहता जब भी वही राजस्थान में आए तो नया पर्यटन देखने की चाह रखता है. जरूरी है तो सरकार को अब प्रदेश में किले- महल के अलावा नया पर्यटन सर्किट बनाने की आवश्यकता है.