राजस्थान में जलदाय विभाग एक्शन मोड पर, धीमी गति से काम करने वाली फर्मों पर लगीई पेनल्टी, लिस्ट में इन फर्मों का है नाम
Advertisement

राजस्थान में जलदाय विभाग एक्शन मोड पर, धीमी गति से काम करने वाली फर्मों पर लगीई पेनल्टी, लिस्ट में इन फर्मों का है नाम

Jaipur:राजस्थान में जलदाय विभाग एक्शन मोड पर है, गांवों में घर-घर तक पानी पहुंचाने के कार्य में विलंब करने वाली फर्मों पर विभाग ने यह कार्रवाई की है, जानें किन-किन फर्मों का नाम इस लिस्ट में शामिल है. 

 

राजस्थान में जलदाय विभाग एक्शन मोड पर, धीमी गति से काम करने वाली फर्मों पर लगीई पेनल्टी, लिस्ट में इन फर्मों का है नाम

Jaipur: जलदाय विभाग की परियोजनाओं में लगातार देरी कर रही कॉन्ट्रेक्टर फर्मों के लिए कड़ी कार्रवाई करेगा. 31 दिसंबर तक विभिन्न परियोजनाओं में अपेक्षित गति लाने की समय सीमा तय करते हुए संबंधित मुख्य अभियंताओं और अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं को कार्य में लापरवाही बरत रही फर्मों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.31 दिसम्बर के बाद भी कार्य की प्रगति सकारात्मक नहीं दिखाई दे तो इन फर्मों को ब्लैक लिस्ट करने के साथ ही प्रोजेक्ट वापस लेकर रि-टेण्डर करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

विभाग के अफसरों को निर्देश दिए गए हैं कि फर्में अपनी परफोर्मेंस में अपेक्षित सुधार लाएं नहीं तो उनसे प्रोजेक्ट वापस लेने की कार्रवाई शुरू की जाएगी. इसके अलावा अत्यधिक देरी करने वाली फर्मों को नोटिस देकर उन पर पेनल्टी लगाने की कार्रवाई की गई है.

धीमी गति से काम कर रही फर्मों पर लगी पेनल्टी
अत्यधिक धीमी गति से कार्य करने पर फर्म मैं विष्णु प्रकाश पुंगलिया पर 1.46 करोड़, मैसर्स रीन वाटर टेक और मैं. पी सी स्नेहल कंस्ट्रक्शन कंपनी पर 1.88 करोड़, में. हिन्दुस्तान कंस्ट्रक्शन एवं ओम इंफ्रा (जॉइंट वेंचर) पर 1.43 करोड़, में. गुलाबचंद केवलचंद समदड़िया पर 1.40 करोड़ रुपए और फर्म में. जीए इंफ्रा पर 35 लाख रुपए की पैनल्टी लगाई गई है. साथ ही, वृहद परियोजनाओं पर काम कर रही सात कॉन्ट्रेक्टर फर्मों को नोटिस जारी कर कार्य की गति बढ़ाने के लिए निर्देशित किया गया है.

कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए
चितौड़गड़ जिले के भैंसरोडगढ़ के 38 गांवों को पानी पहुंचाने की 60.67 करोड़ लागत की परियोजना और 58.99 करोड़ रुपए लागत की नावां जलापूर्ति परियोजना पर कार्यरत मैंसर्स देवेन्द्र कंस्ट्रक्शन कंपनी, नोखा (बीकानेर) में 158 गांवों की जलापूर्ति की 591 करोड़ लागत की परियोजना पर कार्यरत में. हिन्दुस्तान कंस्ट्रक्शन और ओम इंफ्रा (जॉइंट वेंचर), धौलपुर जिले के डांग क्षेत्र के 94 गांवों को पानी पहुंचाने की सरमथुरा परियोजना पर काम कर रही मैं. गुलाबचंद केवलचंद समदडिया (जीसीकेसी), कोटा जिले में 73.62 करोड़ लागत की बोरावास मंडाना जलापूर्ति परियोजना पर कार्यरत मैं. जुबेरी इंजीनियरिंग एण्ड कंस्ट्रक्शन प्रा. लि.,झुंझुनूं के खेतड़ी में 186.30 करोड़ लागत की आईटीजेएसके परियोजना पर कार्यरत फर्म मैं. जीए इंफ्रा, 115.70 करोड़ लागत की बूंगी-राजगढ़ जलापूर्ति परियोजना,

 चूरू में काम कर रही फर्म मैं. विष्णु प्रकाश पुंगलिया, सीकर में 138.80 करोड़ रुपए लागत की रतनगढ़-सुजानगढ़ जलापूर्ति परियोजना पर काम कर रही मैं. रीन वाटर टेक और मैं. पीसी स्नेहल कंस्ट्रक्शन कंपनी को परियोजना के कार्यों में गति लाने के निर्देश देते हुए 31 दिसम्बर तक प्रगति में सुधार नहीं होने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.

ये भी पढ़ें- Aadhar card latest update: आधार कार्ड का यदि पांच साल नहीं किया इस्तेमाल तो हो जाएगा 'डिएक्टिवेट', इन योजनाओं से हो जाएंगे वंचित

 

 

Trending news