फीमेल पैंथर की तलाश में जयपुर के आबादी क्षेत्र में घुस रहे मेल पैंथर, यूं करनी पड़ रही मशक्कत
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फीमेल पैंथर की तलाश में जयपुर के आबादी क्षेत्र में घुस रहे मेल पैंथर, यूं करनी पड़ रही मशक्कत

सर्दियों के सीजन में अधिकत्तर देखा जाता है कि राजधानी जयपुर समेत प्रदेशभर में पैंथर जंगल से आबादी में घूस आ रहे है. सर्दियों के सीजन में सबसे ज्यादा मेल पैंथर जंगल से बाहर आ रहे है.  राजधानी जयपुर में मेल पैंथर जंगल छोडकर आबादी क्षेत्र में मूवमेंट देखा गया है.

फीमेल पैंथर की तलाश में जयपुर के आबादी क्षेत्र में घुस रहे मेल पैंथर, यूं करनी पड़ रही मशक्कत

Jaipur News : सर्दियों के सीजन में अधिकत्तर देखा जाता है कि राजधानी जयपुर समेत प्रदेशभर में पैंथर जंगल से आबादी में घूस आ रहे है. सर्दियों के सीजन में सबसे ज्यादा मेल पैंथर जंगल से बाहर आ रहे है.  राजधानी जयपुर में मेल पैंथर जंगल छोडकर आबादी क्षेत्र में मूवमेंट देखा गया है. जिसके लिए वन विभाग की रेस्क्यू टीम द्वारा ट्रेंकूलाइज कर रेस्क्यू किया है. वन अधिकारियों की माने तो सर्दियों के सीजन में पैंथर जंगल से ज्यादात्तर बाहर आते हैं.

वन विभाग के अधिकारियों की माने तो झालाना वन रेंजर जनेश्वर सिंह चौधरी का कहना है कि मानव और वन्यजीवों के आपसी संघर्ष को रोकने के लिए वन विभाग की ओर से सुरक्षा के इंतजाम किए गए है. झालाना और आमागढ लेपर्ड सफारी से पैंथर के बाहर नहीं निकले उसको लेकर जंगल के चारों को 6—6 फीट की दिवार बनाई गई तो कहीं फेंसिंग भी गई है. फिर भी पैंथर सर्दियों के सीजन में देखा जाता है कि राजधानी जयपुर सहित प्रदेशभर में कहीं ना कहीं पैंथर जंगल से बाहर निकलकर आबादी क्षेत्र में घूस आते है. इनको रोकने के लिए वन विभाग की रेस्क्यू टीम द्वारा सूचना मिलने पर तुरंत प्रभाव से मौके से रेस्क्यू कर वन्यजीव को बचा रहे तो वहीं आमजन को भी राहत देने का काम कर रहे है. ,
वन विभाग के चिकित्सक डॉ.अरविंद माथुर ने बताया कि पिछले कुछ सालों से वन्यजीव पैंथर जंगल से आबादी की ओर निकल जाते है.

ये है कारण

आखिर में सर्दियों के सीजन में ऐसा क्यों होता है इसके तीन कारण हो सकते है जिसमें पहला कारण जंगल में अपने क्षेत्राधिकारी को लेकर आपसी टकराव और नया क्षेत्र बनाने के लिए बाहर निकल जाते है. वहीं दूसरा कारण सर्दियों के सीजन में मेल पैंथर साथी फिमेल पैंथर की तलाश में जंगल से बाहर निकल जाते है. क्योंकि सर्दियों के सीजन में मेटिंग का समय होने से मेल पैंथर फिमेल पैंथर की तलाश में बाहर आ जाते है. तीसरा कारण सर्दियों के सीजन में दिन छोटे और रात बडी होने से खाने—पीने की तलाश में भी जंगल से भटककर बाहर आ जाते है.

मूलता ये मुख्य तीन कारण ही होते जिसके कारण सर्दियों के सीजन में मेल पैंथर जंगल से बाहर निकलते है. इसके बचाव के लिए वन विभाग की अलर्ट रहता है. आमजन से भी अपील है कि जब भी आबादी क्षेत्र में यदि पैंथर दिखाई दे तो उसे मारे नहीं वरन 100 नम्बर से डायल कर सूचना दे ताकि वन विभाग तक सूचना पहुंच सके और वन्यजीव को रेस्क्यू कर बचाया जा सके, क्योंकि पैंथर शर्मीली प्रवृति का वन्यजीव होता है उससे छेडछाड नहीं करे यदि दिखाई दे तो व्यक्ति खुद सुरक्षित स्थान पर चले जाए.

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