Jaipur: सनातन धर्म मामले में राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को दिया ज्ञापन, रिटायर्ड मेजर जनरल अनुज माथुर के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल पहुंचे राजभवन
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Jaipur: सनातन धर्म मामले में राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को दिया ज्ञापन, रिटायर्ड मेजर जनरल अनुज माथुर के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल पहुंचे राजभवन

Anuj Mathur attack on udhayanidhi stalin over sanatan: सनातन धर्म के खिलाफ तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन की अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को शहर के प्रबुद्ध व्यक्तियों ने राज्यपाल कलराज मिश्र को ज्ञापन सौंपा.

Jaipur: सनातन धर्म मामले में राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को दिया ज्ञापन, रिटायर्ड मेजर जनरल अनुज माथुर के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल पहुंचे राजभवन

Retired Major General Anuj Mathur attack on udhayanidhi stalin over sanatan: सनातन धर्म के खिलाफ तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन की अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को शहर के प्रबुद्ध व्यक्तियों ने राज्यपाल कलराज मिश्र को ज्ञापन सौंपा. राष्ट्रपति के नाम सौंपे इस ज्ञापन द्वारा सनातन के विरुद्ध की गई आपत्तिजनक बयानबाजी को समाज में विद्वेष फैलाने वाला बताया, वहीं कहा गया कि यह भारत के खिलाफ सुनियोजित षड्यंत्र के तहत हो रहा है. इस पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए.

राज्यपाल कलराज मिश्र को सौंपा ज्ञापन 

रिटायर्ड मेजर जनरल अनुज माथुर के नेतृत्व में शुक्रवार दोपहर एक प्रतिनिधि मंडल राजभवन पहुंचा. प्रतिनिधि मंडल ने राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में बताया गया कि भारतवासियों की भावनाओं को आहत करने के सुनियोजित षड्यंत्र हो रहे हैं. ऐसा लगता है कि भारत को कमजोर करने की साजिश की जा रही है. ज्ञापन में राष्ट्रपति से मांग की है की उदयनिधि का बयान राष्ट्र हित के लिए घातक है। इस मामले में हस्तक्षेप कर कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करवाएं.

रिटायर्ड मेजर जनरल अनुज माथुर पहुंचे राजभवन

राजभवन से निकलने के बाद मेजर जनरल अनुज माथुर ने कहा सनातन चिर पुरातन, अनंत और नित्य नूतन है, जो ''वसुधैव कुटुम्बकम्'' और ''सर्वे भवन्तु सुखिनः'' की भावना पर आधारित है. यह किसी की आलोचना नहीं करता और सभी आदर्श विचारों को समाहित किए हुए है. ऐसे धर्म के बारे में अभद्रतापूर्ण टिप्पणी करना अत्यंत अनुचित है. उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म के बारे में दिए गए अपगानजनक बयान से विश्व के करोड़ों सनातन धर्मावलंबियों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है और समाज तथा देश में आक्रोश की तीव्र लहर फैली हुई है. भारतवासियों की भावनाओं को आहत करने के सुनियोजित षड्यंत्र हो रहे हैं और ऐसा लगता है कि भारत को कमजोर करने की साजिश की जा रही हैं.

करोड़ों सनातन धर्मावलंबियों की भावनाओं को ठेस- अनुज माथुर

तमिलनाडु प्रोग्रेसिव राइटर्स एंड आर्टिस्ट्स एसोसिएशन के चेन्नई में 2 सितम्बर को आयोजित ''सनातन एबॉलिशन कॉन्क्लेव में तमिलनाडु के खेल मंत्री डीएमके नेता उदयनिधि ने सनातन को डेंगू, मलेरिया, कोरोना जैसा बताते हुए इसके उन्मूलन की बात कही थी. जिससे देश भर में सनातन में आस्था रखने वालो में नाराजगी है. डीएमके I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल है. ज्ञापन देने वालो में सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस, सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी, एक्स वीसी एवं सेवानिवृत्त न्यायाधीश सम्मिलित थे. ले. जनरल विश्म्भर सिंह, पूर्व न्यायाधीश प्रशान्त अग्रवाल पूर्व आईएएस ललित के पंवार , से.नि. आईजी मदनसिंह राठौड़, से.नि. कर्नल देवानंद लोहमरोड़ सहित 63 गणमान्य नागरिको ने ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.

इस पर भी ज्यादा गुस्सा 

प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि प्रचंड विरोध और देश के अनेक हिस्सों में मुकदमे दर्ज करवाए जाने के बावजूद स्टालिन ने अपने इस असत्य एवं द्वेषपूर्ण भाषण के लिए न केवल माफी मांगने से इनकार कर दिया है, बल्कि अपने बयान पर कायम रहते हुए उसे बार-बार दोहराने की धृष्टता दिखाई है. उनकी इस हठधर्मिता ने आम भारतीय के आक्रोश को और बढ़ा दिया है. इस तरह के सुनियोजित नफरत फैलाने वाले भाषण राष्ट्र हित के लिए घातक हैं.

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सनातन धर्म में अगाध आस्था रखने वाले भारतीय नागरिकों से अपील की गई कि धार्मिक मान्यताओं, सामाजिक सौहार्द और भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि से जुड़े इस अति महत्वपूर्ण विषय में हस्तक्षेप कर सनातन धर्म का अपमान करने वालों पर कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करवाने की कृपा करें.

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