जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लगातार हवाई यात्रीभार में गिरावट देखी जा रही है. कम यात्रीभार के चलते जयपुर एयरपोर्ट पर लगातार उड़ानों के रद्द होने का सिलसिला जारी है.
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Jaipur: मानसूनी सीजन और कोरोना के अनलॉक के दौर में जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लगातार हवाई यात्रीभार में गिरावट देखी जा रही है. कम यात्रीभार के चलते जयपुर एयरपोर्ट पर लगातार उड़ानों के रद्द होने का सिलसिला जारी है. सबसे ज्यादा एयर एशिया और स्पाइसजेट एयरलाइन की उड़ान सेवाएं प्रभावित हो रही हैं.
बीते एक महीने से एयरपोर्ट से उड़ानों के रद्द होने की मुख्य वजह कम यात्रीभार और किराए में बढ़ोतरी है. जयपुर एयरपोर्ट से रोजाना महज दस हजार के आसपास यात्रियों का आवागमन हो रहा है. रोजाना औसतन पांच के आसपास उड़ानें रात तक रद्द हो रही हैं. बीते एक महीने में 160 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं.
किराया महंगा, यात्रीभार में गिरावट
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, मार्च में देशभर के सभी एयरपोर्ट पर समर शेड्यू्ल लागू किया गया था तब जयपुर एयरलाइंस कंपनियों ने 65 फ्लाइट के संचालन का शेड्यू्ल दिया था, लेकिन अभी जयपुर एयरपोर्ट से रोजाना 50 फ्लाइट ही उड़ान भर पा रही हैं. वहीं, ईंधन महंगा होने से किराया महंगा हो चुका है. यात्रीभार में 30 फीसदी तक की कमी आई है. इसी के चलते एयरलाइंस कंपनियों द्वारा ऑपरेशनल कारणों का हवाला देते हुए अंतिम समय पर फ्लाइट्स रद्द की जा रही हैं.
इन फ्लाइटों का संचालन प्रभावित
रात में इंडिगो एयरलाइन की गोवा, एयर इंडिया की कोलकाता की उड़ान अधिकांश समय रद्द हो रही हैं. एयर एशिया की मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, दिल्ली, स्पाइसजेट की अमृतसर, धर्मशाला की उड़ान, वहीं इंडिगो की गोवा, सूरत, चंडीगढ़, इंदौर, वाराणसी, हैदराबाद की उड़ान संचालन पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है. यह उड़ानें आए दिन रद्द हो रही हैं.
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