आतंकी हमलों को लेकर IB का अलर्ट, श्रीनाथजी मंदिर और अजमेर दरगाह पर सुरक्षा मजबूत करने की जरूरत
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आतंकी हमलों को लेकर IB का अलर्ट, श्रीनाथजी मंदिर और अजमेर दरगाह पर सुरक्षा मजबूत करने की जरूरत

नाथद्वारा के प्रसिद्ध श्रीनाथजी मंदिर और अजमेर में ख्वाजा की दरगाह की सुरक्षा और मजबूत करने की जरूरत है.

 IB का अलर्ट

Jaipur: नाथद्वारा के प्रसिद्ध श्रीनाथजी मंदिर और अजमेर में ख्वाजा की दरगाह की सुरक्षा और मजबूत करने की जरूरत है. इंटेलीजेंस ब्यूरो की सुरक्षा ऑडिट में दोनों ही प्रमुख धार्मिक स्थलों पर तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या कम बताई गई है. आईबी ने आतंकी हमलों के खतरे के मद्देनजर इनकी सुरक्षा बढ़ाने की सिफारिश की गई है.

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सेंट्रल आईबी ने पुलिस के साथ मिलकर की थी सुरक्षा ऑडिट
राजस्थान में नाथद्वारा का श्रीनाथजी मंदिर (Shrinathji Temple Nathdwara) हो या फिर अजमेर की ख्वाजा मोईनुद्दीन दरगाह (Ajmer Dargah), दोनों ही धार्मिक स्थलों पर देश विदेश से वीवीआईपी, राजनेता सहित बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं. केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद कुछ समय पहले गृहमंत्रालय ने देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों सहित महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा पुख्ता करने का इनपुट जारी किया था. सेंट्रल आईबी (IB) ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर इन स्थानों की सुरक्षा ऑडिट की थी. इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने दोनों धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए वर्तमान पदों को बढ़ाकर अतिरिक्त पद स्वीकृत करने का प्रस्ताव सरकार (Government) को भिजवाया है.

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- आईबी और पुलिस की संयुक्त टीम ने इस साल की शुरुआत में श्रीनाथजी मंदिर में सुरक्षा ऑडिट की. 
- ऑडिट रिपोर्ट में बताया कि श्रीनाथजी मंदिर में त्वरित प्रतिक्रिया बल अर्थात  क्यूआरटी नियोजित नहीं की गई है.
- नाथद्वारा में श्रीनाथजी के विश्व विख्यात धार्मिक स्थल होने से वीआईपी लोगों के आवागमन, जन्माष्टमी, दीपावली, होली जैसे  हिंदू पर्वों  पर भारी भीड़ रहती है. 
-धार्मिक दृष्टि से यह महत्वपूर्ण मंदिर है जिसमें आतंकवादी हमलने का खतरा रहता है.
- पूर्व में खुफिया एजेंसियों ने समय समय पर आतंकवादी हमले का अलर्ट जारी किया है. 
- श्रीनाथजी मंदिर की सुरक्षा के लिए पूर्व  में गृह विभाग ने 18 सितम्बर 2009 को 1 एसआई, 2 एएसआई, 1 एचसी, 9 कांस्टेबल, 3 महिला कांस्टेबल सहित कुल 16  स्वीकृत किए थे.
- रिपोर्ट के अनुसार मंदिर सुरक्षा के लिए 38 नए पदों की जरूरत है.
- नए पदों में  एसआई 1 एएसआई 2, हैड कांस्टेबल 7  और कांस्टेबल के 28 पदों की जरूरत बताई गई है.
- इन पदों पर सालाना 3 करोड़ 62 लाख 43 हजार का भार आएगा.
- दूसरी ओर इंटेलीजेंस ब्यूरो  तथा सीआईडी विशेष शखा जोन अजमेर की संयुक्त टीम 23 मार्च 2021 को सुरक्षा ऑडिट की.
- दरगाह में जियारत के लिए राष्ट्रीय स्तर के नेताओं सहित विदेशों तक से वीआईपी आते हैं.
- ऐसे में सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट में दरगाह शरीफ की संभावित आतंकीवादी हमले और अप्रिय घटना से बचाने के लिए नए पदों की जरूरत बताई है.
- दरगाह सुरक्षा के लिए पूर्व में गृह विभाग ने 22 सितम्बर 2009  को 6 एएसआई, 3 एचसी,  16 कांस्टेबल 3 महिला कांस्टेबल के पद स्वीकृत किए थे.
- इस तरह 25 अप्रेल 2011 को 1 एसआई, 3 एचसी, 26 सीटी, 4 एफसीटी  34 पद स्वीकृत किए थे.
-  इधर सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर एसपी अजमेर ने दरगाह की सुरक्षा में एक निरीक्षक, एक उपनिरीक्षक, 5 एसआई,  24 हैडकांस्टेबल,  261 कांस्टेबल  के नए पदों की जरूरत बताई.
- दरगाह में नए पदों पर सालाना 24 करोड 39 लाख वित्तीय भार आने की संभावना है.
- इधर रिपोर्ट के आधार पर एसपी राजसमंद और एसपी अजमेर ने सीआईडी मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा.
- डीआईजी सीआईडी सुरक्षा ने एक अक्टूबर 2021 को एडीजी पुनर्गठन को  प्रस्ताव भेजा.
- एडीजी पुनर्गठन संजीब नर्जरी ने दीपावली के बाद प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाया है.

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