Rail Minister Ashwini Vaishnav जयपुर दौरे पर रहे, जहां उन्होंने Gandhi Nagar railway station का निरिक्षण कर रेलवे स्टेशनों के रि-डेवलपमेंट की बात कही. जल्द यूरोप के रेलवे स्टेशन जैसे राजस्थान के रेलवे स्टेशन होंगे . और आने वाले दिनों में यात्रियों का यात्रा अनुभव और भी सुखद होगा.
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Jaipur: रोजगार मेला के तहत शनिवार को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव जयपुर पहुंचे. वहां उन्होंने मेला कार्यक्रम के दौरान अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए. रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव जयपुर के विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत के बाद गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर का दौरा किया. जहां उन्होंने गांधीनगर रेलवे स्टेशन के हो रहे रि-डेवलपमेंट ग्राफिक्स का भी जायजा लिया.
बता दें कि पीएम मोदी ने आज़ादी के 75 साल अमृत महोत्सव के मौके पर देशभर में 75 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटे. जिसे रोजगार मेला का नाम दिया गया है. मेले में शामिल होने के बाद रेलमंत्री बीजेपी कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीष पूनियां के 58 वें जन्मदिन के मौके पर 23 दिव्यागों को स्कूटी वितरण कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वह बीजेपी कार्यालय से रवाना होकर गांधीनगर रेलवे स्टेशन पहुंचे. यहां उन्होने गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर हो रहे रि-डेवलपमेंट ग्राफिक्स का जायजा लिया. निरिक्षण लेने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की जिसमें उन्होंने बताया कि पीएम मोदी देश के पूरे रेलवे नेटवर्क को किस तरह बदलने जा रहे है. रेलमंत्री ने कहा कि मोदी चाहते है कि आने वाले 50 सालों को ध्यान में रखकर रेलवे स्टेशन और रेलों को तैयार किया जाए.
पीएम की रेलवे को लेकर भविष्य योजनाओं के बाद रेलमंत्री ने जयपुर दौरे के दौरान अपने जोधपुर और जयपुर से अपने जुड़ाव के बारें में भी बताया. साथ ही कहा कि आने वाले समय में राजस्थान के लगभग आधा दर्जन रेलवे स्टेशनों की सूरत बदलने वाली है, जिसके बाद यूरोप के रेलवे स्टेशन से हमारे रेलवे स्टेशन किसी सूरत में कम नहीं लगेंगे.
गांधीनगर रेलवे स्टेशन के निरीक्षण के बाद रेलमंत्री विशेष रेल के जरिए वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए. गांधीनगर रेलवे स्टेशन के दौरे के दौरान सांसद रामचरण बौहरा, करौली धौलपुर सांसद मनोज राजोरिया और पूर्व मंत्री यूनुस खान साथ रहे.
रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के गांधीनगर स्टेशन दौरे के दौरान भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं में चर्चा का विषय रहें. केंद्रीय रेल मंत्री के जयपुर दौरे के दौरान राजस्थान भाजपा संगठन का कोई भी पदाधिकारी प्रोटोकॉल में साथ नहीं था. जिसके कारण गुफ्तगू होती रही.