29 अगस्त से ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन, तैयारियों पर सचिव उषा शर्मा ने दिए दिशा निर्देश
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29 अगस्त से ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन, तैयारियों पर सचिव उषा शर्मा ने दिए दिशा निर्देश

टोंक में राज्य सरकार की ओर से 29 अगस्त से राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन किया जाएगा. आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए  मुख्य सचिव उषा शर्मा ने सभी तैयारियों को 28 अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश दिये.

 29 अगस्त से ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन, तैयारियों पर सचिव उषा शर्मा ने दिए दिशा निर्देश

Jaipur news: टोंक में राज्य सरकार की ओर से 29 अगस्त से राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन किया जाएगा. आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए  मुख्य सचिव उषा शर्मा ने सभी तैयारियों को 28 अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश दिये. शर्मा ने सचिवालय में राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक 2022 खेलों के आयोजन की तैयारियों, कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए राज्य स्तरीय स्क्रीनिंग समिति एवं राज्य फ्लैगशिप कार्यक्रम के तहत संचालित योजनाओं के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक को संबोधित कर रही थीं. 

बैठक में उन्होंने कहा कि खेलों का आयोजन ग्राम पंचायत स्तर पर 29 अगस्त से एक सितंबर तक चार दिन तक होगा. इसमें कबड्डी, खो-खो, टेनिसबॉल क्रिकेट, वॉलीबॉल, हॉकी और शूटिंग वॉलीबॉल खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे. राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजनाएं मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, निरोगी राजस्थान योजना का प्रचार-प्रसार जन-जन तक करना है.

साथ ही अधूरी रह रही तैयारियों पर ओलंपिक खेलों से संबंधित टीमों का गठन, मैदानों के चिन्हिकरण, खेल सामग्री की खरीद एवं टीमों का प्रैक्टिस सेशन प्रारंभ करना सुनिश्चित करें.

 टीमों का गठन कर अभ्यास सत्र प्रारम्भ करें. बड़े स्तर पर ग्रामीण खेलों का आयोजन, भाईचारे की भावना बढ़ाने और हैप्पीनेस इंडेक्स बढ़ाने का एक अवसर है, जिसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें.

 टीकाकरण का कैलेंडर करे तैयार 

उषा शर्मा ने राज्य स्तरीय कोविड-19 स्क्रीनिंग कमेटी की अध्यक्षता करते हुए कहा कि, केन्द्र सरकार के निःशुल्क प्रिकॉशन डोज प्रदान करने के लिए 75 दिवसीय ‘कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव’ के तहत टीकाकरण का एक कैलेंडर तैयार करे.

लम्पी डिजीज पर की समीक्षा

इसके अलावा शर्मा ने पशुओं में फैल रही लम्पी डिजीज की समीक्षा करते हुए कहा कि, जिन जिलों में इस बीमारी का असर कम है, वहां पहले से इसकी रोकथाम के लिए प्रभावी उपाय अपनाए जाना सुनिश्चित करें. उन्होंने सभी  कलेक्टरों को इस बीमारी की रोकथाम के लिए सजग होकर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि पशुपालकों को जागरूक करने के लिए आयुर्वेदिक दवाइयों के उपयोग के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं. यह गाइडलाइन सभी जिला कलेक्टर्स सभी पशुपालकों को उपलब्ध कराए.

 चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का करे प्रचार-प्रसार 

 मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना व मुख्यमंत्री चिरंजीव स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि यह योजनाएं राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से हैं. 

इन योजनाओं की लगातार मॉनिटरिंग की जाएं. मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत जिन जिलों में योजना के तहत लाभान्वित होने वाले परिवारों की संख्या कम हैं वहां पर योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें और जन-जन तक योजना की जानकारी पहुंचाए, ताकि अधिकतम लोग लाभान्वित हो सकें. उन्होंने योजना का एक माह में मिशन मोड में प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने तथा संबंधित अधिकारियों को जिलों का दौरा कर योजना की समीक्षा करने के निर्देश दिये. 

पालनहार योजना के तहत वार्षिक भौतिक सत्यापन से शेष रहे प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण तथा सिलिकोसिस बीमारी के ऑफलाइन प्रकरणों को शीघ्र ऑनलाइन करने के  कलेक्टरों को निर्देश दिये.  इस अवसर पर विभिन्न विभागों के प्रमुख शासन सचिव, शासन सचिव व वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.

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