Rajasthan News: जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ेगी पार्किंग क्षमता, आवासीय कॉलोनी की जमीन पर बनेंगे विमानों के लिए 3 नए पार्किंग वे
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Rajasthan News: जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ेगी पार्किंग क्षमता, आवासीय कॉलोनी की जमीन पर बनेंगे विमानों के लिए 3 नए पार्किंग वे

Jaipur International Airport: जयपुर एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 को 27 अक्टूबर 2024 से शुरू कर दिया जाएगा. 3 माह बाद शुरू होने जा रहे एयरपोर्ट टर्मिनल-1 पर आगामी दिनों में कई नए विकास कार्य किए जाएंगे.

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Rajasthan News: जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अक्टूबर माह से टर्मिनल-1 को शुरू किया जाएगा. इस बीच यहां पर विमानों की पार्किंग बनाने के लिए कवायद शुरू हो गई है. टर्मिनल-1 के पास 3 विमान पार्क हो सकेंगे. वहीं टर्मिनल-1 से फ्लाइट संचालन को लेकर जल्द ही नए विकास कार्य भी करवाए जाएंगे. 

जयपुर एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 को 27 अक्टूबर 2024 से शुरू कर दिया जाएगा. 3 माह बाद शुरू होने जा रहे एयरपोर्ट टर्मिनल-1 पर आगामी दिनों में कई नए विकास कार्य किए जाएंगे.इनमें सबसे महत्वपूर्ण है एयरपोर्ट बिल्डिंग के पास नए पार्किंग वे बनाना है.

दरअसल टर्मिनल-1 की बिल्डिंग की ऊंचाई कम है, ऐसे में यहां एयरोब्रिज नहीं लगाए जा सकते हैं. इस कारण 27 अक्टूबर से जब यहां से विमानों का संचालन शुरू होगा, तो विमानों को टैंगो टैक्सी वे पर ही पार्क किया जाएगा. टर्मिनल-1 के पास पूर्व में जो पार्किंग वे बने हुए थे, उनकी रेंज रनवे के नजदीक रहने के चलते इनका उपयोग किया जाना संभव नहीं है.

ऐसे में एयरपोर्ट प्रशासन के लिए टर्मिनल-1 के आस-पास नए पार्किंग वे बनाना सबसे अधिक जरूरी है. टर्मिनल-1 के पास पूर्व में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की रिहाइशी कॉलोनी थी. यह कॉलोनी 2 वर्ष पूर्व खाली कराई जा चुकी है. ऐसे में इस रिक्त भूमि पर 3 विमानों के लिए पार्किंग वे बनाए जाएंगे. यहां एक साथ 3 बड़े विमान पार्क हो सकेंगे. वहीं जरूरत पड़ने पर छोटे विमानों को भी पार्क किया जा सकेगा.

टर्मिनल-1 है कितना तैयार ?

- टर्मिनल-1 पर कार पार्किंग की क्षमता बढ़ाई जाएगी

- अभी अराइवल हॉल में 1 कन्वेयर बैल्ट, अब 2 की जाएंगी

- अराइवल और डिपार्चर में इमिग्रेशन के 14-14 काउंटर्स होंगे

- डिपार्चर में यात्रियों के लिए 10 चेक इन काउंटर्स बनाए गए

- सुरक्षा जांच के लिए 4 फ्रिस्किंग काउंटर लगाए गए

- प्रत्येक शिफ्ट में करीब 90 सुरक्षाकर्मी मोर्चा संभालेंगे

- इनमें आधे सुरक्षाकर्मी CISF के, जबकि आधे एयरपोर्ट प्रशासन के होंगे

- एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 से टर्मिनल-2 के लिए शटल सर्विस भी चलेगी

- ताकि जो यात्री इंटरनेशनल के बाद घरेलू फ्लाइट पकड़ना चाहें, वे जा सकें

- टर्मिनल-1 की बिल्डिंग की यात्री क्षमता 15 लाख सालाना होगी

- अभी टर्मिनल-2 की क्षमता करीब 50 लाख सालाना यात्रियों की है

एयरपोर्ट प्रशासन जब टर्मिनल-1 से फ्लाइट संचालन शुरू करेगा तब यहां से इंटरनेशनल फ्लाइट ही संचालित की जाएंगी. जयपुर एयरपोर्ट से रोज औसतन 4 इंटरनेशनल फ्लाइट चलती हैं. हालांकि कुल इंटरनेशनल फ्लाइट की संख्या 7 है. जयपुर से खाड़ी देशों के लिए एयर कनेक्टिविटी की बात करें तो दुबई के लिए 2, मस्कट, शारजाह, आबूधाबी के लिए एक-एक फ्लाइट चल रही हैं जबकि बैंकॉक और कुआलालंपुर के लिए भी एक-एक फ्लाइट उपलब्ध हैं, लेकिन सभी फ्लाइट सप्ताह में 3 से 4 दिन संचालित होती हैं, ऐसे में रोज संचालित फ्लाइट्स की संख्या औसतन 4 ही है.

कितना व्यस्त रहेगा टर्मिनल-1 ?

- जयपुर एयरपोर्ट से वर्ष 2023-24 में 4.13 लाख अंतरराष्ट्रीय यात्री रहे

- वर्ष 2022-23 में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या थी 4.05 लाख

- जयपुर से सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय यात्री वर्ष 2018-19 में 6.04 लाख रहे

- इसके बाद कोविड के चलते अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या कम हुई

- अप्रैल 2024 में 34578, मई में 43411 यात्रियों ने यात्रा की

- वहीं रोज औसतन 4 से 5 नॉन शेड्यूल्ड फ्लाइट होती संचालित

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