जयपुर में 200 करोड़ से R-CAT सेंटर तैयार, देश की पांच नामी कंपनियों से हुआ करार
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जयपुर में 200 करोड़ से R-CAT सेंटर तैयार, देश की पांच नामी कंपनियों से हुआ करार

 राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी (आरकैट) में नामी IT कंपनियों के विशेषज्ञ युवाओं को बनाएंगे जॉब रेडी बनाएंगे. सूचना तकनीक की नई विधाओं का प्रशिक्षण देने के लिए देश का एडवांस तकनीक का पहला फिनिशिंग स्कूल जयपुर में शुरू होने जा रहा हैं.

जयपुर में 200 करोड़ से R-CAT सेंटर तैयार, देश की पांच नामी कंपनियों से हुआ करार

Jaipur: प्रदेश के युवाओं के लिए खुशखबरी हैं. ग्रेजुएट्स को नए रोज़गार के अवसर और नई टेक्नोलॉजी की ट्रेनिंग दिलाने के लिए 20 अगस्त को प्रदेश सरकार पिंकसिटी में राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी (आरकैट) की शुरुआत करने जा रही है. वर्ल्ड की टॉप क्लास आईटी कंपनियों में नौकरी का मौका हो और प्रदेश का युवा उसमें सेलेक्ट ना हो अब ऐसे हालात नहीं रहेंगे. बेस्ट इंटरनेशनल ब्रांड वाली आईटी कंपनियां प्रदेश के युवाओं को इंडस्ट्री की जरूरत के मुताबिक एडवांस टेक्नोलॉजी कोर्स कराएंगी, ताकि युवाओं को इंडस्ट्री और जॉब रेडी बनाया जा सके.

सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के आयुक्त आशीष गुप्ता ने बताया की राज्य सरकार ने जॉब ओरिएंटेड कोर्सेज की पढ़ाई और ट्रेनिंग के लिए जयपुर में हाई क्लास सेंटर स्थापित किया है. फिनिशिंग स्कूल कांसेप्ट पर सरकारी स्तर पर देश का पहला इनोवेटिव सेंटर होगा, जिसमें ऑरेकल और वीएमवेयर जैसी विख्यात कंपनियों के विशेषज्ञ युवाओं को लॉन्ग और शॉर्ट टर्म कोर्स कराएंगे. देश में इस तरह का यह संभवत: पहला फिनिशिंग स्कूल होगा.

विश्व स्तरीय आईटी कंपनियों में जॉब मिल सकेगी

अब तक 5 कंपनियां सरकार से करार कर चुकी हैं, जो करीब 75-80 कोर्स युवाओं को उपलब्ध कराएंगी. ये सर्टिफिकेट कोर्स करने के बाद युवाओं को उनकी इच्छा के अनुसार विश्व स्तरीय आईटी कंपनियों में जॉब मिल सकेगी. यह फिनिशिंग स्कूल एसएमएस अस्पताल के पास टोंक रोड पर पुराने सूचना केंद्र की जगह बनाए राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी (आरकैट) के रूप में जाना जाएगा

14 क्लास रूम किए गए हैं तैयार 
DOIT एडिशनल डायरेक्टर ज्योति लुहाडिया ने बताया कि राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी सेंटर (आरकैट) में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, ब्लॉक चेन, ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी, बिग डेटा,  क्लिनिकल डेटा एनालिसिस, आईओटी, रोबोटिक्स और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी टेक्नोलॉजी के जॉब ओरिएंटेड कोर्स होंगे. इसके लिए 14 क्लास रूम तैयार हैं. तकनीकी प्रशिक्षण के लिए रोबोटिक्स जैसी कई लैब तैयार हैं. अब तक ओरेकल, वीएमवेयर, एसएएस इंस्टीट्यूट, सीएडीडी सेंटर और सिसको जैसे विश्वस्तरीय संस्थानों से सरकार का करार हो चुका है. वर्तमान में 160 युवाओं की ट्रेनिंग चल रही हैं. रेड हैट से बात चल रही है. बीटेक-एमटेक के कॉलेज छात्रों के साथ पढ़ाई पूरी कर चुके युवा और सरकारी कर्मचारी भी आवेदन कर सकेंगे.

आर-कैट के पोर्टल पर ऑनलाइन करना होगा आवेदन

आवेदन आर-कैट के पोर्टल पर ऑनलाइन करना होगा. एडमिशन प्रक्रिया मेरिट के आधार पर होगी. ऑनलाइन टेस्ट और इंटरव्यू भी चयन का आधार होगा और आर्थिक कमजोर बच्चों को स्कॉलरशिप मिलेगी. सरकार हर ट्रेनिंग पार्टनर को 100 बच्चे उपलब्ध कराएगी. एआईसीटीई के अनुसार हर साल बीटेक-एमटेक पास आउट में से 15-20% का ही आईटी कंपनियों में प्लेसमेंट हो पाता है. बाकी युवा दूसरा काम करते हैं या बेरोजगार रह जाते हैं. बहरहाल, R-CAT सॉफ्ट स्किल्स विकसित करने के लक्ष्य के साथ एक फिनिशिंग स्कूल के रूप में काम करेगा,  जिससे पूरे व्यक्तित्व का विकास होगा.

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