राजस्थान की महिलाओं के साथ राहुल गांधी की कदमताल, क्या घूंघट की ओट से मिलेगा पार्टी को आधार ?
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राजस्थान की महिलाओं के साथ राहुल गांधी की कदमताल, क्या घूंघट की ओट से मिलेगा पार्टी को आधार ?

Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra : कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में सोमवार का दिन आधी आबादी के नाम रहा. यात्रा के 96 वें दिन राहुल गांधी के साथ बड़ी संख्या में महिला पदयात्री शामिल हुई. इसमें महिला कांग्रेस की पदाधिकारियों के साथ पार्टी से जुड़ी महिला जनप्रतिनिधि, पूर्व पदाधिकारी और स्थानीय महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल रहे. आधी आबादी के साथ कदमताल करते हुए कांग्रेस ने महिला सशक्तिकरण की बात की तो कुछ लोग इसे परोक्ष रूप से आधी आबादी के वोट साधने की कोशिश के रूप में भी देखते हैं.

राजस्थान की महिलाओं के साथ राहुल गांधी की कदमताल, क्या घूंघट की ओट से मिलेगा पार्टी को आधार ?

Bharat Jodo Yatra : भारत जोड़ो यात्रा का सफर लगातार जारी है. इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर प्रवक्ता जयराम रमेश और अन्य नेता बार-बार यह कहते दिख रहे हैं, कि उनकी यह यात्रा राजनीतिक फायदा लेने के लिए नहीं है. लेकिन कहा तो यह भी जाता है कि राजनीति में बिना कारण कोई काम नहीं होता, फिर भले ही उसका मकसद किसी साध्य को प्रत्यक्ष रूप से साधना हो या परोक्ष रूप से। भारत जोड़ो यात्रा में सोमवार का दिन आधी आबादी को साथ लेकर चलने के रूप में दिखाई दिया. इस दौरान कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं ने आधी आबादी के साथ कदमताल किया. खुद प्रियंका गांधी भी इस दौरान अपनी पुत्री को लेकर राहुल गांधी के साथ इस यात्रा में मौजूद रही और दौड़ भी लगाई. प्रियंका गांधी ने दौड़ लगाई तो यह भी बता दिया कि वह किसी से कम नहीं है.

आधी आबादी का कितना आधार ?
आधी आबादी ने भारत जोड़ो यात्रा में लगातार कदमताल किया तो अपनी रफ्तार भी बनाए रखी. वोट की रफ्तार में आधी आबादी का वजूद काफी मजबूत माना जाता है.  राजस्थान में मतदाताओं की स्थिति की बात करें तो, अभी कुल 5 करोड़ 2 लाख 41 हज़ार 348 वोटर प्रदेश में हैं. इसमें से तकरीबन 50 फ़ीसदी से थोड़ा सा कम आधी आबादी के भी वोटों की संख्या है.  प्रदेश में महिला वोटर की संख्या 2 करोड़ 40 लाख 11 हज़ार 207 है. वहीं पुरुष वोटर्स की संख्या 2 करोड़ 62 लाख 30 हजार 141 है. राजनीतिक मामलों के जानकार और विश्वलेषक मानते हैं कि अगर किसी भी पार्टी को आधी आबादी का साथ मिलता है तो उस चुनाव में पार्टी को बड़ी बढ़त मिल सकती है. ऐसे में यात्रा के दौरान महिलाओं के लिए विशेष तौर पर एक दिन समर्पित कर देने की रणनीति भी ऐसी संभावनाओं को ध्यान में रखकर ही तय की गई होगी. 

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आधी आबादी की क्या है अहमियत ?
जिस तरह किसी परिवार की गठन में और उसके संचालन में आधी आबादी की बड़ी भूमिका है, उसी तरह लोकतंत्र में भी आधी आबादी का महत्वपूर्ण स्थान है. ऐसा माना जाता है कि तीन तलाक की व्यवस्था को गैरकानूनी घोषित करने के बाद जब उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए थे, तो बीजेपी को आधी आबादी के वोटों का बड़ा समर्थन मिला था. राजनीतिक विश्वलेषकों का मानना है कि कई बार पुरुष प्रधान समाज में यह दावा करने की कोशिश की जाती है कि परिवार का वोटिंग पैटर्न पुरुष ही तय करते हैं. लेकिन गुप्त मतदान प्रणाली में आधी आबादी की बराबर की भूमिका है. ऐसे में भले ही परिवार में महिलाएं पुरुषों की राय में हां में हां ही क्यों ना मिला दें, लेकिन गुप्त मतदान प्रणाली का यही फायदा है कि वोट देते समय मतदाता अपने विवेकाधिकार का इस्तेमाल करता है और खुद की पसंद की पार्टी या नेता को वोट देता है.

क्या रंग दिखाएगी भारत-जोड़ो में महिला यात्रियों की भागीदारी ?
माना जा रहा है कि कांग्रेस की भारत-जोड़ो यात्रा में महिलाओं की यह भागीदारी कांग्रेस को मजबूत करने में भूमिका निभा सकती है. लेकिन यह मजबूती उस पर ही निर्भर करेगी कि पार्टी महिलाओं के बीच उनकी भागीदारी और उससे मिलने वाली मजबूती का मैसेज कितनी मजबूती से पहुंचा सकती है ?

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