Rajasthan Budget 2024: राजस्थान में बुधवार 3 जुलाई से विधानसभा में बजट सत्र शुरू हो गया है. भजनलाल सरकार 10 जुलाई को राजस्थान बजट पेश करेगी. राजस्थान में करीब 20 साल बाद ऐसा होने जा रहा है कि केंद्र सरकार के बजट से पहले राज्य का बजट आएगा.
Trending Photos
Rajasthan Budget 2024: राजस्थान में बुधवार 3 जुलाई से विधानसभा में बजट सत्र शुरू हो गया है. भजनलाल सरकार 10 जुलाई को राजस्थान बजट पेश करेगी. राजस्थान में करीब 20 साल बाद ऐसा होने जा रहा है कि केंद्र सरकार के बजट से पहले राज्य का बजट आएगा. इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सत्र शुरू होने से पहले प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना भी साधा था.
टीकाराम जूला ने बजट के इस मामले को लेकर सरकार को नौसिखिया तक कह दिया. मीडिया से बात-चीत में टीकाराम जूली ने ने कहा कि भजनलाल सरकार बजट तो लेकर आ रही है, लेकिन किस प्रकार का बजट रहेगा और उसमें क्या रहेगा ये बड़ा सवाल है.
उपमुख्यमंत्री व परिवहन एवं सड़क सुरक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि राजस्थान देशभर में एक नया इतिहास रचने के लिए तैयार है. राजस्थान देश का पहला राज्य है. जहां योजनाबद्ध तरीके से सड़क सुरक्षा के लिए आगामी 10 वर्षों के लिए एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है.
यह भी पढ़ें- महिला को घर में अकेली देख आरोपी ने किया था दुष्कर्म, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
इसके तहत आमजन को सड़क सुरक्षा के प्रावधानों के प्रति जागरुक किया जाएगा. साथ ही सड़क सुरक्षा नियमों की पालना में व्यावहारिक परिवर्तन लाने की दिशा में काम किया जाएगा. इसका लक्ष्य प्रदेश में 2030 तक सड़क हादसों में लगभग 50 प्रतिशत की कमी लाना रखा गया है.
डिप्टी CM प्रेमचंद बैरवा बुधवार को परिवहन मुख्यालय पर राज्य सड़क सुरक्षा नीति एवं कार्य योजना को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. इस दौरान प्रेमचंद बैरवा ने अपर परिवहन आयुक्त निधि सिंह की ओर से आगामी 10 वर्षों के लिए तैयार राज्य सड़क सुरक्षा रणनीति और कार्य योजना पर प्रजेंटेशन का अवलोकन किया.
3 जुलाई 2024 को सभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने राज्यपाल के अभिभाषण का मुद्दा उठाया. टीकाराम जूली ने कहा कि बजट सत्र शुरू होता है, तो राज्यपाल का अभिभाषण होना चाहिए. टीकाराम जूली के आपत्ति पर सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने जवाब देते हुए कहा कि सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण जरूरी है. यह दूसरा सत्र है. और राज्यपाल का अभिभाषण एक बार होता है दूसरी बार नहीं होता है.
यह भी पढ़ें- Churu News: DTO इंस्पेक्टर के दबंगई का वीडियो वायरल
राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर टीकाराम जूली ने संविधान के अनुच्छेद का जिक्र किया. हालांकि अनुच्छेद की जगह 'संविधान की धारा' टीकाराम जूली बोल गए. टीकाराम जूली ने कहा कि संविधान में 176 में कहा गया है कि जब भी सत्र शुरू होगा राज्यपाल का अभिभाषण होगा. नई विधानसभा जब भी होगी उसका प्रथम सत्र राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू होगा.
दिसंबर में विधानसभा बुलाई गई तब सदस्यों का शपथ ग्रहण हुआ और उसके बाद जनवरी में शपथ बुलाई गई, तो राज्यपाल का अभिभाषण कराया. जनवरी का सदन जो है वह दिसंबर का ही कंटिन्यू सत्र था. टीकाराम जूली के राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में हंगामा देखने को मिला. हंगामा इस कदर बढ़ गया कि विपक्षी सदस्य खड़े होकर बिल में पहुंचे और नारेबाजी करने लगे. लोकतंत्र के हत्यारों का नाश हो नाश हो की नारेबाजी करने लगे. जिसके बाद 16 वीं विधानसभा सत्र काल 4 जुलाई 2024 तक 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया था.