जलदाय विभाग के ग्रेजुएट इंजीनियर ऑफ एसोसिएशन ने विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत (Sudhansh Pant) को चिट्ठी लिखकर पेयजल सप्लाई के अलावा सभी काम बंद करने की मांग की है.
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Jaipur: राजस्थान (Rajasthan) के इंजीनियर्स में कोरोना संक्रमण (Corona infection) को लेकर बड़ा खतरा मंडरा रहा है क्योंकि पीएचईडी विभाग (PHED Department) के सभी प्रोजेक्ट, फील्ड वर्क कोरोना की महामारी में भी जारी हैं.
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इसलिए अब इंजीनियर को अपनी सेहत की चिंता होने लगी है. जलदाय विभाग के ग्रेजुएट इंजीनियर ऑफ एसोसिएशन ने विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत (Sudhansh Pant) को चिट्ठी लिखकर पेयजल सप्लाई के अलावा सभी काम बंद करने की मांग की है.
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जल है तो जीवन है, लेकिन जान है तो जहान है
गीयर संगठन के अध्यक्ष त्रिलोक चतुर्वेदी (Trilok Chaturvedi) ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि विभागीय कार्मिक जो कोरोना से संक्रमित हुए हैं, वह आइसोलेशन में हैं और जिनका संक्रमण से असामयिक निधन हो गया है, ऐसे कार्मिकों के संबंध में विभाग के पास अभी तक कोई डेटाबेस उपलब्ध नहीं है. यह अत्यंत दुखद स्थिति है और चिंता का विषय भी राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) द्वारा जारी कोविड-19 की भी विभाग द्वारा सख्ती से अनुपालन नहीं की जा रही है. ऐसा प्रतीत होता है कि विभाग अपने अभियंताओं, कार्मिकों के स्वास्थ्य, जीवन के प्रति गंभीर नहीं है.
इंजीनियर्स पर दबाव न बनाया जाए
उन्होंने मांग की है कि इस समय इंजीनियर्स और कर्मचारियों के लिए ग्रीष्म ऋतु में केवल पेयजल आपूर्ति से संबंधित कार्य ही जारी रखें जाएं. इसके साथ-साथ इंजीनियर और कर्मचारियों कब वैक्सीनेशन का काम भी जल्द से जल्द करवाएं. इसके अलावा जिन कार्यों की तत्काल आवश्यकता नहीं हो, ऐसे कार्यों के निष्पादन के लिए अभियंताओं पर अनावश्यक रूप से दबाव नहीं बनाया जाकर अनुकूल परिस्थिति होने पर ऐसे कार्यों को हाथ में फिर से लिया जा सकता है. जाहिर है कि राजस्थान में फिलहाल जल जीवन मिशन और दूसरे प्रोजेक्ट का काम चल रहा है.