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जयपुर: राजस्थान विधानसभा के चल रहे बजट सत्र के दौरान विपक्ष एक बार फिर पेपर लीक मामले और बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमलावर है. अपराधियों के साथ पुलिस मुठभेड़ की घटनाओं को लेकर भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने गहलोत सरकार पर हमला बोला है. रामलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान आज अपराध का गढ़ बनता जा रहा है.
विधायक रामलाल शर्मा ने विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राजस्थान में आज फिरौती, हत्या,अपहरण की धमकी जैसी घटनाएं आम हो गई है. पहले ऐसी घटनाएं यूपी और बिहार में देखने को मिलती थी लेकिन अब यूपी में अपराधों पर लगाम लग गई है, लेकिन राजस्थान में अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं. आए दिन गैंगस्टर ऐसी घटनाएं कर रहे हैं और सरकार को चुनौती दे रहे हैं, लेकिन इस चुनौती के बावजूद भी सरकार गैंगस्टर को नेस्तनाबूद नहीं कर रही है और इसका खामियाजा राजस्थान की जनता को उठाना पड़ रहा है. राजस्थान में सरकार की ओर से अपराधियों को खुली छूट दी गई है. ऐसे में अपराधी खुले आम अपराध करत रहे हैं.
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नकारा अधिकारियों को फील्ड पोस्टिंग
विधायक रामलाल शर्मा ने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार ने योग्य अधिकारियों को दरकिनार करके पैसे और विधायकों की अनुशंसा पर निकम्मे नकारा अधिकारियों को फील्ड पोस्टिंग दी है . इसी वजह से अपराधों पर लगाम नहीं लग पाया है और कानून व्यवस्था बिगड़ रही है. सरकार को चाहिए कि ऐसे अधिकारियों को तुरंत हटाया जाए और योग्य अधिकारियों को फील्ड में लगाया जाए. आमजन में विश्वास और अपराधियों स्लोगन के आधार पर काम करना चाहिए.
तो स्पीकर को इस्तीफे स्वीकार करने चाहिए.
कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे पर स्पीकर को लेना चाहिए फैसला- रामलाल
कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे प्रकरण पर विधायक रामलाल ने कहा कि राजस्थान विधानसभा में यह इतिहास की पहली घटना है. 81 इस्तीफे आने के बाद यह कहा जाए कि ये दबाव में दिए गए हैं. स्पीकर को यह तय करना चाहिए, आपके पास व्यक्तियों तौर पर इस्तीफे आए हैं. जब विधायक खुद इस्तीफा दे रहे हैं तो स्पीकर को स्वीकार करने चाहिए थे. रामलाल ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा FSL से जांच करा लो कि यह हस्ताक्षर उसके हैं या नहीं है. सरकार को इस्तीफा स्वीकार करने चाहिए थे.
रामलाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का आलाकमान कमजोर पड़ चुका है, अब गांधी परिवार की कोई नहीं सुनता है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक लाइन का प्रस्ताव लेकर जयपुर आए थे, विधायक दल की बैठक सीएमआर के अंदर होनी थी, वह बैठक मंत्री के घर पर रखी गई. कांग्रेस में ना मर्यादा है ना विचारधारा है ना अनुशासन है