आरोपियों को फांसी भी दी जाए तो भी उस दुख को कम नहीं किया जा सकता है, जो इस घटना से हुआ है और ऐसे आरोपियों के लिए तो फांसी की सजा भी कम है.
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Jaipur: मंगलवार को उदयपुर में कन्हैया लाल की निर्मम हत्या की सभी तरफ निंदा हो रही है. प्रदेश के खेल मंत्री अशोक चांदना ने भी घटना की कड़ी निंदा करते हुए आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की है. खेल मंत्री अशोक चांदना का कहना है कि उदयपुर की घटना की जितनी निंदा और भर्तसना की जाए वो कम है.
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आरोपियों को फांसी भी दी जाए तो भी उस दुख को कम नहीं किया जा सकता है, जो इस घटना से हुआ है. ऐसे आरोपियों के लिए तो फांसी की सजा भी कम है. मामले में जल्द से जल्द सुनवाई करते हुए दोनों आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी मिले. उदयपुर की घटना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर शांति की अपील करने की मांग की, लेकिन एक दिन बीत जाने के बाद भी प्रधानमंत्री ने शांति की अपील नहीं की है.
आज देश उबल रहा है, जहां पर ऐसी घटनाएं हुई वहां की पुलिस और राजनीतिक पार्टी को ही टारगेट किया जाता है. घटना के दिन ही पुलिस ने अपना काम करते हुए दोनों आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की. अब दोनों आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द सुनवाई करते हुए फांसी देते हुए एक नजीर पेश की जानी चाहिए.
खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि इस मामले की पूरी रिपोर्ट मेरे पास नहीं है, जितनी जानकारी मीडिया से मिली है उतनी है. हालांकि सुना है की कन्हैया लाल 2-3 बार पुलिस के पास गया था, जहां उसकी सुनवाई नहीं हुई, लेकिन कभी कभी ऐसा एक केस हो जाता है. पुलवाया में जो घटना हुई वो भी इंटेलिजेंस की चूक ही थी. मैं आरोपियों का पक्ष नहीं ले रहा हूं, लेकिन यहां भी थोड़ी सी चूक हुई है.