झुंझुनूं जिले (Jhunjhunu News) में चल रहे काेराेना वैक्सीनेशन के दाैरान चिकित्सा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है.
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Jhunjhunu : राजस्थान के झुंझुनूं जिले (Jhunjhunu News) में चल रहे काेराेना वैक्सीनेशन के दाैरान चिकित्सा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. टीकाकरण शिविर में बाकरा की एक महिला के महज 30 सेकंड में कोरोना के दाे टीके लगा दिए गए. जानकारी के अनुसार 3 जुलाई काे बाकरा में काेराेना टीकाकरण शिविर (Corona Vaccine) लगाया था. जिसमें गांव के सुरेन्द्र कुमार जांगिड़ की पत्नी माया देवी भी टीका लगवाने के लिए पहुंची. वैक्सीनेशन रूम में दाे वैक्सीनेटर टीके लगा रही थी.
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माया देवी जब कक्ष में घुसी तो दोनों स्वास्थ्यकर्मी फोन पर बात कर रही थी. दोनों के बीच में स्टूल पर माया बैठ गई. उनकाे अंदर जाते ही फाेन पर बात कर रही एक महिला वैक्सीनेटर ने टीका लगा दिया. इसी दौरान जब माया एक टीका लगाकर उठी तो फोन पर बात में मशगूल वैक्सीनेटर ने उसे फिर से अपनी ओर स्टूल पर बैठा लिया और टीका लगाने लगी. माया देवी दूसरे टीके के बारे में पूछती तब तक तो वैक्सीनेटर ने टीका लगा दिया था. यह वाक्या महज 30 सेकंड के दरमियान हो गया. इस मामले के सामने आने के बाद सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने अपने अधिकारियों को महिला के घर भेजा और स्थिति को जाना. वहीं, बीडीके अस्पताल के पीएमओ डॉ. वीडी बाजिया ने सीएमएचओ (CMHO) के निर्देश पर एक जांच कमेटी का गठन किया है. जिसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
घंटे भर आराम कराया, बात को भी छुपाया
माया ने बताया कि दोनों ने कहा कि दो टीके लग गए तो कोई बात नहीं है. आप रूक जाओ और एक घंटे आराम कर लो. माया देवी को अभी तक कोई ज्यादा साइड इफेक्ट (Side Effect) नहीं आया है. महिला के पति ने कहा कि उसके पत्नी के कुछ हुआ तो चिकित्सा विभाग जिम्मेदार होगा. दोनों वैक्सीनेटर एक बार तो सकते में आ गईं और बात को छुपाया गया कि एक महिला के दो टीका लगा दिए गए हैं. महिला के पति का कहना है कि ये बड़ी लापरवाही है. ऐसे किसी अन्य और के साथ नहीं होना चाहिए.
दूसरे दिन आई अंधेरी और पसीना
माया जांगिड़ ने बताया कि पहले दिन तो उसे कुछ नहीं हुआ, लेकिन दूसरे दिन जब वह घर का काम कर रही थी तो अचानक अंधेरी आ गया और पसीने आए. जिसके बाद उसने दवा ली. लेकिन माया को अफसोस है कि छह दिन बीत जाने के बाद भी दोषी वैक्सीनेटरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई. बस जांच के नाम खानापूर्ति की जा रही है.
रिपोर्ट : संदीप केडिया
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