जुलाई का महीना लोगों को मानसून के चलते राहत देता है लेकिन इस साल लगता है कि मानसून प्रदेश वासियों से रुठा हुआ है. पिछले 20 दिनों से मानसून के एक जगह स्थिर बने रहने के चलते प्रदेश में लगातार भीषण गर्मी और उमस ने लोगों को जमकर सताया.
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Jaipur: पिछले 20 दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी और उमस से अब लोगों को राहत मिलती हुई नजर आ सकती है. मानसून (Monsoon) ने राजस्थान (Rajasthan) में 18 जून को प्रवेश किया और 19 जून के बाद से ही पूरे प्रदेश में मानसून एक जगह स्थिर बना हुआ है.
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19 जून तक मानसून ने राजस्थान के 25 फीसदी हिस्से को कवर किया लेकिन उसके बाद कमजोर पड़े मानसून के चलते प्रदेश में भीषण गर्मी और उमस ने लोगों को जमकर सताया लेकिन आने वाले 48 घंटों में अब राजस्थान में राहत की छींटे बारिश बनकर बरस सकती हैं.
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जुलाई का महीना लोगों को मानसून के चलते राहत देता है लेकिन इस साल लगता है कि मानसून प्रदेश वासियों से रुठा हुआ है. पिछले 20 दिनों से मानसून के एक जगह स्थिर बने रहने के चलते प्रदेश में लगातार भीषण गर्मी और उमस ने लोगों को जमकर सताया.
राजधानी जयपुर छठी बार सबसे गर्म जुलाई के रूप में दर्ज किया गया
इस दौरान पिछले 10 सालों की अगर बात की जाए तो राजधानी जयपुर छठी बार सबसे गर्म जुलाई के रूप में दर्ज किया गया है. तो वहीं प्रदेश के करीब एक दर्जन जिलों में दिन का तापमान 40 डिग्री तो वही रात का तापमान 28 डिग्री के पार दर्ज किया जा रहा है लेकिन अब लगता है कि मानसून का यह रूठना ज्यादा दिनों तक नहीं रहने वाला है.
वज्रपात की घटनाओं में भी बढ़ोतरी होने की संभावना
बंगाल की खाड़ी से आने वाली मानसूनी हवाओं के स्थापित होने से 9 जुलाई से पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में थंडर स्ट्रॉर्म के साथ बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी. वहीं, 10 जुलाई को पूर्वी राजस्थान के कोटा, जयपुर, उदयपुर, भरतपुर, अजमेर संभाग के अधिकतर भागों में मानसून के आगे बढ़ने तथा सक्रिय होने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं. इसके साथ ही मानसून के आगे बढने के क्रम में 10 से 13 जुलाई के दौरान थंडर स्टॉर्म के साथ कहीं-कहीं वज्रपात की घटनाओं में भी बढ़ोतरी होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
10 जुलाई के 12 जुलाई को उदयपुर, कोटा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की चेतावनी भी मौसम विभाग द्वारा जारी की गई है. पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर संभाग के जिलों में 12 से 13 जुलाई के बीच मानसून के पहुंचने की संभावना नजर आ रही है. साथ ही 11 से 15 जुलाई के दौरान ज्यादातर स्थानों पर बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है.
हीट वेव का असर अगले 24 घंटों तक ही रहने की संभावना
मानसून की बारिश से पहले कुछ जगहों पर भीषण गर्मी और उमस लोगों को सताती हुई में नजर आ सकती है. मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में बीकानेर, जयपुर व भरतपुर संभाग के जिलों में हीट वेव चलने की संभावना है. हीट वेव का असर अगले 24 घंटों तक ही रहने की संभावना है. इसके बाद मानसून में बदलाव के चलते लोगों को भीषण गर्मी और उमस से राहत मिलती हुई नजर आएगी. इस दौरान दिन और रात के तापमान में करीब 3 से 5 डिग्री की गिरावट की भी संभावना मौसम विभाग में जताई है.