जाति और जनजाति में क्या अंतर होता है, भारत की सबसे बड़ी जनजाति कौनसी है, जानें पूरी डिटेल
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जाति और जनजाति में क्या अंतर होता है, भारत की सबसे बड़ी जनजाति कौनसी है, जानें पूरी डिटेल

Largest tribe of India: देश में जाति और जनजातियों के बीच में बहस छिड़ गई है कि आखिर देश में कौन - कितने में है. इसी के चलते आज हम आपको बता रहे है कि देश में 2011 की जनगणना के बाद से भारत में कौन सी अनूसूचित जनजाति का आंकड़ा सबसे ज्यादा है?

Largest tribe of india

Largest tribe of India: देश के उत्तर पश्चिमी हिस्से में इस वक्त दो जनजातियों में वर्चस्व की लड़ाई के चलते 'ज्वैल लैड' कहे जाने वाला मनिपुर इस वक्त आग की लपटों से घिरा हुआ है. लेकिन इसी के साथ एक बार फिर से देश में जाति और जनजातियों के बीच में बहस छिड़ गई है कि आखिर देश में कौन - कितने में है.

जाति और जनजाति में क्या है अंतर
जनजातियां आदिवासी (scheduled tribe)  के नाम से जानी जाती है. ये लोग खुद हीं समाज में शामिल होना पसंद नहीं करते और आबादी से बाहर जंगलों आदि में अपनी अलग बस्ती बना कर रहते हैं. इनका अपना एक निश्चित भूभाग होता है. इसके साथ ही इनकी  एक आध को छोड़कर अधिकांश जनजातियों की अपनी एक भाषा होती है. इसी के साथ उनकी स्वयं की एक स्वशासन व्यवस्था होती है. जिनमें वह अपने  सामाजिक एवं प्रशासनिक दायरों को रखते है. 

टोटमवादी होती है जनजाति  
जनजाति टोटमवादी (उस विश्वास को कहतें हैं जिसमें मनुष्यों का किसी जानवर, वृक्ष, पौधे या अन्य आत्मा से सम्बन्ध माना जाए) होतीं है.अर्थात उनके गोत्र नहीं गुस्टी पाई जाती है ,जो प्रायः किसी पेड़- पौधे या जिव- जंतु के नाम पर होती है.  अनुसूचित जनजाति शब्द का प्रयोग पहले पहल स्वतंत्र भारत के संविधान में किया गया.वही,प्रथम सूची में जातियों की संख्या 744 थी.भारतीय संविधान में अनुसूचित जनजाति से सम्बन्धित परिभाषा का उल्लेख मौजूद है.

अनुसूचित जाति(scheduled caste)
अनुसूचित जाति वे हैं जिसे अब तक समाज में बराबरी का दर्जा नहीं मिला है. और ये गांव के बाहर या बस्ती और आबादी से अलग अपने घर बना कर रहते थे. इनका काम शवों को दफनाना, मृत जानवरों को हटाना साफ़ करना होता है. यह किसी भी राज्य के किसी भी भू-भाग में रह सकती है. लेकिन इनमें श्रेष्ट और निम्न और छुआछूत की भावना पाई जाती है. शिड्यूल्ड कास्ट शब्द का प्रयोग सर्वप्रथ 1935 गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट 1935 के दौरान हुआ. अनुसूचित जाति की सूची में अनुसूचित जाति अध्यादेश 1950 के अनुसार इनकी संख्या 1108 थी.भारतीय संविधान में अनुसूचित जाति से सम्बन्धित कोई भी परिभाषा उल्लिखित नहीं है.

 कौन सी है भारत की सबसे बड़ी जनजाति 
यहां तो  आपने यह जाना कि जाति और जनजाति में अंतर क्या है,अब आगे जानते है कि आखिर  भारत में कितनी जाति और जनजातियां और इनमें से सबसे ज्यादा जनजाति कौन सी है.

भील जनजाति

 2011 की जमगणना के आधार पर बात की जाए तो देश में सबसे बड़ी जनजाति भील  है. यह जनजाति विश्व के सबसे बड़े आदिवासी समूहों में से एक जानी जाती  है.  जिसकी आबादी 4 मिलियन के पार है. यह भारत की सबसे बड़ी जनजाति है. यह लोग भील भाषा बोलते है, इन्हें  " भारत का बहादुर धनुष पुरुष " कहा जाता है.भील शासकों का शासन मुख्यत मालवा,दक्षिण राजस्थान,गुजरात ओडिशा और महाराष्ट्र में था . भील गुजरात, मध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और राजस्थान में एक अनुसूचित जनजाति है.  इस वक्त इस जाति के लोग त्रिपुरा और पाकिस्तान के सिन्ध के थारपरकर जिले में भी बसे हुए हैं. भील जनजाति भारत समेत पाकिस्तान तक विस्तृत रूप से फैली हुई है.

 गोंड  जनजाति
वही, अगर बात की जाए तो भारत के दूसरी सबसे बड़ी जनजाति की तो वह गोंड है.  इसका संबंध प्राक - द्रविड़ प्रजाति(यह दक्षिणी भारत के रहने वाले होते हैं. यह लोग तमिल, मलयालम, तेलुगु और कन्नड जेसी भाषाएं प्रमुख रूप से बोलते हैं) से है . इनकी कुल भारत की जनसंख्या में 42% गोंडवाना जनजाति है. गोंड मध्य प्रदेश की एक प्रमुख जनजाति है तथा मध्य प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी जनजाति है . ये ज़्यादातर मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़ , महाराष्ट्र , आंध्र प्रदेश , गुजरात , झारखंड , कर्नाटक , तेलंगाना , उत्तर प्रदेश , पश्चिम बंगाल और ओडिशा में पाए जाते हैं . 

अगर इनकी जाति की Madhya Pradesh मे लगभग 4 crore गोंड हैं. यह जनजाति मध्य प्रदेश के सभी जिलों में फैली हुई है लेकिन नर्मदा के दोनों और विंध्य और सतपुड़ा के पहाड़ी क्षेत्रों में इसका अधिक घनत्व है राज्य के बैतूल , छिंदवाड़ा , होशंगाबाद बालाघाट , मंडला , शहडोल जिलों में गोंड जनजाति पाई जाती है . इनकी त्वचा का रंग काला , बाल काले , होंठ मोटे , नाक बड़ी व फैली हुई होती है .

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