कोरोना के मुश्किल दौर से गुजर रही पूरी दुनिया की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है. खासकर श्रमिक,असंगठित मजदूरों का जीवन यापन करना भी मुश्किल हो गया.
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Jaipur: राजस्थान में कोरोना (Corona) काल के बाद व्यापारियों और श्रमिकों की कमर टूटने के बाद सरकार ने कामगार कल्याण कोष (Workers welfare fund) की स्थापना की घोषणा की थी. इसके बाद से सरकार में अब इस कोष की गठन की कवायद तेज हो गई है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे श्रमिकों की इस कोष के जरिए मदद की जाएगी ताकि प्रदेश के मजदूरों की कमर ना टूटे और वह फिर से आर्थिक रूप में सक्षम हो सके.
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विशेष परिस्थतियों में की जाएगी सहायता
कोरोना के मुश्किल दौर से गुजर रही पूरी दुनिया की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है. खासकर श्रमिक,असंगठित मजदूरों का जीवन यापन करना भी मुश्किल हो गया. कोरोना के इस दौर के लिए राजस्थान सरकार कामगार कल्याण कोष की स्थापना करने जा रही है. इसमें इस कोष के जरिए असंगठित श्रमिकों को विशेष परिस्थितियों में आर्थिक संबल प्रदान किया जाएगा.
राज्य सरकार (Rajasthan Government) के साथ साथ कामगार, नियोजक या कोई भी संस्था अशंदान देकर कल्याण कोष बनाया जाएगा. श्रम मंत्री टीकाराम जूली (Tikaram Julie) का कहना है कि इस कोष को बनाने के लिए विभाग लगातार काम कर रहा है और जल्द ही कोष का गठन कर असंगठित श्रमिकों को राहत दी जाएगी.
CM की घोषणा के बाद से विभाग सजग
सीएम गहलोत (Ashok Gehlot) की घोषणा के बाद से ही श्रम विभाग कोष की स्थापना के लिए लगातार तेजी से आगे बढ़ रहा है. कल्याण कोष के गठन के लिए व्यापारियों से सुझाव के साथ-साथ कोष के गठन के लिए सहयोग की अपील की गई है.
वहीं, पिछले दिनों इस संबंध में तमाम व्यापार मंडलों के पदाधिकारियों के साथ चर्चा हुई थी. कोष का उदेश्य उघोगों, दुकानों, व्यापारिक संस्थानों में कार्यरत श्रमिकों और कामगारों को विशेष परिस्थितियों में सहायता उपलब्ध करवाना है.
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आधार क्या होगा
वहीं, ऐसे में अब देखना यह होगा कि राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) कितना जल्द इस कोष का गठन कर असंगठित श्रमिकों को राहत देगी और श्रमिकों को सहायता देने का आधार क्या होगा.