Jhalawar Crime: हॉस्पिटल में दंपती की दिनदहाड़े हत्या मामले में मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर समेत चार गिरफ्तार
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Jhalawar Crime: हॉस्पिटल में दंपती की दिनदहाड़े हत्या मामले में मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर समेत चार गिरफ्तार

Jhalawar Crime : झालावाड़ जिले के भवानी मंडी में बदमाशों ने कपल को मौत के घाट उतार दिया था. इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर, करण गुर्जर व दिनेश भील को गिरफ्तार कर लिया. एक अन्य आप आई शाह नूर उर्फ नूर खान को पुलिस ने रामगंजमंडी से गिरफ्तार कर लिया. 

Jhalawar Crime: हॉस्पिटल में दंपती की दिनदहाड़े हत्या मामले में मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर समेत चार गिरफ्तार

Jhalawar Crime Update,arrest main accused​: राजस्थान के झालावाड़ जिले के भवानीमंडी कस्बे के एक निजी अस्पताल में गुरुवार 14 सितंबर को उपचार करवाने पहुंचे. कार में सवार होकर आए करीब 4 बदमाशों ने इस दंपति पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया. धारदार हथियारों व बेसबॉल डंडों से हुए हमले में महिला अनीता कंवर की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं पति जितेंद्र सोनगरा ने भी झालावाड़ के जिला अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.

इलाज कराने पहुंचे दंपति पर हथियारों से हमला

घटना के बाद भवानीमंडी कस्बे में हड़कंप मच गया. मृतक जितेंद्र सोनगरा और आरोपी भैरू गुर्जर पुराने हिस्ट्रीशीटर है, जिनके बीच पुरानी रंजिश चल रही थी, उसी के चलते भैरू गुर्जर ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर हैवानियत भरी इस वारदात को अंजाम दिया. 

हमला करने वाले भैरू गुर्जर पुराने हिस्ट्रीशीटर

घटना की सीसीटीवी फुटेज जिसने भी देखी उसकी रूह कांप गई. बदमाशों ने जहां महिला अनीता कंवर का चाकू से गला रेत दिया, तो वहीं जितेंद्र सिंह पर तो बदमाश हैवान बनकर टूट पड़े. कटीले तारों से लिपटे बेसबॉल डंडे और चाकू से जितेंद्र पर ताबड़तोड़ वार किए गए. घटना इतनी हैवानियत भरी थी कि पूरे भवानीमंडी कस्बे में दहशत फैल गई. 

घटना की सीसीटीवी फुटेज देख सहमे लोग

हर किसी के जुबान पर सिर्फ एक ही सवाल था कि आखिर मृतक और बदमाशों के बीच ऐसी क्या दुश्मनी थी जो इन बदमाशों ने दंपति की इस निर्ममता की तरीके से हत्या कर डाली.

आरोपी भैरू गुर्जर हो गया था खून का प्यासा

तारीख 14 सितंबर 2023, जगह भवानी मंडी कस्बे का शीला हॉस्पिटल, समय दोपहर  12:00 बजे. इस निजी अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी थी, जहां समीप के ही भैसोद मंडी मध्य प्रदेश में रह रहे दंपति जितेंद्र सिंह ही सोनगरा उसकी दूसरी पत्नी अनीता कंवर को अस्पताल में दिखाने के लिए लेकर आया था.

पत्नी अनीता कंवर पर चाकू से किया वार

तभी चार बदमाश चाकू और बेसबॉल डंडे लेकर अस्पताल में घुसते हैं. इसके बाद जितेंद्र सोनकारा को देखते ही चारों आरोपी उसे पर काल बनकर टूट पड़े. चाकू और कटीले तारों से लिपट बेसबॉल डंडे से मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर सहित तीन अन्य बदमाशों ने ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए. इसी दौरान पत्नी अनीता कंवर बचाने पहुंची तो एक बदमाश ने चाकू से महिला अनीता के गले पर वार कर दिया. अनीता कंवर का गला काटते ही महज कुछ ही सेकंड में वह नीचे गिर पड़ी और दम तोड़ दिया.

उपचार के दौरान तोड़ा दम 

इसके बाद भी बदमाशों का तांडव करीब 8 मिनट तक चलता रहा जितेंद्र सोनगरा पर चाकू और डंडों से ताबड़तोड़ हमले जारी रहा. इसके बाद चारों बदमाश कर में बैठकर फरार हो गए. घटना के दौरान निजी अस्पताल में हड़कंप मच गया. मैरिज तीमारदार शहीद अस्पताल का स्टाफ भी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागता नजर आया. बदमाशों के फरार होने के बाद अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी. कुछ भी देर में खबर भवानीमंडी कस्बे सहित पूरे जिले में आग की तरह फैल गई. 

अस्पताल का स्टाफ में दशहत

भवानीमंडी थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां महिला अनीता कंवर मृत हालत में पड़ी थी वही जितेंद्र सिंह की सांसे चल रही थी जिसे प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल झालावाड़ भेजा गया लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टर्स ने भी जितेंद्र को मृत घोषित कर दिया. बाद में पुलिस ने दोनों आशाओं को झालावाड़ जिला अस्पताल की मोर्चरी भेज दिया.

जहां मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाया गया. घटना की सूचना मिलते ही राजपूत करणी सेवा के कार्यकर्ता भी जिला अस्पताल पहुंच गए और मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए. करणी सेवा कार्यकर्ताओं सहित मृतक के परिजनों 25 लख रुपए मुआवजा राशि और परिजनों को सरकारी नौकरी की मांग करते हुए शव को लेने से इनकार कर दिया. मजबूरन पुलिस प्रशासन को पूरी रात समूह को जिला अस्पताल की मोर्चरी में ही रखना पड़ा.

राजपूत करणी सेवा के कार्यकर्ता पहुंचे अस्पताल

उधर दिन दहाड़े एक निजी अस्पताल में हुई दंपति की हत्या से पुलिस भी बैक फुट पर आ गई. झालावार एसपी रिचा तोमर खुद भवानी मंडी पहुंच गई और आनन फानन में झालावाड़ जिले के विभिन्न थाना अधिकारियों सहित सीमावर्ती मध्य प्रदेश पुलिस की भी मदद ली गई और कुल 10 टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई.

आरोपी भैरू गुर्जर पकड़ा गया

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान हो गई थी. चारों नाम जड़ आरोपियों की तलाश शुरू की गई. इसी बीच मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर के मोबाइल नंबर को ट्रेस कर लिया गया. मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर अपने दो अन्य साथियों करण गुर्जर व दिनेश भील के साथ रावतभाटा में छुपा होने की जानकारी मिली.

इसके बाद फुल एचडी में रावतभाटा पहुंची और धर्मशाला और सरयू की तलाशी लेकर मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर, करण गुर्जर व दिनेश भील को गिरफ्तार कर लिया. एक अन्य आप आई शाह नूर उर्फ नूर खान को पुलिस ने रामगंजमंडी से गिरफ्तार कर लिया. 

उधर शुक्रवार सुबह करणी सेवा के कार्यकर्ता एक बार फिर जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए और मुआवजे की मांग करने लगे. करीब 3 घंटे की समझाइए इसके बाद पीड़ित परिवार को ₹500000 मुआवजा दिलवाले विधवा तथा पालनहार योजना का लाभ देने तथा संविदा नौकरी देने की बातों पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजी लाल मीणा तथा एसडीएम संतोष मीणा के आश्वासन के बाद परिजनों लेने को तैयार हो गए.

जमीन विवाद को लेकर किया था हमला

उधर सनसनीखेज हत्याकांड में शामिल चारों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद झालावाड़ पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रेस वार्ता की और मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक तथा मुख्य आरोपी दोनों ही पुराने दोस्त हुआ करते थे. दोनों ही सुनील तथा भवानी मंडी थाना क्षेत्र के हिस्ट्री सीटर है जिनके खिलाफ आधा दर्जन से भी अधिक आपराधिक प्रकरण दर्ज मिले हैं.

जितेंद्र सिंह और भैरू गुर्जर मिलकर जमीनों पर कब्जा करना, कमजोर लोगों से मकान खाली करवाना और चौथ वसूली करने का काम करते थे. लेकिन दोनों के बीच एक गोचर भूमि पर गौशाला बनाने को लेकर विवाद हो गया. भैरू गुर्जर ने भवानीमंडी के समीप कुंडल रोड पर चारागाह भूमि पर एक अवैध गौशाला का निर्माण कर लिया था.

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जिसका विरोध करने पर भैरू गुर्जर ने जितेंद्र सिंह के दोस्त विक्रम के साथ मारपीट की थी. इसके बाद जितेंद्र सिंह ने अपने करीब 30 40 साथियों के साथ मिलकर गौशालाप में जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की थी. उसे घटना के बाद जिला प्रशासन ने भी चारागाह भूमि पर चल रही अवैध गौशाला को अतिक्रमण मुक्त कर दिया था.

मामले में आरोपी भैरू गुर्जर को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. करीब दो माह पहले ही भेरू गुर्जर जेल से छूट कर आया था. तभी से जितेंद्र सिंह को भी अपनी जान का खतरा हो रहा था. इस मामले में जितेंद्र ने पुलिस अधीक्षक के नाम भवानी मंडी पुलिस को परिवार भी दिया था. लेकिन गुरुवार के दिन भैरू गुर्जर ने मोगी वीरों से सूचना लेकर जितेंद्र सिंह को निजी अस्पताल में घेर लिया लेकिन जितेंद्र की हत्या के दौरान बीच बचाव करने पहुंची उसकी पत्नी अनीता कंवर को भी बदमाशों ने नहीं बख्शा और दंपति जितेंद्र और अनीता कंवर की नृशंस हत्या कर डाली.

दिनदहाड़े हुई दंपति की निर्मम हत्या से दहशत 

एसपी रिचा तोमर ने बताया कि मामले को केस ऑफिसर स्कीम मैं लेकर आरोपियों को जल्द से जल्द सख्त सजा दिलवाई जाएगी. बहरहाल झालावाड़ पुलिस चाहे चारों आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन एक निजी अस्पताल में दिनदहाड़े हुई दंपति की निर्मम हत्या से इलाके में दहशत का माहौल है.

पीड़ित परिवार ने तो आरोप लगाया है कि हथियारों के साथ भवानीमंडी थाने के भी कुछ पुलिसकर्मी पार्टियां करते हैं, और बदमाशों को सहयोग करते हैं. ऐसे में पुलिस की कार्यशैली व इकबाल पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, कि क्या अब अपराधियों में पुलिस का भी भय नहीं रहा, तो ऐसे में अब आम आदमी की जान की कीमत क्या रह जायेगी.

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