Rajasthan News: उदयपुर में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की उड़ाई जा रही धज्जियां, RTI से हुआ बड़ा खुलासा
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Rajasthan News: उदयपुर में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की उड़ाई जा रही धज्जियां, RTI से हुआ बड़ा खुलासा

Rajasthan News: उदयपुर में सुप्रीम कोर्ट और मानवाधिकार आयोग के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. उदयपुर पुलिस आदेशों का उल्लंघन कर रही है. डी आई जी को हर महीने राज्य मानवाधिकार आयोग को रिपोर्ट पेश करनी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है.

Supreme Court

Rajasthan News: वर्ष 2001 में सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस हिरासत में होने वाली मौतों और हिंसा को समाप्त करने और हिरासत में लिए गए व्यक्ति के मानवाधिकारों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण आदेश दिया था. डी के बसु बनाम पश्चिम बंगाल व अन्य में सुप्रीम कोर्ट ने 11 विशिष्ट बिंदुओं की पालना सुनिश्चित करने के लिए राज्यों के डी आई जी और आई जी को दिशा निर्देश दिए थे. डी आई जी को हर महीने राज्य मानवाधिकार आयोग को रिपोर्ट पेश करनी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. वर्ष 2005 में राजस्थान के तत्कालीन आई जी पी ने समस्त जिला पुलिस अधीक्षको एवं आई जी रेंज को आदेशों की पालना के लिए पत्र भेजा है.

सुप्रीम कोर्ट के महत्वपूर्ण बिंदु

(1) किसी व्यक्ति को हिरासत में लेने वाले और पूछताछ करने वाले पुलिस अधिकारी की नाम व पहचान सटीक होनी चाहिए.

(2) गिरफ्तार करने और पूछताछ करने वाले पुलिस अधिकारियों का विवरण रजिस्टर में दर्ज होना चाहिए.

(3) पुलिस अधिकारी द्वारा गिरफ्तारी का मेमो तैयार कर एक गवाह द्वारा सत्यापित किया जाएगा जिसमे तारीख व समय का स्पष्ट उल्लेख होगा.

(4) गिरफ्तार व्यक्ति को यह अधिकार होगा कि वह अपने परिजनों को यथा शीघ्र सूचित कर सके.

(5) गिरफ्तार व्यक्ति के शरीर पर कोई छोटी बडी चोट है तो उसे निरीक्षण ज्ञापन पर दर्ज कर पुलिस अधिकारी को कर उसकी प्रति गिरफ्तार व्यक्ति को उपलब्ध कराई जाएगी.

(6) हर 48 घंटे में चिकित्सक द्वारा मेडिकल जांच की जाएगी.

(7) गिरफ्तार व्यक्ति की जानकारी पुलिस नियंत्रण कक्ष को दी जानी होगी.

RTI से हुआ खुलासा
सुप्रीम कोर्ट और मानवाधिकार आयोग के आदेशों की पालना नहीं हो रही है. मानवाधिकार आयोग को मासिक रिपोर्ट नहीं प्राप्त हो रही है. उदयपुर में 2 वर्षो के भीतर 3 व्यक्तियों की हिरासत के दौरान मौत हुई है. मार्च 2023 में पार्षद थाने में अर्जुन मीणा की मौत हुई थी. मई 2023 में गोगुन्दा थाने में सुरेंद्र देवड़ा की मौत हुई थी. नवंबर 2024 में सुखेर थाने में तेजपाल मीणा की मौत हुई थी. आश्चर्य की बात ये है कि घटना के दौरान सुखेर थाने में cctv कैमरे बंद बताए गए और गोगुन्दा व परसाद थाने के cctv कैमरों की फुटेज नष्ट होना बताया गया है. 

रिपोर्टर- अरुण वैष्णव

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