झालावाड़ न्यूज: रामलाल चौहान को झालरापाटन सीट से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित करने के बाद टिकट की दौड़ में सबसे आगे रहे पीसीसी सदस्य शैलेंद्र यादव ने भी अब बगावत का रुख अपना लिया हैं.
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झालावाड़: नामांकन के आखिरी दिन आज झालावाड़ जिले में भी विभिन्न प्रत्याशियों द्वारा अपने नामांकन पेश किए गए. सबकी निगाहें खासतौर पर प्रदेश की सबसे हॉट सीट और महारानी के गढ़ झालरापाटन पर रही. जहां से भाजपा प्रत्याशी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के सामने कांग्रेस प्रत्याशी की कल देर शाम घोषणा हुई. कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल चौहान ने शहर में एक नामांकन रैली निकाली और मिनी सचिवालय स्थित निर्वाचन कार्यालय पहुंचकर अपना पर्चा दाखिल किया.
इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह गुर्जर, पीसीसी सदस्य सिद्धिक गौरी, राजेश गुप्ता, मीनाक्षी चंद्रावत सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता व समर्थक मौजूद रहे. नामांकन दाखिल करने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल चौहान ने मीडिया से बात की. इस दौरान रामलाल ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस सरकार द्वारा गहलोत अशोक गहलोत के नेतृत्व में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई गई हैं. जिससे आमजन को लाभ पहुंचा है. हाल ही में सीएम गहलोत द्वारा सात गारंटी योजनाओं की भी घोषणा की गई है. जिन्हें लेकर वह मतदाता तक पहुंचेंगे और उम्मीद है कि जन समर्थन के साथ जीत हासिल करेंगे. आलाकमान ने इस बार स्थानीय व्यक्ति को झालरापाटन सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया है, ऐसे में मैं नेतृत्व का आभार जताया हूं और विश्वास दिलाता हूं कि झालरापाटन की सीट से जीत हासिल करेंगे.
उधर रामलाल चौहान को झालरापाटन सीट से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित करने के बाद टिकट की दौड़ में सबसे आगे रहे पीसीसी सदस्य शैलेंद्र यादव ने भी अब बगावत का रुख अपना लिया हैं. अपने समर्थकों के साथ आज एक बैठक के बाद कांग्रेस नेता तथा पीसीसी सदस्य शैलेंद्र यादव भी निर्वाचन कार्यालय पहुंचे और झालरापाटन सीट से निर्दल प्रत्याशी के तौर पर अपना पर्चा दाखिल किया.
गौरतलब है कि वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान भी शैलेंद्र यादव झालरापाटन विधानसभा सीट से टिकट के प्रथम दावेदार थे लेकिन आखिरी समय में मानवेंद्र सिंह को झालरापाटन से प्रत्याशी घोषित कर दिया गया. उसे समय भी शैलेंद्र यादव ने मानवेंद्र सिंह का विरोध किया था इसके बाद अब विधानसभा चुनाव 2023 में भी टिकट कटने से खफा शैलेंद्र यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ताल ठोकते हुए कांग्रेस के सामने बगावत कर दी है. ऐसे में अब कांग्रेस के लिए महारानी को चुनौती देना और भी मुश्किल होता दिख रहा.
शैलेश यादव ने कहा कि चुनाव लड़ने के पीछे उनका मकसद सिर्फ एक है कि वह झालावाड़ को गुलामी से मुक्त करना चाहते हैं. इधर झालरापाटन सीट से ही भूमि विकास बैंक के पूर्व अधिकारी रायसिंह मोजावत ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया है. ऐसे में अब प्रदेश की सबसे हॉट सीट झालरापाटन विधानसभा सीट यानी महारानी के गढ़ में चुनावी घमासान शुरू हो गया है. हालांकि झालरापाटन सीट पर अपने प्रत्याशियों को लेकर कांग्रेस पहले भी कहीं प्रयोग कर चुकी है, लेकिन अभी तक सफलता हासिल नहीं हुई. ऐसे में भाजपा खेमा अभी भी चुनाव परिणामों को लेकर पूरी तरह आश्वस्त दिख रहा है.
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