डूंडलोद जनसेवा समिति ने उठाया है, जो अब तक क्षेत्र में 300 से अधिक गायों को बिना कोई शुल्क लिए अंतिम संस्कार कर दफनाने का काम कर चुकी है. समिति के गिरधारीलाल इंदोरिया ने बताया कि समिति ने अपना हेल्प लाइन नंबर जारी किया हुआ है, जहां से भी फोन आता है.
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मुकुंदगढ़: गायों में चल रही लंपी के बीमारी से प्रतिदिन बड़ी संख्या में गायों की मौत हो रही है, गाय की मौत होते ही आमजन खुले फेंक जाते हैं, कुछ आवारा गाय भी लंपी के कारण आम रास्तों पर दम तोड़ रही हैं, मृत गोवंश का अंतिम संस्कार कर उन्हें दफनाने के लिए कोई तैयार नहीं है, ऐसे में ये बीड़ा झुंझुनूं के डूंडलोद में डूंडलोद जनसेवा समिति ने उठाया है, जो अब तक क्षेत्र में 300 से अधिक गायों को बिना कोई शुल्क लिए अंतिम संस्कार कर दफनाने का काम कर चुकी है. समिति के गिरधारीलाल इंदोरिया ने बताया कि समिति ने अपना हेल्प लाइन नंबर जारी किया हुआ है, जहां से भी फोन आता है.
संस्कार कर दफनाने का काम किया जाता है
वहां पर उनकी टीम बिना कोई पैसे लिए जाती है, और गाय को हिंदू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक अंतिम संस्कार कर दफनाने का काम किया जाता है. इंदोरिया ने आमजन से अपील कर रहे हैं कि लंपी से मृत गोवंश को कहीं भी देखें तो नवलगढ़ और उसके पास पड़ौस के इलाकों के लिए उन्हे फोन करें. इसके अलावा बीमार गायों को इलाज और गायों को आयुर्वेदिक लड्डूओं को भी सेवन करवाया जा रहा है. जहां से भी डिमांड आती है, समिति कार्यकर्ता खुद जाकर लड्डू देकर आते हैं. इसके अलावा इलाज की भी हर संभव मदद की जाती है.
Reporter- Sandeep Kedia
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