Jhunjhunu News: हरी लकड़ियों के तस्करों पर बड़ी कार्रवाई, वन विभाग की टीम ने 3 ट्रकों को किया जब्त
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2182870

Jhunjhunu News: हरी लकड़ियों के तस्करों पर बड़ी कार्रवाई, वन विभाग की टीम ने 3 ट्रकों को किया जब्त

Jhunjhunu News: खेतड़ी वन विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए तस्करी कर हरियाणा ले जाई जा रही हरी लकड़ियों से भरे तीन ट्रकों को को पकड़ा हैं. सहायक वन संरक्षक विजय फगेड़िया ने बताया कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन करने वालों पर कड़ी निगरानी रखने व कार्यवाही करने के लिए जिला वन अधिकारी बीएल नेहरा ने विशेष अभियान चला रखा है.

Jhunjhunu News: हरी लकड़ियों के तस्करों पर बड़ी कार्रवाई, वन विभाग की टीम ने 3 ट्रकों को किया जब्त

Jhunjhunu News: खेतड़ी वन विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए तस्करी कर हरियाणा ले जाई जा रही हरी लकड़ियों से भरे तीन ट्रकों को को पकड़ा हैं. सहायक वन संरक्षक विजय फगेड़िया ने बताया कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन करने वालों पर कड़ी निगरानी रखने व कार्यवाही करने के लिए जिला वन अधिकारी बीएल नेहरा ने विशेष अभियान चला रखा है.

जिसके तहत वन विभाग की टीम ने 3 वाहनों को जब्त कर वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। फगेड़िया ने बताया कि 80 क्विंटल हरी लकड़ियों से भरा ट्रक जो सिंघाना से हरियाणा ले जाया जा रहा था, को जब्त कर डूमोली कलां निवासी चालक राम नरेश को मौके से डिटेन किया गया.

एक अन्य ट्रक जो बुहाना से हरियाणा जा रहा था को, जब्त कर हासलवास निवासी चालक नरेश सिंह को डिटेन किया। हरी लकड़ियों से भरे एक ट्रक को मेहाड़ा से जब्त कर चालक देवेन्द्र सिंह को डिटेन किया गया.

खेतड़ी में हरे फलदार पेड़ो की अवैध कटाई जोरो से जारी है. हरे पेड़ों की कटाई पर प्र‎‎तिबंध के बावजूद लकड़ी के खरीदार सरेआम ट्रैक्टर ट्रालियों में भरकर इन पेड़ों की लकडिय़ों को आरा मशीनों पर ले जा रहे हैं. हरे पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारी अपनी आंखें बंद किए बैठे हैं. इससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है.

ये भी पढ़ें- Rajasthan Politics: भजनलाल सरकार के 100 दिन पूरे, कांग्रेस का आरोप- 50 दिन सरकार बनाने और 50 दिन तबादलों में गुजरे

वन माफिया भी इस समय सक्रिय होकर इन पेड़ों की खरीद फरोख्त में लग जाता है. हालांकि वन विभाग प्रशासन ने हरे पेड़ों की कटाई पर प्रतिबंध लगा रखा है. ऐसे में अगर किसी को हरा पेड़ काटना भी पड़े तो इसके लिए विभागीय इजाजत लेनी पड़ती है. वावजूद इन इलाकों में अवैध कटाई जारी है. यही स्थिति बनी रही तो आने वाले समय में बड़े पेड़ों का अस्तित्व खतरे में सकता है.

Trending news