झुंझुनूं के पचेरी कलां से बड़ी खबर मिल रही है. एक साल में चौथी बार सहड़ गांव के शहीद जगरामसिंह का अपमान हुआ है.
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Jhunjhunu: झुंझुनूं के पचेरी कलां से बड़ी खबर मिल रही है. एक साल में चौथी बार सहड़ गांव के शहीद जगरामसिंह का अपमान हुआ है. वहीं पुलिस अभी तक हाथ पर हाथ धरे बैठी है. जी, हां झुंझुनूं के सहड़ गांव के शहीद जगरामसिंह 1971 की लड़ाई में शहीद हो गए थे.
जिसके बाद पिछले साल फरवरी में सैनिक कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजौर ने पांच दशक के बाद गांव में उनकी मूर्ति लगवाई, लेकिन जब से यह मूर्ति लगी है. तब से शहीद मूर्ति और शहीद स्मारक, दोनों गांव के असामाजिक तत्वों के निशाने पर है. अब तक तीन वारदातों में शहीद की प्रतिमा पर पत्थर मारकर उसे खंडित करने, शहीद स्मारक पर मल मूत्र करके गंदगी फैलाने जैसी घटनाएं हो चुकी है.
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हर बार पचेरी कलां थाने में रिपोर्ट दी जाती है, लेकिन जांच के नाम पर आज तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. परिजनों ने पत्थरबाजी की घटना से परेशान होकर प्रतिमा को कवर कर दिया और गेट लगा दिए, लेकिन असामाजिक तत्व अभी भी नहीं रूके. उन्होंने गत दिव इस गेट के ताले तोड़कर फिर से प्रतिमा पर पत्थर मारे और वहां लगी लाइट्स आदि की चोरी कर ली. जब परिजन मौके पर पहुंचे तो शहीद स्मारक में शराब की खाली बोतलें मिली. इसके बाद चौथी बार हुई घटना के बाद पचेरी कलां पुलिस ने मामला दर्ज किया है. ग्रामीणों ने इस बात को लेकर गुस्सा है और उन्होंने कार्रवाई की मांग की है.
ऑनलाइन शिकायत हुई तो दर्ज की FIR
शहीद के पुत्र ने बताया कि पहले तीन बार जब उन्होंने थाने में रिपोर्ट दी तो कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसलिए इस बार उन्होंने एसपी को आनलाइन शिकायत भेजी थी. जिसके बाद थाने से उसके पास फोन आया. उन्होंने एफआईआर तो दर्ज कर ली, लेकिन अभी तक मौका तक नहीं देखा. घटना के बारे में जब मीडियाकर्मियों ने पुलिस को पूछा तो उन्होंने बताया कि कोई बड़ी घटना नहीं है, जांच कर लेंगे. मौका देखने की कहां जरूरत है. इस तरह की पुलिस लापरवाही शहीद के अपमान के दर्द को और बढ़ा रही है.
Reporter- Sandeep Kedia
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