जैसलमेर आया नया मेहमान, रोजी पैलिकन ने डाला डेरा, जीव प्रेमी कह रहे शुभ संकेत
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जैसलमेर आया नया मेहमान, रोजी पैलिकन ने डाला डेरा, जीव प्रेमी कह रहे शुभ संकेत

लाठी इलाके के गंगाराम कि ढाणी (Gangaram Ki Dhani) के पास स्थित तालाब पर रोजी पैलिकन (Sea ​​Birds Rosie pelican) नामक प्रजाति का पक्षी नजर आया है. नए प्रजाति के पक्षी के आने से वन्यजीव प्रेमियों में खुशी नजर आ रही है.

 

फाइल फोटो

Jaisalmer: पश्चिमी राजस्थान (Western Rajasthan) में विशेष रूप से जैसलमेर (Jaisalmer) जिले के वन्यजीव वाले क्षेत्र लाठी में नए प्रजाति के पक्षियों की आवक होने लगी है. सर्दी के मौसम में अनुकूल वातावरण मिलने पर दूर देशों से ये पक्षी हजारों किलोमीटर का सफर तय कर यहां पहुंच रहे है. लाठी इलाके के गंगाराम कि ढाणी (Gangaram Ki Dhani) के पास स्थित तालाब पर रोजी पैलिकन (Sea ​​Birds Rosie pelican) नामक प्रजाति का पक्षी नजर आया है. नए प्रजाति के पक्षी के आने से वन्यजीव प्रेमियों में खुशी नजर आ रही है. उन्हें शोध के लिए नया विषय भी मिला है. 

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पहली बार तीन रोजी पेलिकन दिखे
वन्य बाहुल्य इलाके लाठी (Forest Dominated Area Laathee) में इस प्रजाति का पक्षी पहली बार नजर आया है. राजस्थान के पूर्वी और दक्षिणी भाग (Eastern and Southern Parts of Rajasthan) में ये पेलिकन आसानी से नजर आते है. लाठी क्षेत्र में पहली बार इस पक्षी का नजर आना शुभ संकेत है. गंगाराम कि ढाणी के पास तालाब में नजर आए तीन पक्षी रोजी पेलिकन नामक प्रजाति के पक्षी लाठी क्षेत्र में रविवार को पहली बार नजर आए है. पूर्वी और दक्षिणी भागों की बजाय पश्चिमी राजस्थान में इन्होंने पहली बार पड़ाव डाला है. वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम पेमाणी ने इन पक्षियों के फोटो अपने कैमरे में कैद किए है.

पेलिकन धरती के सबसे बड़ी समुद्री पक्षी
पेलिकन धरती के सबसे बड़े समुद्री पक्षियों (Largest Sea ​​Birds Rosie pelican ) में से एक है. इनमें एक लंबी चोंच और एक बड़े गले की थैली की विशेषता होती है, जिनकी सहायता से ये अपनी चोंच की थैली में पर्याप्त पानी और भोजन रख सकते है. पेलिकन लगातार तटीय जल पर मछलियाँ पकड़ते हैं. वे पानी की सतह पर उड़ अपनी विशेष चोंच को पानी से टकराकर अपना शिकार पकड़ते हैं. ये विशाल पक्षी अक्सर झुंडों में यात्रा और शिकार करते हैं. इनका प्रजनन करने का माध्यम समूहों में होता है. नर पक्षी का वजन 9 से 15 किलोग्राम तक होता है. इतना वजन होने के बावजूद यह मजबूत और तेज उड़ने वाला पक्षी है.

वन्यजीव प्रेमियों को शोध के लिए मिला नया विषय 
इनकी तस्वीरें अपने केमरे में क़ैद करने वाले वन्यजीव प्रेमी राधेश्याम पेमाणी बताते हैं " लाठी क्षेत्र में कुरजां, बाज, बतख, गिद्ध, फालकन, लेक्विन आदि प्रजाति के पक्षी प्रवास (Bird Migration) के लिए आते है. रोजी पेलकिन पहली बार आया है. जिससे वन्यजीव प्रेमियों को शोध के लिए नया विषय मिला है.

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वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर
इस पक्षी की दुनिया में 8 प्रजातियां हैं. इनमें से रोजी पैलिकन या व्हाइट पैलिकन (White Pelican) तथा डालमेशियन प्रजाति के पैलिकन राजस्थान के दक्षिणी और पूर्वी भाग में हर साल बड़ी तादात में आते हैं. यह एक वजनदार और बड़े आकार का उड़ने वाला पक्षी है. इनमें नर पक्षी का वजन 9 से 15 किलोग्राम तक होता है तथा एक दिन में 5 से 7 किलो तक मछली खा लेता है. इतना वजन होने के बावजूद यह मजबूत और तेज उड़ने वाला पक्षी है. पहली बार लाठी क्षेत्र में नज़र आने से बहुत खुशी हुई है. 

Report -Shanker Dan

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