Karauli: करौली में मंत्री रमेश मीणा ने समीक्षा बैठक लेकर अधिकारियों को लगाई फटकार
Advertisement

Karauli: करौली में मंत्री रमेश मीणा ने समीक्षा बैठक लेकर अधिकारियों को लगाई फटकार

करौली जिला परिषद सभागार में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश चंद्र मीणा ने ली  समीक्षा बैठक. बैठक में मंत्री ने अधिकारियों से विभागीय योजनाओं स्वच्छ भारत मिशन, जलग्रहण, नरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, राजीविका, जलजीवन मिशन, चारागाह विकास, मिशन अमृत महोत्सव सहित अन्य योजनाओं के की प्रगति के बारे में जानकारी ली.

समीक्षा बैठक लेते मंत्री रमेश मीणा

Karauli: करौली जिला परिषद सभागार में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश चंद्र मीणा की अध्यक्षता में विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित हुई. बैठक में जिला परिषद सीईओ महावीर प्रसाद नायक ने मंत्री के समक्ष योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट पेश की. बैठक में मंत्री ने अधिकारियों से विभागीय योजनाओं स्वच्छ भारत मिशन, जलग्रहण, नरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, राजीविका, जलजीवन मिशन, चारागाह विकास, मिशन अमृत महोत्सव सहित अन्य योजनाओं के कार्यों में प्रगति की समीक्षा की साथ ही आवश्यक दिशा निर्देश दिए. मंत्री ने मनरेगा की समीक्षा करते हुए बड़ी ग्राम पंचायतों में भूमि उपलब्धता के अनुसार भव्य पार्क के निर्माण पर जोर दिया, साथ ही अधिक से अधिक उद्यान, पंच शाला, नर्सरी,न्यूट्री गार्डन विकसित करने के निर्देश दिए. मंत्री ने नरेगा मजदूरों के जॉब कार्ड अपडेट रखने और जो पुराने है जल्द से जल्द अभियान चला कर नए जॉब कार्ड लाभार्थियों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.

इस दौरान अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा ग्राम सभाओं आयोजित करने को कहा गया. मंत्री ने कहा कि नरेगा के तहत हो रहें कार्यों में नवाचार करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों की काफी शिकायत मिल रही है. लोगों को आवास के लिए पैसे नहीं मिल पा रहें हैं, गरीबों का मकान नहीं बन रहें हैं, लोगो को ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ते हैं. उन्होंने अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताते हुए लोगों की समस्याओं का जल्द समाधान करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अधिकारी ये ध्यान रखें कि लाभ पात्र व्यक्ति को ही मिलना चाहिए.

इस दौरान मंत्री स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण में अधिकारियों के कार्यों से संतुष्ट नजर नहीं आए. उन्होंने कहा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के कार्यों की जांच की जाएगी और जांच में दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई जाएगी. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जहां भी व्यक्तिगत शौचालय, सामुदायिक शौचालयों का निर्माण हो, वहां ये देखा जाए कि उनका उपयोग हो रहा है या नहीं. ऐसा ना हो कि आसपास गंदगी हो रही है और लोग परेशान हैं. उन्होंने गांवों में ठोस-तरल कचरा प्रबंधन के परिणाम लाने पर जोर दिया. 

मंत्री ने कहाी कि गांवों में सफाई, ड्रेनेज सिस्टम के लिए कार्ययोजना बनाई जाए, जिससे जो राशि खर्च हो, उसका बेहतर उपयोग हो सके. उन्होंने कहा कि पंचायत समितिओं द्वारा बजट का प्रॉपर उपयोग नहीं हो पा रहा है. सरकार ग्राम पंचायतों के विकास के लिए बजट देती है, लेकिन अधिकारी विकास कार्यों में उपयोग नहीं कर पा रहे हैं, ये अधिकारियों की बड़ी लापरवाही है. इसको लेकर भी मंत्री विकास अधिकारियों के कार्यों से असंतुष्ट नजर आए.

मंत्री ने जलग्रहण के कार्यों की समीक्षा करते हुए मंत्री ने कहा कि गांधी जल संचय योजना और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के कार्य धरातल पर नजर नहीं आ रहें हैं. इन योजनाओं का उद्देश्य पूर्ण नहीं हो रहा है. वाटरशेड विभाग में अनियमितता अधिक नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि कार्यों की कमिटी बनाकर जांच के आदेश दिए गए थे. उसकी अभी तक जांच नही हो पाई है, इसको लेकर अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताई. मंत्री ने कहा कि जिले में कोई भी कार्य जनप्रतिनिधियों की जानकारी में रख कर किये जावे साथ ही ग्राम सभा में जनप्रतिनिधियों को बुलाकर कार्यों की स्वीकृति प्रदान की जाए.

मन्त्री ने कहा कि सरकार द्वारा डांग विकास के लिए बजट दिया जा रहा है, इसके बाद भी विकास कार्य नहीं हो पा रहें हैं. अधिकारियों का इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं है. मंत्री ने अधिकारियों को डांग क्षेत्र के विकास कार्यों में प्रगति लाने के दिशा-निर्देश दिए, इसके साथ ही जिला कलेक्टर को एक कमेटी बनकर कार्यों की जांच करने के आदेश दिए. वहीं खाद्य सुरक्षा योजना में एक अभियान चला कर अधिक से अधिक पात्र परिवार और गरीब जनता के नाम जोड़ने के जिला कलेक्टर को आदेश दिए, जिससे गरीब जनता को इसका लाभ मिल सके.

मंत्री ने विभागीय योजनाओं के कार्यों में प्रगति नहीं होने नाराजगी दिखाते हुए अधिकारियों को योजनाओं को समय पर पूर्ण करने के दिशा-निर्देश दिए. जिससे पात्र व्यक्ति को योजनाओं का समय पर पूर्ण लाभ प्राप्त हो सके. मंत्री रमेश मीणा ने योजनाओं के कार्यों में लापरवाही को लेकर भी अधिकारियों को फटकार लगाई और जिला परिषद सीईओ से ग्राम पंचायतों के कार्यों की जांच कराने के आदेश दिए है. कहा अधिकारी कार्यों की प्रॉपर मॉनिटरिंग नहीं कर पा रहे हैं, जिससे पूरे जिले में योजनाओं के कार्यों में प्रगति नहीं हो पा रही है. मंत्री ने जिला कलेक्टर को लापरवाही करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. बैठक में जिला प्रमुख शिमला देवी, टोडाभीम प्रधान कल्पना, हिंडौन प्रधान विनोद कुमार, करौली प्रधान  हुकुम बाई, जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि पवन पेटोली सहित अन्य सदस्य और अधिकारी मौजूद रहें. 

Reporter - Ashish Chaturvedi

खबरें और भी हैं...

Dev Uthani Ekadashi 2022: देवउठनी पर सावों की धूम, 50 करोड़ का होगा व्यापार, होंगी सात हजार शादियां

अलवर: लड़के के ताऊ ने मांगे 11 लाख और 11 सोने की अंगूठी, दुल्हन बोली- तू जा रे

अजमेर: हनुमान बेनीवाल के लिए गांव-गांव जाकर वोट मांग रही किन्नर सुशीला, वीडियो वायरल

Trending news