Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस की सूची के बाद बीजेपी बदलेगी रणनीति!शेष सिटों को लेकर शुरू हुआ मंथन
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Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस की सूची के बाद बीजेपी बदलेगी रणनीति!शेष सिटों को लेकर शुरू हुआ मंथन

Lok Sabha Election 2024:लोकसभा चुनाव कांग्रेस की सूची के बाद बीजेपी अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव करने जा रही है. कांग्रेस ने तीन विधायकों, दो पूर्व मंत्रियों और विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रही महिला को प्रत्याशी बनाया है.

Lok Sabha Election 2024

Lok Sabha Election 2024:लोकसभा चुनाव कांग्रेस की सूची के बाद बीजेपी अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव करने जा रही है. कांग्रेस ने तीन विधायकों, दो पूर्व मंत्रियों और विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रही महिला को प्रत्याशी बनाया है. फिलहाल कांग्रेस और बीजेपी की सूची में अब तक आठ सीटों पर दोनों के बीच सीधा मुकाबला बन गया है.

कांग्रेस की इस रणनीति बिसात के बाद अब भाजपा ने भी अपने चुनावी रणनीति में बदलाव करते हुए शेष दस सीटों पर एक बार फिर से नए सिरे से प्रत्याशियों को लेकर मंथन शुरू किया है. इन सीटों को लेकर पार्टी के नेताओं से एक बार फिर रिपोर्ट मांगी गई है. राजस्थान के बचे हुए दस नामों की सूची संभवतया अब आचार संहित लगने के बाद आएंगे.

भाजपा ने प्रदेश की 15 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर बढ़त ले ली, लेकिन कांग्रेस ने इसका जोरदार जवाब दिया. कांग्रेस ने दस सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए, लेकिन खास बात यह है कि पुरानी प्रत्याशयियों को रिपीट नहीं कर सभी सीटों पर नए चेहरे उतार दिए हैं. विधानसभा चुनाव में मात खाने के बाद कांग्रेस लोकसभा चुनावों में नई रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है. कांग्रेस प्रत्याशियों के समीकरण को देखते हुए भाजपा को भी अपनी रणनीति पर बदलाव करना पड़ रहा है. 

पार्टी सूत्रों की मानें तो केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश मैं एक बार फिर से सीटों पर नए सिरे से रिपोर्ट मांगी है. झुंझुनू, जयपुर ग्रामीण, टोंक - सवाई माधोपुर, करौली - धौलपुर, राजसमंद और गंगानगर - हनुमानगढ़ इन सीटों पर भाजपा में फिर से मंथन हो रहा है. बीजेपी कुछ सीटों पर महिला प्रत्याशियों को मैदान में उतरने पर विचार कर रही है. तो उसके साथ ही कुछ सीटों पर सोशल इंजीनियरिंग भी देख रही है. 

इधर कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए नेताओं के टिकट को लेकर भी पार्टी गहराई से मंथन कर रही है. खासतौर से कांग्रेस से आए हुए नेताओं को टिकट मिलने के बाद पार्टी में किसी तरह की कोई नाराजगी खड़ी ना हो इस लिहाज से भी विचार किया जा रहा है.

भाजपा ने शेष बची 10 सीटों पर प्रत्याशी घोषित करने से पहले प्रत्येक समीकरण पर मंथन मनन कर रही है. बीजेपी दस सीटों में से छह सीटों पर प्रत्याशी बदलने तथा 4 सीटों पर रिपीट करने की संभावना है. जयपुर ग्रामीण से सांसद रहे कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ भजनलाल सरकार में मंत्री है, ऐसे में इस सीट पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह, राखी राठौड़, प्रताप भानू सिंह के नाम चर्चा में थे, लेकिन कांग्रेस से आए पूर्व मंत्री लालचंद कटारिया का नाम प्रमुखता से चर्चाओं में आ गया. कांग्रेस ने भी जयपुर ग्रामीण पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं.

अजमेर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद भागीरथ चौधरी को पार्टी ने विधानसभा में प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वो चुनाव हार गए . ऐसे में यहां से बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के साथ पूर्व जिला प्रमुख सारिका गैना का नाम सबसे आगे चल रहा है. इसी तरह से दिया कुमारी के उप मुख्यमंत्री बनने से राजसमंद सीट पर भी बीजेपी को नया चेहरा उतारना पड़ेगा.

यहां से पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के साथ पूर्व सांसद हरिओम सिंह राठौड़ के बेटे करणवीर सिंह का नाम भी यहां से चर्चाओं में हैं.इनके साथ ही पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह जसोल के पुत्र मानवेंद्र सिंह के बीजेपी में शामिल होने पर उनके नाम पर मुहर लगने की संभावना जताई जा रही है.

झुंझुनूं सीट से सांसद नरेन्द्र कुमार की पुत्रवधु हर्षिनी कुल्हरी का नाम भी चल रहा है. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी बृजेन्द्र ओला परिवार से भाजपा नेत्री सुमन कुल्हरी और पूर्व सांसद संतोष अहलावत के नाम भी महिला प्रत्याशी के रूप में चर्चा में हैं. करौली - धौलपुर से मौजूदा सांसद मनोज राजोरिया जगह हट्ठी राम ठेकेदार, प्रेम सिंह मेहरा, विवेक जाटव का नाम चर्चाओं में है. दौसा से मौजूदा सांसद जसकौर मीणा टिकट काटकर उनकी बेटी अर्चना मीणा को टिकट देने की चर्चा है. 

वहीं पूर्व मंत्री वीरेंद्र मीणा और किरोड़ी लाल मीणा के भाई पूर्व आईएएस जगमोहन मीणा नाम भी मजबूती से चल रहा है. टोंक सवाई माधोपुर से मौजूदा सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया की जगह कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की बेटी सुनीता बैंसला, कुनाल बैंसला, भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर का भी नाम चर्चाओं में है. 

जयपुर शहर से मौजूदा सांसद रामचरण बोहरा टिकट काटने की स्थिति में प्रदेश पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी और सुनील कोठारी नाम को लेकर चर्चा है. श्रीगंगानगर से वर्तमान सांसद निहालचंद मेघवाल की जगह एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मेघवाल का नाम चल रहा है.

इन आठ सीटों पर आमने सामने -

वर्तमान स्थिति देखें तो राजस्थान में बीजेपी ने 15 और कांग्रेस ने 10 प्रत्याशियों की घोषणा की है. इस हालात में अभी 8 सीटों पर भाजपा और कांग्रेस में आमने सामने हो गए हैं.

- बीकानेर से बीजेपी की ओर से अर्जुन राम मेघवाल पर तीसरी बार दांव खेला गया है. वहीं कांग्रेस ने पूर्व मंत्री गोविंदराम मेघवाल को टिकट देकर मुकाबले को कांटे का बनाने का प्रयास किया है. अब यह तय करेगा कि दोनों में किस नेता की एससी के साथ ही सामान्य समाज के पर पकड़ बनेगी.

- इसी तरह से चूरू से बीजेपी ने देवेंद्र झांझड़िया पर दांव खेला है तो कांग्रेस ने निवर्तमान बीजेपी सांसद राहुल कस्वां को मैदान में उतारा है. झांझड़िया पीएम मोदी के नाम और ओलम्पिक मेडल के दम पर चुनाव में है, वहीं राहुल कस्वां पारिवारिक विरासत को लेकर जंग का ऐलान कर रहे हैं.

- अलवर से बीजेपी के केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के सामने कांग्रेस ने विधायक ललित यादव पर भरोसा जताया है. भूपेंद्र यादव क्षेत्र में नए हैं, लेकिन उनकी ओर से क्षेत्र में कराए काम तथा मोदी के नाम का सहारा है. दूसरी ओर ललित यादव विधायक हैं और जाना पहचाना चेहरा है.

- भरतपुर से बीजेपी ने रामस्वरूप कोली तो कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव लड़ चुकी संजना जाटव को उतारा है. बीस साल पहले सांसद रह चुके राम स्वरूप कोली के राजनीतिक कौशल की संजना अग्नि परीक्षा लेगी.

- जोधपुर में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तो कांग्रेस ने बिल्डर करण सिंह उचियारड़ा को मैदान में उतारकर मुकाबला रोचक बना दिया है. शेखावत तीसरी बार चुनाव लड़ेंगे, वहीं करण सिंह राजनीतिक रसूखात तो नहीं है, लेकिन क्षेत्र में उनकी

- जालौर-सिरोही से बीजेपी ने लम्बे समय से सक्रिय लुंबाराम चौधरी को प्रत्याशी बनाया तो कांग्रेस ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को मैदान में उतारा है. पिछली बार वैभव जोधपुर से चुनाव लड़े थे और इस बार जालोर सिराेही के लिए पाला बदला है. क्षेत्र में चर्चा है कि राजनीति में लम्बे समय से सक्रिय लुम्बाराम काे क्या वैभव पछाड़ पाएंगे.

- उदयपुर में दो अधिकारियों के बीच होगा मुकाबला . भाजपा ने परिवहन सेवा के अधिकारी मन्नालाल रावत टिकट दिया तो कांग्रेस ने आईएएस ताराचंद मीणा को उतारा है. दोनों ही प्रत्याशियों पर पार्टियों के उनके सरकारी सेवा में रहते किए गए कार्यों के आधार पर जीत का भरोसा है.

- चित्तौड़गढ़ से भाजपा ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी पर फिर से भरोसा जताया है, वहीं कांग्रेस ने पूर्व मंत्री और उदयलाल आंजना को मैदान में उतारा है. इस लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी और जोशी का दबदबा है, लेकिन चंद्रभान आक्या जोशी के लिए मुसीबत पैदा करते हैं या नहीं ? वहीं आंजना भी क्षेत्र के कद्दावर नेता हैं.

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