राजसमंद: अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश मनीष कुमार वैष्णव द्वारा कांकरोली स्थित बाल कृष्ण राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का विजिट किया और विजिट के दौरान विद्यालय मे बालकों के लिये शौचालयों की हालत अत्यंत गंदी हालत में मिलें.
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राजसमंद: कांकरोली स्थित बाल कृष्ण राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं राजनगर स्थित महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (अंग्रेजी माध्यम) का जिला न्यायाधीश ने विजिट कर कांकरोली स्थित राजकीय विद्यालय में शौचालयों दयनीय हालत पर गहरी नाराजगी जाहिर की. अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश मनीष कुमार वैष्णव, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया कि जिला एवं सेशन न्यायाधीश आलोक सुरोलिया अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमंद मय अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश मनीष कुमार वैष्णव, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कांकरोली स्थित बाल कृष्ण राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का विजिट किया और विजिट के दौरान विद्यालय मे बालकों के लिये शौचालयों की हालत अत्यंत गंदी हालत में मिलें.
शौचालय में ना तो बिजली की व्यवस्था थी ना ही पानी की, शौचालय के दरवाजे भी जीर्णशीर्ण हालत में पाये गये, शौचालय के अंदर तम्बाकु व सिगरेट के खाली पाउच एवं उपयोग में लिये गये सेनेट्री पेड पडे़ हुये थे. शौचालयों की दीवारें पान/गुटखे की पीक से अटी पड़ी हुई थी. शौचालय तक पहुंचने का रास्ता भी सुगम नहीं था. विद्यालय परिसर में तम्बाकु इत्यादि नशीली सामग्रीयो के अवशेष मिलना चिंता का विषय है. न्यायाधीश द्वारा विद्यालय में पेयजल हेतु टंकी की जांच भी की गयी तो टंकी में जाले जमे हुये थे एवं कचरा पड़ा हुआ था. जिस पर न्यायाधीश ने गहरी नाराजगी जताते हुये अविलंब सफाई व्यवस्था एवं अन्य कमियों को दुरस्त करने के निर्देश दिये.
उन्होंने कहा कि विद्या के भवन में इस तरह की गंदगी पाये जाने अत्यंत शर्मिदा करने वाला है. जिला न्यायाधीश सुरोलिया द्वारा राजनगर स्थित महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का भी विजिट किया गया. उक्त विद्यालय में सफाई व्यवस्था में सुधार प्रतित हुआ. उल्लेखनीय है कि जिला न्यायाधीश द्वारा पूर्व में उक्त विद्यालय का विजिट किया गया था तब विद्यालय की सफाई व्यवस्था अंत्यंत दयनीय हालत में थी. जिस पर सुरोलिया ने अविलंब सफाई व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिये थे. जिसकी अनुपालना में विद्यालय प्रशासन द्वारा सफाई व्यवस्था में सुधार के प्रयास किये गये हैं. सुरोलिया ने विद्यार्थियों को सार्वजनिक संपति को साफ एवं सुरक्षित रखकर राष्ट् निर्माण में सहयोग करने के लिये प्रेरित किया.