Rajsamand News: राजसमंद कलेक्ट्रेट में बुधवार को सरकार के इस कार्यकाल की डीएमएफटी की अहम और अंतिम मीटिंग आयोजित हुई.लेकिन इस डीएमएफटी की मीटिंग को राजसमंद जिले के भाजपा के दो विधायक बीच में छोड़कर ही बाहर आ गए.
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Rajsamand News: राजसमंद कलेक्ट्रेट में डीएमएफटी की अहम बैठक आयोजित की गई है, बीजेपी विधायकों के बीच बिगड़ी बात.बता दें कि इस मीटिंग को कुंभलगढ़ से भाजपा के विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ और राजसमंद से भाजपा की विधायक दीप्ति महेश्वरी मीटिंग को छोड़ कर बीच में ही बाहर आ गई. तो वहीं, मीडिया को जानकारी देते हुए विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने आरोप भी लगाए.
राठौड़ ने कहा सरकार जनता को गुमराह करने का काम कर रही है.अभी 30 प्रतिशत से ऊपर किसी भी विभाग की ऐसी रिपोर्ट नहीं है, की धरातल पर काम पहुंचे हों, लेकिन फिर भी नया प्रस्ताव लेकर जनता को गुमराह करने का काम किया जा रहा है. राठौड़ ने यह भी कहा कि हमारी सरकार आते ही इस प्रस्ताव को पहली लिस्ट में ही निरस्त कर दिया जाएगा.
राठौड़ ने कहा की डीएमएफ़टी में 80 करोड़ रुपए की लायबलिटी बाकी हैं. सरकार चुनाव के चक्कर में 300-400 करोड़ के काम अनुमोदन करके वोट लेने का काम कर रही हैं.अभी तक जीसी-9 से जीसी-14 तक कुम्भलगढ़ विधानसभा में 152 करोड़, राजसमंद विधानसभा 227, भीम विधानसभा 288 करोड़, और नाथद्वारा विधानसभा में 523 करोड़ के कार्य स्वीकृत किए गए हैं.
ऐसा भेदभाव क्यों किया गया,जबकि भाजपा सरकार में 5 वर्षों में बराबर कार्य दिये गये थे. विभागों की समीक्षा करने पर पाएंगे की सभी विभागों की लगभग 30-40 प्रतिशत ही प्रोग्रेस हैं,
2019 के कार्य भी पूर्ण नहीं हुए हैं तो पैसा नहीं होने के बावजूद ये स्वीकृतिया क्यों निकाली जा रही हैं.तो वहीं, इस बैठक से भाजपा के विधायकों के बाहर आने के मामले पर आमेट नगर पालिका अध्यक्ष कैलाश मेवाड़ा ने कहा यह बैठक 1 घंटे चली और ये दोनों विधायक 45 मिनट तक बैठक में उपस्थित रहे.इतना ही नहीं भाजपा के इन दोनों विधायकों ने हर विषय पर तर्क वितर्क भी किया.
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