सवाई माधोपुर: सवाई माधोपुर जिले के कैलाशपुरी गांव के एक बुजुर्ग किसान का वयान इन दिनों सोशल मीडिया पर खासा वायरल हो रहा है. जिसमे वह अधिकारियों को नसीहत देते हुए भी नजर आ रहे हैं.
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सवाई माधोपुर: सवाई माधोपुर जिले के कैलाशपुरी गांव के एक बुजुर्ग किसान का वयान इन दिनों सोशल मीडिया पर खासा वायरल हो रहा है दरअसल बुजुर्ग किसान गांव में लगे एक शिविर में अधिकारियों को किसानो की पीड़ा बताने के साथ-साथ सरकार एवं अधिकारियों को भी कुछ नसीहत देते हुए भी नजर आ रहे हैं. बुजुर्ग किसान छीतर गुर्जर जिन्हे गांव वाले किसान नेता कह कर बुलाते हैं छीतर नेता का कहना है
कि सरकार जब भी नियम कानून बनाये वह ग्रामीण परिवेश में रहने वाले आमजन एवं किसानों से चर्चा करें उनसे पूछ कर नियम कायदे कानून बनाए जाए ताकि उनको अपनी परेशानियों से निजात पाने में आराम हो सके जब अधिकारी AC में बैठकर नियम कायदे बनाएंगे. तो ऐसे में ग्रामीण परिवेश की फीलिंग उनको नहीं आ पाती और वह कई सारे पहलुओं से अनछुए रह जाते हैं साथ ही उनका कहना है कि किसान तीन ऐसे काम करता है जिससे सरकारे बनती बिगड़ती है पहला काम सभी के पेट भरने के लिए अन्न उगाता है.
इसी लिए किसान को अन्न्दाता कहते है वही किसान वोट देकर सरकार बनाता है लेकिन राज मिलने के बाद सरकार उनको ही भूल जाती है वही तीसरी बड़ी बात कहते है कि भारत माता की सीमाओं पर सुरक्षा के लिए किसानो के ही बेटे खड़े हुए है. किसी नेता का बेटा सेना में क्यों नही जाता. साथ ही बुजुर्ग ने जीमीडिया के सामने बेबाकी से अपनी बात रखते हुए कई सारी बाते कही. बुजुर्ग किसान छीतर की उम्र85 साल है और वो पढ़े लिखे बिल्कुल नही है लेकिन किसान सभाओं के आते जाते उन्हे हर तरह को ज्ञान हो चुका हैं.
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